मोदी ने भ्रष्टाचार को लेकर सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि संत और सन्यासियों ने भारतीय समाज की हमेशा सेवा की है और इसमें सकारात्मक बदलाव लेकर आए हैं। मोदी ने कहा कि भारतीय समाज की ताकत समय के साथ बदलने की इसकी क्षमता में निहित है।
मैसूरू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार को लेकर कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोला और कहा कि उसके यहां ‘‘हर रोज’’ नए घोटाले तथा भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ रहे हैं। मोदी ने यहां भाजपा की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में जब उन्होंने सिद्धारमैया सरकार पर ‘‘10 प्रतिशत कमीशन’’ का आरोप लगाया तो उन्हें बहुत से लोगों के फोन आए जिन्होंने कहा कि उनके पास सही सूचना नहीं है और दावा किया कि यह कमीशन कहीं ज्यादा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कर्नाटक के लोगों के गुस्से को समझ सकता हूं।’’
मोदी ने रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि राज्य को ‘‘कमीशन सरकार चाहिए या मिशन सरकार चाहिए।’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि कर्नाटक को ‘‘मिशन सरकार चाहिए’’, न कि ‘‘कमीशन सरकार।’’ मोदी ने गत चार फरवरी को कर्नाटक में एक जनसभा में सिद्धारमैया सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि उसने भ्रष्टाचार में नए रिकार्ड बना दिए हैं। उन्होंने कहा था कि उसके (सिद्धरमैया सरकार) चले जाने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
मोदी ने सिद्धारमैया सरकार को ‘‘10 प्रतिशत कमीशन सरकार’’ करार देते हुए कहा था, ‘‘कांग्रेस सरकार निकास द्वार पर खड़ी है।’’ चुनावी राज्य कर्नाटक में इस महीने अपनी दूसरी रैली में मोदी ने कहा कि कांग्रेस जहां भी सत्ता में रही, इसने तेजी से प्रगति करने की राह में ‘‘अवरोधक’’ की तरह काम किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने केवल सत्ता की चिंता की, लोगों की आकांक्षाओं की नहीं।
मोदी ने मुख्यमंत्री के गृहनगर मैसूरू में राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, ‘‘उनके नेताओं और मंत्रियों तथा सरकारी योजनाओं से जुड़े लोगों के खिलाफ हर रोज नए घोटाले और नए भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ रहे हैं।’’ प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ‘‘झूठ और बार-बार झूठ’’ फैला रही है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे पार्टी के कई दशकों के शासन को लेकर उससे सवाल करें।
उन्होंने कहा, ‘‘वे (कांग्रेस नेता) सोचते हैं कि झूठ बोलकर, बार-बार झूठ बोलकर, जोर से और लगातार झूठ फैलाकर, एक दिन के लिए नहीं, बल्कि महीनों तक यह काम करने से लोग उन पर विश्वास कर लेंगे...देश आपके झूठ को कभी सहन नहीं करेगा।’’ मोदी ने 6,400 करोड़ रुपये की लागत से छह लेन की 117 किलोमीटर लंबी बेंगलूरू-मैसूरू राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना तथा मैसूरू में 800 करोड़ रुपये के निवेश से एक विश्वस्तरीय नए सैटेलाइट रेलवे स्टेशन के निर्माण की भी घोषणा की।
नए संदर्भों को अच्छी तरह अपनाना भारतीय समाज की ताकत: मोदी
श्रवणबेलगोला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि संत और सन्यासियों ने भारतीय समाज की हमेशा सेवा की है और इसमें सकारात्मक बदलाव लेकर आए हैं। मोदी ने कहा कि भारतीय समाज की ताकत समय के साथ बदलने की इसकी क्षमता में निहित है। उन्होंने कहा, ‘‘कई लोगों का मानना है कि हमारे देश में सामाजिक प्रवृत्ति के बनिस्पत धार्मिक प्रवृत्ति अधिक है लेकिन यह नजरिया सही नहीं है।’’उन्होंने प्रसिद्ध जैन तीर्थस्थल पर जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘‘आज भी हमारे यहां महान परंपरा कायम है जिसमें संत निरंतर प्रयास करते हैं चाहे वह स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने में हो, शिक्षा के क्षेत्र में हो या फिर नशामुक्ति के क्षेत्र में।’’विंध्यगिरि पर्वत में जहां भगवान गोमतेश्वर बाहुबली की प्रतिमा स्थित है, वहां उन्होंने नवनिर्मित 630 सीढ़ियों का उद्घाटन किया। इनका निर्माण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने किया है।
प्रधानमंत्री ने 50 बिस्तरों वाले बाहुबली सार्वजनिक अस्पताल का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज की ताकत इस तथ्य में निहित है कि यह ‘‘समय के साथ हमेशा बदलता रहता है और नए संदर्भों को अच्छी तरह आत्मसात करता है।’’ उन्होंने कहा कि जब जब समाज में गलत परंपराएं आईं और उन परंपराओं ने धार्मिक मान्यताओं का रूप लिया तब तब संतों और सन्यासियों ने लोगों को सही राह दिखाई। इस कार्यक्रम में कर्नाटक के राज्यपाल वाजूभाई वाला, केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा, अनंत कुमार और पीयूष गोयल भी उपस्थित थे।
मोदी ने हर 12 वर्षों में एक बार होने वाला मस्तकाभिषेक और कुंभ मेले के बीच समानता का जिक्र किया और कहा कि संत, मुनी और चिंतक यहां आते हैं और आने वाले 12 वर्षों के लिए समाज का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उन्होंने सरकार की आयुष्मान भारत योजना का जिक्र किया जिसके तहत करीब 50 करोड़ लोगों को गुणवत्तापूर्ण तथा सतत स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने इसे अपनी किस्म की दुनिया की सबसे बड़ी योजना बताया और कहा, ‘‘ गुणवत्तापूर्ण और अच्छी तथा सतत स्वास्थ्य सेवा गरीबों को उपलब्ध करवाना हमारा कर्तव्य है। ’’ यहां 17 फरवरी को महामस्तकाभिषेक का भव्य आयोजन हुआ था। जैन धार्मिक चक्र के मुताबिक प्रत्येक 12 वर्षों में यह आयोजन होता है। इस वर्ष होने वाला आयोजन इस श्रंखला में 88वां आयोजन था। एक ही चट्टान से निर्मित भगवान बाहुबली की 57 फीट ऊंची प्रतिमा इस किस्म की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा बताई जाती है।
अन्य न्यूज़