रक्षा क्षेत्र में दुनिया के लिए उत्पादन करने का लक्ष्य हासिल करना है: राजनाथ सिंह
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Aug 28 2020 9:25AM
सिंह ने प्रमुख रक्षा उपकरण निर्माता कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सैन्य शक्ति का स्वदेशी तकनीक पर आधारित होना महत्वपूर्ण है जिससे इसे रणनीतिक स्वायत्तता मिलेगी। रक्षा मंत्री ने घरेलू रक्षा उद्योग को यह आश्वासन भी दिया कि सरकार उन्हें विश्वस्तरीय उपकरणों तथा शस्त्रों के अनुसंधान एवं विकास में हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी।
नयी दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने की अनेक पहलों का मकसद केवल भारत को सैन्य उपकरणों और प्रणालियों के उत्पादन में आत्म-निर्भर बनाना ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में उनकी आपूर्ति करना भी है। सिंह ने प्रमुख रक्षा उपकरण निर्माता कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सैन्य शक्ति का स्वदेशी तकनीक पर आधारित होना महत्वपूर्ण है जिससे इसे रणनीतिक स्वायत्तता मिलेगी। रक्षा मंत्री ने घरेलू रक्षा उद्योग को यह आश्वासन भी दिया कि सरकार उन्हें विश्वस्तरीय उपकरणों तथा शस्त्रों के अनुसंधान एवं विकास में हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम न केवल मेक इन इंडिया को लागू करना चाहते हैं बल्कि मेक फॉर वर्ल्ड के लक्ष्य को भी हासिल करना चाहते हैं।’’
सरकार ने घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के मकसद से पिछले कुछ महीने में कई नीतिगत पहल की हैं। सिंह ने फिक्की और रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित सेमिनार में कहा, ‘‘सरकार ने अनेक पहल की हैं जिससे यह बदलाव हुआ है। हम भारत और पूरी दुनिया के विकास में और अधिक सकारात्मक योगदान के लिए आत्म-निर्भर बनना चाहते हैं।’’ रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी से क्षमता आएगी और आधुनिक तकनीक वाले देश भविष्य में दुनिया का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि भारतीय उद्योग में अपार उत्पादन क्षमता हैं।’’Attended the ‘Atmanirbhar Bharat-Defence Industry Outreach' Webinar today. Under the leadership of Prime Minister Shri @narendramodi our dependency on imports of defence equipment and weapons is now reducing considerably. #AtmaNirbharBharat pic.twitter.com/19brzpy8Hb
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 27, 2020
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सिंह ने कहा, ‘‘हमने निजी क्षेत्र के परीक्षण के लिए अपनी फायरिंग रेंज और परीक्षण सुविधाएं खोली हैं। हमारे रक्षा उत्पादन और निर्यात संवर्धन नीति (डीपीईपीपी) 2020 के मसौदे में घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के अनेक उपाय हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आत्म-निर्भरता की खोज में हम सभी तरह के सुझाव और नीतिगत सुधारों के लिए तैयार हैं जिससे हमारे उद्योग को विश्वस्तरीय उपकरण और हथियारों का उत्पादन करने की क्षमता मिलेगी।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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