इस कार्यक्रम से भारत-पाक के रिश्ते होंगे बेहतर ! 16 जनवरी से होगा दो दिवसीय सम्मेलन

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एक बयान में कहा कि सिर्फ महिलाओं की हिस्सेदारी वाले इस वर्चुअल (ऑनलाइन) सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान की साझा धरोहरों, महिलाओं और युवाओं की ऊर्जा तथा नये रुख को एक मंच प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

नयी दिल्ली। दक्षिण एशिया में और विशेष रूप से चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच टिकाऊ शांति कायम करने पर विचार-विमर्श करने के लिए शनिवार से आयोजित होने जा रहे दो दिवसीय सम्मेलन में दुनियाभर से 40 से अधिक प्रख्यात महिलाएं हिस्सा लेंगी। कार्यक्रम के आयोजकों ने यह जानकारी दी। आयोजकों ने एक बयान में कहा कि सिर्फ महिलाओं की हिस्सेदारी वाले इस वर्चुअल (ऑनलाइन) सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान की साझा धरोहरों, महिलाओं और युवाओं की ऊर्जा तथा नये रुख को एक मंच प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। 

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सम्मेलन के आयोजकों में शामिल ई-शी की संपादक एवं इसकी संस्थापक एकता कपूर ने कहा, ‘‘यह सम्मेलन राजनीतिक शक्तियां रखने वाले लोगों द्वारा खोखले वादे करने के लिए नहीं है। यह उन मेधावी लोगों के लिए है जो शांति कायम करने के लिए साथ आकर अपने क्षेत्रों में मूल्य का निर्माण करते हैं।’’ 

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सम्मेलन में भाग लेने वाली महिलाओं में जानी-मानी शांति कार्यकर्ता एस एलवर्दी, ब्रिटिश लेखक एलिस अल्बीनिया, लेडी श्री राम कॉलज की पूर्व प्राचार्य मीनाक्षी गोपीनाथ, पाकिस्तानी फिल्म निर्देशक मेहरीन जब्बार और लेखिका शीला रेड्डी शामिल हैं। आयोजकों ने बताया कि सम्मेलन के दौरान दोनों देशों के बीच साहित्य, कला, संस्कृति, डिजाइन, सिनेमा और युवा सक्रियता के माध्यम से शांति कायम करने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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