श्रद्धा मर्डर मामले पर हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने दी पढ़ी-लिखी लड़कियों को सलाह तो हो गया विवाद

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ANI

केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने श्रद्धा वालकर हत्या मामले का जिक्र करते हुए एक समाचार चैनल से कहा, ''ऐसी स्थितियों के लिए लड़कियां जिम्मेदार होती हैं, क्योंकि वे अपने माता-पिता को छोड़ देती हैं, जिन्होंने उन्हें वर्षों तक पाला-पोसा।''

मुंबई की लड़की श्रद्धा वालकर को आफताब पूनावाला ने जिस बेरहमी से मारा उसके बाद समाज में तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं और लोग ज्यादातर शिक्षा लड़कियों को ही दे रहे हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के एक बयान को लेकर बड़ा विवाद हो गया है। हम आपको बता दें कि केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कहा है कि ‘लिव-इन-रिलेशनशिप’ (शादी के बिना साथ रहने) से “अपराध बढ़ रहे हैं” और पढ़ी-लिखी लड़कियों को ऐसे संबंधों में नहीं पड़ना चाहिए। कौशल किशोर ने श्रद्धा वालकर हत्या मामले का जिक्र करते हुए कहा कि लिव-इन-रिलेशनशिप के चलते अपराध होता है और इसके लिए पढ़ी-लिखी लड़कियां खुद जिम्मेदार हैं क्योंकि वे ऐसे रिश्ते की खातिर अपने माता-पिता को छोड़ देती हैं। कौशल किशोर ने कहा कि लिव इन रिलेशनशिप की बजाय लड़कियों को अदालत में जाकर शादी कर लेनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने श्रद्धा वालकर हत्या मामले का जिक्र करते हुए एक समाचार चैनल से कहा, ''लड़कियां जिम्मेदार होती हैं, क्योंकि वे अपने माता-पिता को छोड़ देती हैं, जिन्होंने उन्हें वर्षों तक पाला-पोसा।'' उन्होंने कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप में क्यों रह रहे हो। अगर उन्हें ऐसा करना ही है तो लिव-इन रिलेशनशिप के लिए उचित रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। यदि माता-पिता ऐसे संबंधों के लिए सार्वजनिक रूप से तैयार नहीं होते हैं, तो आपको कोर्ट मैरिज करनी चाहिए और फिर साथ रहना चाहिए।”

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उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाएं उन सभी लड़कियों के साथ हो रही हैं जो पढ़ी-लिखी हैं और सोचती हैं कि वे बहुत स्पष्टवादी हैं और अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं।'' मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि इसके लिए पढ़ी-लिखी लड़कियां जिम्मेदार होती हैं क्योंकि मां-बाप दोनों ऐसे रिश्ते को नहीं मानते। इसलिए पढ़ी-लिखी लड़कियों को ऐसे रिश्ते नहीं बनाने चाहिए।” मंत्री ने यह भी कहा, “यह लिव-इन रिलेशनशिप क्या है, यह अपराध को जन्म दे रहा है। यह गलत बात है और लोग इसके परिणाम भुगत रहे हैं।”

उधर, केंद्रीय मंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, “अगर प्रधानमंत्री कार्यालय वास्तव में महिला शक्ति के बारे में जो कहता है, उसका कुछ मतलब है तो उन्हें इस केंद्रीय मंत्री को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि हम महिलाएं इस पुरुषवादी समाज की इस बकवास को बहुत झेल चुकी हैं।’’ प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “हैरान हूं कि उन्होंने यह नहीं कहा कि इस देश में पैदा होने के लिए भी लड़कियां खुद जिम्मेदार हैं।'' उन्होंने कहा कि महिलाओं को हर समस्या के लिए जिम्मेदार ठहराने की मानसिकता लगातार फल-फूल रही है। शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस बयान पर मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से “महिलाओं को दोष देने” के लिए केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री कौशल किशोर को तत्काल पद से हटाने का आग्रह किया है।

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