सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में देशव्यापी हड़ताल, केरल पूरी तरह से बंद, सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त

Bharat Bandh

संयुक्त मजदूर संगठनों की एक केंद्रीय समिति के आह्वान पर 24 घंटे की हड़ताल से देश के दक्षिणी राज्य में सामान्य जीवन प्रभावित हुआ और इसका असर सरकारी कार्यालयों, बैंक और बीमा सहित सभी प्रमुख क्षेत्रों पर दिखा।

तिरुवनंतपुरम। बीजेपी की अगुवाई वाली राजग सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में विभिन्न मजदूर संगठनों के आह्वान पर गुरुवार को एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का वामपंथी शासन वाले केरल में व्यापक असर देखने को मिला। इस दौरान राज्य में दुकानें नहीं खुलीं और सार्वजनिक क्षेत्र की बस सेवा केएसआरटीसी भी बंद रही। संयुक्त मजदूर संगठनों की एक केंद्रीय समिति के आह्वान पर 24 घंटे की हड़ताल से देश के दक्षिणी राज्य में सामान्य जीवन प्रभावित हुआ और इसका असर सरकारी कार्यालयों, बैंक और बीमा सहित सभी प्रमुख क्षेत्रों पर दिखा। पूरे केरल में सभी सरकारी कार्यालय और प्रमुख व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। 

इसे भी पढ़ें: श्रमिक संगठनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल शुरू, सार्वजनिक सेवाएं हो सकती हैं प्रभावित 

सबरीमाला तीर्थयात्रियों को हड़ताल से छूट दी गई थी और मंदिर के लिए आवागमन सामान्य रूप से चलता रहा। कुछ जिलों में छोटे दुकानदारों ने यह भी कहा कि कारोबार पूरी तरह बंद करने से उनका जीवन और भी खराब हो जाएगा, जो पहले ही कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते आर्थिक सुस्ती का सामना कर रहे हैं। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के चलते मजदूर संगठनों ने रैली या जनसभा नहीं की और इसकी जगह उन्होंने शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए विरोध प्रदर्शन किया और मानव श्रृंखला बनाईं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़