यूपी चुनाव: दो चरणों के मतदान के बाद अमित शाह और अखिलेश यादव ने किया अपनी-अपनी जीत का दावा, जानिए तीसरे चरण की 59 सीटों का गणित

16 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। 59 में से 30 सीटें ऐसी है जो यादव बहुल आबादी वाली हैं। बीजेपी का ध्यान इस बात पर होगा कि कैसे यादव बहुल आबादी वाली सीटों को अपने पाले में किया जाए।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के 2 चरण पूरे हो चुके हैं। इन दो चरणों में उत्तर प्रदेश में 113 सीटों पर मतदान हो चुका है। इसके बाद मंगलवार यानी बीते कल गृह मंत्री अमित शाह ने पहले दो चरणों में समाजवादी पार्टी का सूपड़ा साफ होने का दावा किया। उन्होंने मैनपुरी की जनसभा में कहा कि 300 से अधिक सीटों की भाजपा सरकार की नींव डालने का काम पश्चिमी यूपी ने किया है। उन्होंने कहा तीसरे चरण में इस बहुमत को और भव्य बनाना है। वह बोले भाजपा भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने महाराजपुर में चुनावी जनसभा में दावा किया कि दूसरे चरण के मतदान के बाद बीजेपी के नेता सुन्न हो चुके हैं। उन्होंने कहा तीसरे चरण का मतदान होगा तब बिजेपी शून्य हो जाएगी। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा पहले और दूसरे चरण का मतदान देखकर गर्मी निकालने वालों की भाप निकल गई है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर कहा- बिना रुके, बिना थके, बिना डिगे अपने कर्तव्य पथ पर डटे रहिए! चुनाव का हर चरण आपको प्रचंड विजय के निकट ले जा रहा है। जय श्री राम!
क्या कहता है तीसरे चरण का गणित
तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। तीसरे चरण के लिए सीएम योगी से लेकर अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी से लेकर मायावती तक ने जोर लगाया हुआ है। लेकिन हर पार्टी का फोकस जाति और समीकरणों के हिसाब से उन सीटों को साधने पर है जो रणनीति के हिसाब से फिट बैठती हैं। आपको बता दें तीसरे चरण में यादव बहुल सीटों पर मतदान होगा।
16 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। 59 में से 30 सीटें ऐसी है जो यादव बहुल आबादी वाली हैं। बीजेपी का ध्यान इस बात पर होगा कि कैसे यादव बहुल आबादी वाली सीटों को अपने पाले में किया जाए। 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी समाजवादी पार्टी के गढ़ में कमल खिलाने में कामयाब रही थी।
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 59 में से 40 सीटों पर कब्जा जमाया था। जबकि समाजवादी पार्टी के हिस्से में बस 8 सीटें आई थीं। कांग्रेस और बीएसपी को एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा था। बीजेपी चाहेगी कि वह पिछले चुनाव के प्रदर्शन को दोहरा सके। तीसरे चरण में ही करहल सीट पर भी मतदान होगा। इस सीट पर समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव का मुकाबला भाजपा के एसपी सिंह बघेल से है जो केंद्र में मंत्री रहते हुए इस सीट से चुनावी ताल ठोक रहे हैं।
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