उत्तर प्रदेश की खबरें: समावेशन और अंत्योदय को समर्पित है यूपी सरकार

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लोक कला संग्रहालय, लखनऊ की शैक्षिक क्रार्यक्रम के अर्न्तगत आज ’’अमृत महोत्सव’ के अर्न्तगत संग्रहालय प्रांगण में ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के पूर्व दिवस पर’ लोकगीतों पर आधारित कार्यक्रम’’ का आयोजन पूर्वान्ह 11.30 बजे किया गया।

‘सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया’ अर्थात् सभी सुखी होवें और सभी निरोग रहें। इसी निर्मल कामना और अटल संकल्प से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने साढ़े चार वर्षों के अपने कार्यकाल में जन-जन को विकास योजनाओं का भागीदार बनाया है। सड़क, सिंचाई, संचार, बिजली, आवास तथा पेयजल जैसे अवसंरचना विकास का कार्य हो या सामाजिक रूप से वंचित वर्गों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य, इन सभी क्षेत्रों में यूपी सरकार ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़कों का कायाकल्प करते हुए प्रदेश को एक्सप्रेस प्रदेश बनाने की ओर बड़ी सफलता हासिल की है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास को समर्पित 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के कार्य को पूरा कर लिया गया है। आजमगढ़, संतकबीर नगर, अंबेडकर नगर तथा गोरखपुर के विकास के लिए 91 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण प्रगति पर है। चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन तथा इटावा जिलों के विकास के लिए 297 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का कार्य भी गतिमान स्थिति में है। ठीक इसी प्रकार 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य अपने अंतिम चरण में है। इन सभी एक्सप्रेस-वे से न केवल यातायात की रफ्तार बल्कि प्रदेश के चहुंमुखी विकास की रफ्तार में भी गुणात्मक वृद्धि सुनिश्चित है।

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यह सर्वविदित है कि तकनीक के इस युग में कृषि, उद्योग तथा सेवा क्षेत्र में विद्युत की मांग लगातार बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश की योगीनीत सरकार ने अपने साढे़ 4 वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश की इसी विद्युत आवश्यकता को पूरा करने के लिए विद्युत उत्पादन क्षमता को 6 हजार मेगावाट बढ़ाकर 28,422 मेगावाट तक पहुंचा दिया है। इसके साथ ही प्रत्येक जिला मुख्यालय को 24 घंटे बिजली आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई है। अति दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों को भी प्रतिदिन 18 घंटों से अधिक विद्युत आपूर्ति हो रही है। किसानों और गरीबों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए रु०12 हजार 500 करोड़ की सब्सिडी भी दी जा रही है। प्रदेश सरकार के विकास कार्यों की रोशनी हर घर पहुंच सके इसके लिए सरकार ने ‘सौभाग्य योजना’ चलाकर 1.41 करोड़  घरों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं। हर घर, हर खेत, हर उद्योग तक पहुंची विद्युत न केवल रोजमर्रा के घरेलू कार्यों को आसान कर रही है बल्कि सूक्ष्म व कुटीर उद्योगों को भी प्रोत्साहित कर रही है। इस प्रकार सौभाग्य योजना हर नागरिक के भाग्य को सौभाग्य बनाकर रोशन कर रही है।

इसी प्रकार बेघर लोगों को घर उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 40 लाख से अधिक आवासों का निर्माण करवाया है। ‘मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण’ के तहत 90,255 आवास आमजन के लिए बनाए गए हैं। प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए ‘हर घर नल योजना’ चलाकर 30 हजार ग्राम पंचायतों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति की जा रही है। विद्युत आवास, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद मनो-सामाजिक अथवा शारीरिक कारणों से समाज के जिस संवेदनशील वर्ग तक विकास में बराबरी की भागीदारी नहीं कर पा रहे हैं, सरकार उनके समावेशन के लिए अनेक कार्यक्रम और योजनाएं चला रही है।

     

दिव्यांगजनों की पेंशन रु० 200 से बढ़ाकर रु० 500 प्रतिमाह कर दी गई है। 11.19 लाख लोग इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। कुष्ठ दिव्यांगजनों को प्रतिमाह रु० 2500 की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। दिव्यांग युवक-युवतियों को विवाह हेतु क्रमशः 15 हजार रुपए तथा 20 हजार रुपए प्रदान किए जा रहे हैं। निराश्रितों व वृद्धजनों को  500 रुपए प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना एक ऐसी महत्वाकांक्षी योजना है जो सरकार व नागरिकों की दूरी को समाप्त कर सभी को एक परिवार का सदस्य होने की अनुभूति कराती है। इस योजना के अंतर्गत अभी तक 1 लाख 52 हजार से अधिक गरीब कन्याओं के विवाह किए जा चुके हैं। इसी प्रकार अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अच्छे रोजगार की तलाश कर रहे युवा वर्ग के लिए ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’ चलाई गई है। यह योजना प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को निरूशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराती है। वर्तमान तक 52 हजार अभ्यर्थी इस योजना का लाभ ले चुके हैं।

          

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की धारणीय विकास को समर्पित दूरदर्शिता न केवल मानवीय समाज तक सीमित है बल्कि पशुओं को भी सुरक्षा और संरक्षण देने वाली है। प्रत्येक जनपद में दो-दो वृहद गोवंश संरक्षण केंद्रों की स्थापना की जा रही है।  प्रदेश भर में 278 ऐसे केंद्र खोले जाने के लिए 303.60 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इसी प्रकार प्रकृति को भी उन्होंने हरीतिमा से संवारने के सफल प्रयास किए हैं। उनके कार्यकाल में अब तक 39.42 करोड़ पौधे रोपे गए हैं। गंगा हरीतिमा अभियान के अंतर्गत बिजनौर से बलिया तक गंगा के दोनों किनारों पर 9 करोड़ पौधे रोपे गए हैं। इस प्रकार उत्तर प्रदेश सरकार ने विद्यार्थी वर्ग, महिला, वंचित वर्ग, दिव्यांगजन, किसान, वृद्धजन तथा निराश्रित वर्गों तक विकास योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव पहुंचाया है। पशु और प्रकृति को भी उचित सुरक्षा और संरक्षण प्रदान किया है। सरकार की इन उपलब्धियों को देखकर कहा जा सकता है कि वर्तमान में प्रदेश सरकार का हर प्रयास समावेशन और अंत्योदय को समर्पित है।

सभी पात्र वृद्धजनों को वृद्धावस्था पेंशन प्रदान करने हेतु प्रदेश सरकार संकल्पित

उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी व उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी की सरकार द्वारा देश व उत्तर प्रदेश में गरीबों, वंचितों, शोषितों, निराश्रितों तथा वृद्धजनों के लिए विभिन्न योजनायें संचालित की जा रही है। संचालित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गरीबों, वंचितों, शोषितों, निराश्रितों तथा वृद्धजनो को लाभान्वित करने का काम प्रदेश सरकार व भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार के अंतर्गत समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के 75 जनपदों में एक-एक वृद्धाश्रम 150 क्षमता के संचालित किये जा रहे हैं। इन वृद्धाश्रमों में रहने, खाने, वस्त्र, स्वच्छ पेयजल, स्वास्थ्य परीक्षण आदि सभी निर्धारित आवश्यक सुविधायें निःशुल्क प्रदान की जा रही है।

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यह बाते समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने आज समाज कल्याण निदेशालय पराग नारायण रोड लखनऊ में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर कहीं। उन्होंने कहा कि आज अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर द्वितीय त्रैमास में 834 करोड़ रुपये व्यय करते हुए कुल 55.56 लाख वृद्धजनों को पेंशन की धनराशि वितरित की जा रही है। सभी पात्र वृद्धजनों को वृद्धावस्था पेंशन प्रदान किये जाने तथा उनको बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान करने हेतु प्रदेश सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016-17 में 36.53 लाख वृद्धजनों को वृद्धावस्था पेंशन प्रदान की जा रही थी, परन्तु अब वर्तमान सरकार के गठन के बाद वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 55.56 लाख हो गयी है। उन्होंने कहा कि आज अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी वृद्धाश्रमों में वृद्धाजनों को फल एवं वस्त्रों का वितरण कर सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर उ0प्र0 की राजधानी लखनऊ स्थित सरोजनी नगर में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धाश्रम में वृद्धजनों को फल व वस्त्रों का वितरण कर सम्मानित करने का काम किया गया है तथा उनकों सभी अनुमन्य सुविधायें समय से प्रदान करने का निर्देश दिया गया एवं यह भी कहा  है कि वृद्धजनों का सम्मान अवश्य किया जाये इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए।

इस अवसर पर उप्र अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि वर्तमान सरकार की संचालित योजनाओं से पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा वर्तमान सरकार वृद्धजनों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनको लाभान्वित करने का काम कर रही है। इस अवसर पर उप्र अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष श्री राम नरेश पासवान ने कहा कि सभी लोगों को वृद्धजनों की सेवा एवं सम्मान करना चाहिए और आज के दिन सभी लोगों को वृद्धजनों की सेवा एवं सम्मान करने का संकल्प लेना चाहिए। प्रमुख सचिव समाज कल्याण के0 रविन्द्र नायक ने कहा कि समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, छात्रवृत्ति योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना सहित अन्य विभिन्न योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को प्रदान किया जा रहा है। सभी वृद्धजनों का सम्मान अवश्य करना चाहिए। विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से किया जाये इसका ध्यान अवश्य रखा जाना चाहिए। इस अवसर पर उप्र अनुसूचित जाति, वित्त विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री विश्वनाथ, निदेशक समाज कल्याण श्री राकेश कुमार, अपर निदेशक समाज कल्याण रजनीश चन्द्रा, संयुक्त निदेशक समाज कल्याण श्री पी0के0 त्रिपाठी, उपनिदेशक श्री जे0 राम, श्री कृष्णा प्रसाद सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

डी0डी0आर0एस0 एवं एडिप योजना के तहत स्वैच्छिक संस्थाओं के अनुदान प्रस्ताव आमंत्रित

निःशक्त व्यक्ति (समान अवसर, अधिकारों का संरक्षण और पूर्ण भागीदारी) अधिनियम-2016 के अन्तर्गत दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग से प्रदेश के पंजीकृत स्वैच्छिक संगठन जो दीन दयाल दिव्यांग पुनर्वास (डी0डी0आर0एस0) तथा स्कीम आफ असिस्टेंट टू डिसएबल परसन्स फार परचेज/फिटिंग आफ एड्स/अप्लायन्सेज (एडिप) योजना केे अन्तर्गत पात्रता रखते हों अनुदान हेतु ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके सम्बंध में पूर्ण जानकारी निदेशालय, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग कक्ष संख्या-1010, दसम तल, इन्दिरा भवन, अशोक मार्ग, हजरतगंज, लखनऊ से किसी भी कार्य दिवस में प्राप्त की जा सकती है।

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निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग श्री अनूप कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि योजनान्तर्गत जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी के माध्यम से स्वैच्छिक संस्थाओं के अनुदान प्रस्ताव स्वीकार किये जायेंगे। इस योजना के तहत स्वैच्छिक संस्थाओं के अनुदान प्रस्ताव केवल ऑनलाइन प्रणाली से सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की इन्टरएक्टिव वेबसाइट पर स्वीकार होंगे। इसके अतिरिक्त किसी अन्य माध्यम से प्रस्ताव स्वीकार नहीं किये जायेंगे। उल्लेखनीय है कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, नई दिल्ली द्वारा दीन दयाल दिव्यांग पुनर्वास (डी0डी0आर0एस0) योजना की संशोधित गाइडलाइन जारी की गयी है जो 01 अप्रैल 2018 से तथा स्कीम आफ असिस्टेंस टू डिसएबल परसन्स फार परचेज/फिटिंग आफ एड्स/अप्लायन्सेज (एडिप योजना) जो अप्रैल 2014 से प्रभावी है। 

प्रयागराज की महापौर और मंत्री नन्दी के घर पहुंचे ‘यो यो हनी सिंह’

एक लाइव कंसर्ट प्रोग्राम में शामिल होने आज संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध म्यूजिक प्रोडयूसर, कम्पोज़र, पॉप सिंगर एवं रैपर हनी सिंह का प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नन्दी एवं कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने अपने आवास पर स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस दौरान बातचीत करते हुए यो यो हनी सिंह ने प्रयागराज में हो रहे विकास कार्यों की प्रशंसा की। 

हनी सिंह ने कहा कि प्रयागराज और प्रयागराज वासियों का स्नेह उन्हें यहां खींच कर ले आता है। हनी सिंह ने कहा कि प्रयागराज देश के तमाम जीवंत, आध्यात्मिक एवं महत्वपूर्ण शहरों में से एक है। 

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती पर पशुधन मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी

उत्तर प्रदेश के पशुधन, मत्स्य विकास एवं दुग्ध विकास कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। श्री चौधरी ने कहा है उनके विचार आज के दौर में और भी प्रासंगिक हैं। गांधी जी का स्वच्छता, ग्रामोत्थान तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए कुटीर उद्योगों की स्थापना सम्बन्धी विचार ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए आज मार्गदर्शक सिद्धान्त साबित हो रहे हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती की पूर्व संध्या पर जारी एक बधाई संदेश में श्री चौधरी ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पूरी दुनिया की अमूल्य धरोहर हैं। उनके विचार सिद्धान्त तथा सत्य एवं अहिंसा के सिद्धान्त लम्बे समय तक पूरी मानवता के लिए प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे। उन्होंने जयन्ती के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए उनके बताए हुए मार्ग पर चलने की कामना की है।

आयुष मंत्री धर्मसिंह सैनी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी

उत्तर प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती पर उन्हें नमन करते हुए प्रदेशवासियो को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। राष्ट्रपिता की जयन्ती की पूर्व संध्या पर जारी एक संदेश में श्री सिंह ने कहा कि बापू के शान्ति, अहिंसा और सत्याग्रह के विचार कालजयी हैं। आज की परिस्थितियों में उनके विचार और अधिक प्रासंगिक हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रमुख राजनीतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। उनकी सत्याग्रह की अवधारणा अहिंसा के सिद्धान्त पर आधारित थी जिसने भारत को स्वतंत्रता दिलाकर पूरे विश्व के लोगो को आजादी का मतलब समझाया। आयुष मंत्री ने राष्ट्रपिता की जयन्ती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धान्जलि अर्पित करते हुए उनके बताए हुए मार्ग पर चलने की अपील की है।


विश्नोई जाति को पिछड़े वर्ग की सूची में शामिल किये जाने हेतु आयोग द्वारा होगा सर्वेक्षण

प्रदेश में निवास करने वाले विश्नोई जाति के लोगों को उत्तर प्रदेश के अन्य पिछड़े वर्ग की सूची में शामिल किये जाने के अनुरोध पर राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष, जसवन्त सैनी के दिशा-निर्देश पर शोध दल द्वारा सर्वेक्षण कराये जाने का निर्णय लिया गया है। यह जानकारी राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की सचिव, श्रीमती अर्चना गहरवार ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में निवासरत विश्नोई जाति के सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक एवं राजनैतिक अध्ययन के लिए आयोग के शोध दल का भ्रमण कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार श्री कृष्ण कुमार, शोध अधिकारी, देवर्षि कुमार चौधरी, अपर शोध अधिकारी एवं राधेकृष्ण, अपर शोध अधिकारी द्वारा 4 अक्टूबर 2021 से 7 अक्टूबर, 2021 तक जनपद बिजनौर का सर्वेक्षण किया जायेगा।


ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह‘ ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी

उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह‘ ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि महात्मा गाँधी जी एक सच्चे भारतवासी होने के साथ-साथ एक महान और उत्कृष्ट व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे जिन्हांेनें आज के समय में भी देश और विदेशों के लोगों को अपनी महानता, आदर्शवाद और महान जीवन की वजह से प्रेरित करते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जयन्ती की पूर्व संध्या पर जारी अपने बधाई संदेश में उन्होंने कहा कि उनके अहिंसा के सिद्धांत को पूरी दुनिया ने सलाम किया, यही वजह है कि पूरा विश्व यह दिन अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के तौर पर भी मनाता है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के विचार हमेशा से न सिर्फ भारत, बल्कि पूरे विश्व का मार्गदर्शन करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की महानता, उनके कार्यों व विचारों के कारण ही 02 अक्टूबर को स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह राष्ट्रीय पर्व का दर्जा दिया गया है। सिंह ने इस अवसर पर गांधी जी के आदर्शों और सिद्धांतों पर चलने की अपील की है।


खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह ‘धुन्नी सिंह‘ ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी

उत्तर प्रदेश के खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह ‘धुन्नी सिंह‘ ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि महात्मा गांधी की महानता, उनके कार्यों व विचारों के कारण ही 02 अक्टूबर को स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह राष्ट्रीय पर्व का दर्जा दिया गया है। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जयन्ती की पूर्व संध्या पर जारी अपने बधाई संदेश में उन्होंने कहा कि गांधी जी ने अहिंसा और लोगों की एकता में विश्वास किया और भारतीय राजनीति में आध्यात्मिकता लायी। उन्होंने भारतीय समाज से छुआछूत को हटाने के लिए, सामाजिक विकास के लिए गांवों का विकास करने के लिए आवाज उठाई, भारतीय लोगों को स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया और अन्य सामाजिक मुद्दों के लिए कठिन प्रयास किये।

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अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त 2199 व्यक्ति गिरफ्तार तथा 43 वाहन जब्त 

अपर मुख्य सचिव, आबकारी संजय आर भूसरेड्डी, के निर्देशन में आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं तस्करी की रोकथाम हेतु लगातार छापेमारी कार्यवाही की जा रही है। आबकारी विभाग द्वारा माह सितम्बर में प्रदेश में 6011 मुकदमे पकड़े़ गये, जिसमें 1,41,805 ली. अवैध शराब बरामद की गयी तथा शराब बनाने हेतु तैयार किये गये 5,54,046 कि.ग्रा. लहन मौके पर नष्ट किया गया। अवैध मदिरा के कार्य में संलिप्त 2,199   व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया तथा 43 वाहन जब्त किये गये। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि दैनिक प्रवर्तन कार्यवाही के दौरान बीते दिन प्रदेश में 310 मुकदमे दर्ज किये गये, जिसमें 7,567 ली. अवैध शराब की बरामदगी की गयी तथा लगभग 17,185 कि.ग्रा. लहन एवं कई भट्ठियों को मौके पर नष्ट किया गया। अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त 99 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध आबकारी अधिनियम एवं आईपीसी की सुसंगत धाराओं में कार्यवाही करते हुए 01 वाहन जब्त किया गया।

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इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए आबकारी आयुक्त, श्री सेंथिल पांडियन सी. ने बताया कि प्रदेश में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं तस्करी पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। बीते दिन जनपद उन्नाव में 45 लीटर कच्ची शराब बरामद कर 1000 किलोग्राम लहन व 6 भट्टियों को नष्ट करते हुए अभियोग पंजीकृत किये गए। जनपद आगरा में रोड चेकिंग के दौरान एक व्यक्ति के पास से 144 पौवा अवैध शराब फार सेल इन राजस्थान तथा एक मोटर साइकिल बरामद कर अभियुक्त के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। देवरिया में लगभग 25 लीटर कच्ची शराब बरामद कर 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया गया। सिद्धार्थनगर में अवैध ठिकानों पर तलाशी के दौरान 18 लीटर कच्ची शराब बरामद कर 350 किलोग्राम लहन मौके पर नष्ट करते हुए अभियोग पंजीकृत किया गया। बाराबंकी जनपद में 15 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया तथा 200 किलोग्राम लहन नष्ट करते हुए 02 अभियोग दर्ज किये गये। हरदोई में दबिश के दौरान 40 लीटर कच्ची शराब बरामद कर 150 किलोग्राम लहन नष्ट किया गया तथा 2 अभियोग पंजीकृत किये गये। जनपद फर्रूखाबाद में 35 लीटर कच्ची शराब बरामद कर 200 लीटर लहन मौके पर नष्ट करते हुए 02 मुकदमा दर्ज किया गया। सीतापुर जनपद में 30 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया तथा 150 किग्रा. लहन एवं 02 अवैध शराब भट्टियों को मौके पर नष्ट कर 03 अभियोग दर्ज किए। इसी प्रकार बस्ती जनपद में कई संदिग्ध अड्डों पर दबिश देकर 15 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया एवं 500 किलोग्राम लहन व शराब बनाने के उपकरण को मौके पर नष्ट करते हुए 01 अभियोग दर्ज किया गया।

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आबकारी आयुक्त ने बताया कि इसी प्रकार जनपद प्रतापगढ़ में दबिश के दौरान 40 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया तथा 250 किलोग्राम लहन व शराब बनाने के उपकरण तथा भट्ठियां मौके पर नष्ट की गयी एवं 3 अभियोग पंजीकृत किये गये। जौनपुर में 10 लीटर, कुशीनगर में 27 लीटर तथा महोबा में 15 लीटर कच्ची शराब बरामद करते हुए 01-01 अभियोग पंजीकृत किया गया। जनपद मऊ में 80 लीटर कच्ची शराब बरामद कर 650 किलोग्राम लहन नष्ट किया गया तथा 4 अभियोग पंजीकृत किए गए। कन्नौज में 30 लीटर बरामद कर 02 मुकदमा दर्ज किये गए। जनपद बदॉंयू में दबिश के दौरान 20 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया तथा 500 किलोग्राम लहन मौके पर नष्ट करते हुए 01 अभियोग पंजीकृत किया गया। इसी प्रकार अयोध्या जनपद में दबिश के दौरान 20 लीटर कच्ची शराब बरामद कर दो मुकदमा दर्ज किये गये। मथुरा जनपद में एक व्यक्ति को हरियाणा निर्मित 80 पौव्वे अवैध देशी शराब के साथ गिरफ्तार कर अभियोग पंजीकृत किया गया। इसी प्रकार मुरादाबाद जनपद में एक व्यक्ति के पास से 22 पौवा अवैध देशी शराब बरामद  किया गया तथा अभियुक्त के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया।

आबकारी आयुक्त ने यह भी बताया कि प्रदेश में आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब के निर्माण व बिक्री के अड्डों को समूल नष्ट करने के लिये दैनिक प्रवर्तन कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में बन्द पड़ी औद्योगिक इकाईयों तथा ईट-भट्ठों एवं आर0ओ0 प्लान्ट पर भी आकस्मिक चेकिंग कराई जा रही है। जनपदीय स्टाफ द्वारा देशी शराब विदेशी मदिरा बीयर की दुकानों तथा माडल शाप का निरीक्षण कर स्टाक की चेकिंग तथा उसका भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त यह भी बताया गया कि आगे भी अवैध मदिरा के विरूद्ध प्रवर्तन कार्यवाही जारी रहेगी।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना प्रथम एवं द्वितीय चरण के अन्तर्गत अब तक 57162.55 किमी0 सड़क का निर्माण

प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रदेश के नक्सल समस्या से प्रभावित जनपदों सोनभद्र, चन्दौली एवं मिर्जापुर में मानक को शिथिल करते हुये 250 या उससे अधिक आबादी वर्ग की बसावटों को बारहमासी मार्गों से जोड़ा जा चुका है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना प्रथम एवं द्वितीय चरण के अन्तर्गत अब तक उत्तर प्रदेश में 57162.55 किमी0 सड़क का निर्माण हो चुका है। इस योजना में निर्मित मार्गों का 05 वर्ष तक रख-रखाव (अनुरक्षण) की जिम्मेदारी उसी ठेकेदार की होती है। अनुरक्षण का बजट राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है। मार्गों की गुणवत्ता की जांच हेतु त्रिस्तरीय व्यवस्था है, जिसके माध्यम से मार्गों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है।

उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार मार्गों के उच्चीकरण से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा बढ़ी है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत रू0 155.00 करोड़ की लागत से 692 मार्ग, लम्बाई 1923 कि0मी0 ग्रामीण मार्गों के रिनीवल कार्य का लोकार्पण किया जा रहा है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-3 के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 तक उत्तर प्रदेश के लिए 18937.05 किमी0 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रदेश में प्रथम बैच के अन्तर्गत रू0 4130.27 करोड़ की लागत से 886 मार्ग, लम्बाई 6208.45 किमी0 के ग्रामीण मार्गों का शुभारम्भ किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, बैच-2 के अन्तर्गत लगभग 6000 किमी0 के डीपीआर तैयार हैं तथा अवशेष 4235 कि0मी0 के डीपीआर तैयार किये जा रहे हैं।


राजकीय महाविद्यालय हस्तिनापुर, मेरठ के भवन निर्माण हेतु 03 करोड़ रुपए स्वीकृत

उत्तर प्रदेश सरकार ने राजकीय महाविद्यालय हस्तिनापुर, मेरठ के भवन निर्माण के लिए चालू वित्तीय वर्ष हेतु 03 करोड़ (तीन करोड़) रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा शासनादेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश में निर्देशित किया गया है कि स्वीकृत की जा रही धनराशि का उपयोग उसी कार्य एवं मद में किया जाएगा, जिस कार्य हेतु धनराशि स्वीकृत की जा रही है, धनराशि का उपभोग 31 मार्च 2022 तक किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। परियोजना का कार्य अनुमोदन लागत में ही यथाशीघ्र पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित किया जाए तथा भविष्य में योजना का कोई भी पुनरीक्षण स्वीकार नहीं होगा। परियोजना के अंतर्गत प्रस्तावित कार्यों की द्विरावृत्ती रोकने की दृष्टि से परियोजना की स्वीकृति से पूर्व यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यह कार्य पूर्व में किसी अन्य योजना या कार्यक्रम के अंतर्गत ना तो स्वीकृत है और ना वर्तमान में किसी अन्य योजना या कार्यक्रम में आच्छादित किया जाना प्रस्तावित है।  


राजकीय महाविद्यालय जेवर, गौतमबुद्धनगर के भवन निर्माण हेतु 03 करोड़ 68 लाख 42 हजार रुपए स्वीकृत

उत्तर प्रदेश सरकार ने राजकीय महाविद्यालय जेवर, गौतमबुद्धनगर के भवन निर्माण के लिए चालू वित्तीय वर्ष हेतु 03 करोड़ 68 लाख 42 हजार (तीन करोड़ अड़सठ लाख बयालीस हजार) रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा शासनादेश जारी कर दिया गया है। जारी शासनादेश में निर्देशित किया गया है कि स्वीकृत की जा रही धनराशि का उपयोग उसी कार्य एवं मद में किया जाएगा जिस कार्य हेतु धनराशि स्वीकृत की जा रही है, धनराशि का उपभोग 31 मार्च 2022 तक किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। परियोजना का कार्य अनुमोदन लागत में ही यथाशीघ्र पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित किया जाए तथा भविष्य में योजना का कोई भी पुनरीक्षण स्वीकार नहीं होगा। परियोजना के अंतर्गत प्रस्तावित कार्यों की द्विरावृत्ती रोकने की दृष्टि से परियोजना की स्वीकृति से पूर्व यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यह कार्य पूर्व में किसी अन्य योजना या कार्यक्रम के अंतर्गत ना तो स्वीकृत है और ना वर्तमान में किसी अन्य योजना या कार्यक्रम में आच्छादित किया जाना प्रस्तावित है।  


उद्योगों व एमएसएमई0इकाईयां अधिक से अधिक युवाओं को अप्रेन्टिस करायें

प्रदेश सरकार द्वारा 04 अक्टूबर, 2021 को प्रदेश के समस्त जनपदों के नोडल राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में एम0एस0एम0ई0 व निर्यात प्रोत्साहन विभाग तथा व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रुप से ‘‘अप्रेन्टिस्शिप मेला‘‘ आयोजित किया जा रहा है।  प्रदेश में ‘‘अप्रेन्टिस्शिप मेला‘‘ के सफल आयोजन हेतु विभिन्न दिशा-निर्देश नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव, एम0एस0एम0ई0 व निर्यात प्रोत्साहन विभाग तथा श्री आलोक कुमार, सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन द्वारा निर्गत किये गये हैं। ‘‘अप्रेन्टिस्शिप मेला‘‘ का मुख्य उद्देश्य उद्योगों व एम0एस0एम0ई0 के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को प्रैक्टिकल टेªनिंग प्रदान किया जाना है। प्रदेश में लगभग 2.00 लाख उद्योग व एम0एस0एम0ई0 इकाईयां संचालित हो रही हैं तथा उनमें से लगभग 1.50 अप्रेन्टिस एक्ट, 1961 से आच्छादित हैं। प्रत्येक इकाई एक युवा को अप्रेन्टिस के रुप में प्रशिक्षण हेतु योजित करे, तो प्रति वर्ष प्रदेश के 1.50 युवा उद्योगों में कार्य करने के लिये दक्ष हो जायेंगे। उद्योग व एम0एस0एम0ई0 द्वारा युवाओं को अप्रेन्टिस के रुप में रखे जाने पर प्रदेश सरकार द्वारा रु0 2500 प्रतिमाह की प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जा रही है। इसके साथ-साथ युवाओं के अप्रेन्टिस करने का लाभ उद्योग व एम0एस0एम0ई0 को इस प्रकार से मिलेगा कि उन्हे अपने लिये अधिक से अधिक संख्या में दक्ष/कुशल कारागर सुगमतता से मिलेंगे।

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‘‘अप्रेन्टिस्शिप मेला‘‘ के सफल आयोजन हेतु दोनों ही विभागों द्वारा उद्योग व एम0एस0एम0ई0 के साथ समन्वय स्थापित किया गया है, जिसके परिणामस्वरुप अप्रेन्टिस के पोर्टल पर माह सितम्बर, 2021 के अंत तक लगभग 18 हजार रिक्तियां उद्योग व एम0एस0एम0ई0 द्वारा युवाओं हेतु उपलब्ध कराई गयी हैं। श्री कुणाल सिल्कू, निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन, उ0प्र0 द्वारा अवगत कराया गया कि ‘‘अप्रेन्टिस्शिप मेला‘‘ के सफल आयोजन हेतु व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा वृहद् प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। उन्होने युवाओं से आवाह्न किया कि वे 04 अक्टूबर के ‘‘अप्रेन्टिस्शिप मेला‘‘ में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग करें। कुणाल सिल्कू ने यह भी बताया कि ‘‘अप्रेन्टिस्शिप मेला‘‘ के सफल आयोजन हेतु उ0प्र0 कौशल विकास मिशन द्वारा रु0 1.00 लाख की धनराशि प्रत्येक जनपद को प्रदान की गई है। आलोक कुमार, सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन ने बताया कि ‘‘अप्रेन्टिस्शिप मेला‘‘ के सफल आयोजन हेतु प्रत्येक जनपद के जिलाधिकारी को निर्देश दिये गये हैं। आलोक कुमार ने यह भी बताया कि विभाग द्वारा युवाओं को अप्रेन्टिस्शिप से जोड़ने का निरन्तर रुप से प्रयास किया जायेगा तथा उन्होने उद्योगों व एम0एस0एम0ई0 से अपील की है कि वे अपने उद्योगों/इकाईयों में अधिक से अधिक युवाओं को अप्रेन्टिस करायें।

बिजेन्द्र कुमार बने ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के निदेशक एवं मुख्य अभियन्ता 

प्रदेश सरकार ने ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के बिजेन्द्र कुमार नवपदोन्नत मुख्य अभियन्ता स्तर-2 (पूर्वी क्षेत्र) को शासकीय कार्य हित में शासन के अग्रिम आदेशों तक ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के निदेशक एवं मुख्य अभियन्ता स्तर-1 बनाया गया हैं। श्री बिजेन्द्र कुमार ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के निदेशक एवं मुख्य अभियन्ता के पद का 01 अक्टूबर, 2021 से कार्यभार देखेंगे।  इस सम्बन्ध में ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती कल्पना अवस्थी द्वारा कार्यालय-ज्ञाप जारी कर दिया गया है। निदेशक एवं मुख्य अभियन्ता ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग बिजेन्द्र कुमार ने शासन के आदेशों के क्रम में आज अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है।  

वीरपाल राजपूत बने ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के मुख्य अभियन्ता स्तर-2 (पश्चिमी क्षेत्र)

प्रदेश सरकार ने ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग में वीरपाल राजपूत, अधीक्षण अभियन्ता को ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग में मुख्य अभियन्ता स्तर-2 (पश्चिमी क्षेत्र) पद पर पदोन्नति कर दी गयी हैं। श्री वीरपाल राजपूत, ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के मुख्य अभियन्ता स्तर-2 (पश्चिमी क्षेत्र) के पद पर 01 अक्टूबर, 2021 से कार्यभार देखेंगे। इस सम्बन्ध में ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग की प्रमुख सचिव कल्पना अवस्थी द्वारा कार्यालय-ज्ञाप जारी कर दिया गया है। मुख्य अभियन्ता ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग स्तर-2 (पश्चिमी क्षेत्र) वीरपाल राजपूत ने शासन के आदेशों के क्रम में आज अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है।  

संकेत एवं ममता विद्यालयों के निर्माण कार्य हेतु कार्यदायी संस्था नामित

प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा संचालित जनपद चित्रकूट में नवीन संकेत जूनियर हाई स्कूल की स्थापना के लिए निर्माण कार्य हेतु कान्सट्रक्शन एण्ड डिजाइन सर्विसेज (उ0प्र0 जल निगम) को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है।  इसी प्रकार जनपद चन्दौली में नवीन ‘‘ममता‘‘ राजकीय मानसिक मंदित विद्यालय (आवासीय) की स्थापना के लिए निर्माण कार्य हेतु कान्सट्रक्शन एण्ड डिजाइन सर्विसेज (उ0प्र0 जल निगम) को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है। इस सम्बन्ध में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ने आवश्यक आदेश जारी कर दिये है। आदेशानुसार निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग नामित कार्यदायी संस्था से कार्य का आगणन गठित कराकर शासन को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गांधी जयन्ती पर देश व प्रदेशवासियो को दी शुभकामनाएं

उप्र के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राष्ट्रपिता महात्मागांधी जी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। अपने शुभकामना संदेश में मौर्य ने कहा है कि गांधी जी के विचार और उनका जीवन दर्शन  आज भी प्रासंगिक है। हम सबको उनके जीवन दर्शन व सुकृत्यों से न केवल प्रेरणा लेनी चाहिए, बल्कि उसे आत्मसात भी करना चाहिए। गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर जारी अपने शुभकामना संदेश मे श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि गांधी जी का पूरा जीवन ही एक संदेश है। वह आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं। उनकी हर बात, हर काम प्रेरणा का संदेश है। वह संपूर्ण मानवता के प्रेरणास्रोत बने हुये हैं। बापू के आदर्श हमे समृद्ध भारत बनाने का मार्ग दर्शन  करते रहेंगे। उन्होने सत्य और अहिंसा को अपना हथियार बनाया। वह सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। कहा कि गांधी जी महान सोच वाले साधारण व्यक्ति थे। अपने शुभकामना संदेश में मौर्य ने कहा है कि हम सब लोग पुनःसंकल्प ले-कि गांधी जी के बताये हुये मार्ग का अनुसरण करते हुये राष्ट्र  के कल्याण व प्रगति के लिए सदैव समर्पित रहेगे और गांधी जी के रास्ते पर अनुगमन करते हुये मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करेंगे।


राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की 152वीं जयन्ती के पूर्व संध्या पर उत्तर प्रदेश सिन्धी अकादमी में सिन्धी संगोष्ठी का आयोजन 

उत्तर प्रदेश सिन्धी अकादमी द्वारा अमृत महोत्सव तथा चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव वर्ष के अन्तर्गत राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की 152वीं जयन्ती के पूर्व संध्या पर आज 01 अक्टूबर, 2021 को अपरान्ह् 03.00 बजे से अकादमी कार्यालय-कक्ष संख्या 512, इन्दिरा भवन, लखनऊ में सिन्धी संगोष्ठी विषय-भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में महात्मा गाँधी जी का योगदान का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अकादमी उपाध्यक्ष नानक चन्द लखमानी जी द्वारा की गयी। कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान झूलेलाल, महात्मा गाँधी तथा लालबहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार, श्री हरीश वाधवानी, सिन्धी विद्वान प्रो0 जी0के0 लाल चन्दानी, सिंधी साहित्यकार, प्रकाश गोधवानी, सिंधी विद्वान डी0सी0 चन्दानी ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

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कार्यकम में मुख्य वक्ता, श्री हरिशंकर जी द्वारा अपने वक्तव्य में अवगत कराया गया कि भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में महात्मा गाँधी की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता के लिए आन्दोलन की अगुवाई की थी। महात्मा गाँधी की शांतिपूर्ण और अहिंसक नीतियों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संघर्ष का आधार बनाया।

वह जैसा भारत को जैसा देखना चाहते थे, वैसा नहीं देख पाये। स्वदेशी को अपनाओ और विदेशी का बहिष्कार करो। सन् 1916 ई0 में वाराणसी स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के अवसर पर महात्मा गाँधी जी ने कहा था कि जो वह शिक्षा चाहते हैं वह अपने देश भारत में नहीं हो पा रही है। भारतीय शिक्षा ऐसी शिक्षा होगी, जिसके पठन-पाठन से प्रत्येक भारतीय धर्म एवं संस्कृति से ओत-प्रोत होकर ज्ञान प्राप्त कर सके।

कार्यक्रम में श्री प्रो0 जी0के0 लालचन्दानी द्वारा अपने वक्तव्य में अवगत कराया गया कि स्वतंत्रता आन्दोलन में महात्मा गाँधी द्वारा जो प्रमुख हथियार अपनाया गया था, वह अहिंसात्मक आन्दोलन था। इस हथियार से ब्रिटेन जैसी महाशक्ति को भी हार माननी पड़ी। महात्मा गाँधी अंहिसा के बदौलत सफल रहे, जबकि हिंसात्मक शक्ति प्रयोग से हिटलर जैसे महाबली हार गये। अब पूरी दुनिया मानती है कि देशों का सहअस्तित्व अंहिसा द्वारा ही सम्भव है। संयुक्त राष्ट्र का मुख्य उद्देश्य यह भी होता है कि दूसरे देश की प्रभुसत्ता में कोई भी हस्तक्षेप न किया जाये। संयुक्त राष्ट्र द्वारा महात्मा गाँधी जी के जन्मदिवस पर अंतर्राष्ट्रीय अंहिसा दिवस मनाये जाने की घोषणा की है।

श्री प्रकाश गोधवानी द्वारा अवगत कराया गया कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी अंग्रेजों से लड़ने के लिए पूरे देश को एक छत्र के नीचे लाने में सक्षम थे। उनके पद्चिन्हों पर चलकर ही आज हम आजादी के इस अमृत महोत्सव को हर्षोल्लास से मनाने में सक्षम हुयें हैं। उन्होंने चार पँक्तियाँ इस प्रकार पढ़ीः- 

मैं गाँधी हूँ लेकिन सत्ता का भूखा नहीं।

देष का वफादार हूँ परतंत्रता मुझे मंजूर नहीं।।

चाहों जो कहना है कह दो।

मैंने कहकर नहीं करके दिखलाया है।।

वरिष्ठ साहित्यकार श्री हरीश वाधवानी जी द्वारा अवगत कराया गया कि सिन्धी समाज का प्रत्येक घर देश की आजादी से जुड़ा हुआ है। उन्होंने अवगत कराया कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी द्वारा स्वतंत्रता एवं समाज सेवा के लिए सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया गया। उन्होंने भारत का भ्रमण किया और गरीबी को देखकर अपना कोट पैण्ट त्याग दिया और विदेशी वस्तुओं को बहिष्कार करते हुये चर्खा चलाया।

कार्यक्रम अध्यक्ष श्री नानक चन्द लखमानी द्वारा अकादमी में किये गये कार्यकलापों एवं गतिविधियों से सभी को अवगत कराया गया।

अकादमी निदेशक श्री हरि बख्श सिंह जी ने अतिथियों को आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।


प्रदेश सरकार की अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की योजनाओं से लाभान्वित होकर अनु जाति के लोग स्थापित कर रहे हैं, स्वरोजगार

उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम का उद्देश्य प्रदेश में निवास करने वाले अनुसूचित जाति के परिवारों का सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक विकास करना है। निगम की स्व-रोजगार योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु पात्रता के लिए प्रार्थी अनुसूचित जाति का व्यक्ति हो, गरीबी की रेखा के नीचे निवास कर रहा हो, गरीबी की रेखा (बी0पी0एल0) ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतम रू0 46,080/- तथा शहरी क्षेत्र में रू0 56,460/- वार्षिक आय होनी चाहिए। उ0प्र0 अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा कई स्वरोजगार योजनायें संचालित हैं, जिनके माध्यम से प्रदेश सरकार अनुसूचित जाति के लोगों को आत्मनिर्भर बना रही है।

पं0 दीनदयाल उपाध्याय स्व-रोजगार योजनाः- इस योजनान्तर्गत राष्ट्रीयकृत बैंकों के सहयोग से कृषि/उद्योग/सेवा एवं व्यवसाय क्षेत्र की विभिन्न रोजगारपरक योजनायें गरीबी की सीमा रेखा से नीचे निवास करने वाले अनुसूचित जाति के परिवारों को उनकी अभिरूचि एवं क्षेत्रीय आवश्यकता के आधार पर रू0 15.00 लाख तक की योजनायें उपलब्ध करायी जाती है जिस पर परियोजना लागत का 50 प्रतिशत अधिकतम रू0 10,000/- अनुदान, परियोजना लागत का 25 प्रतिशत मार्जिन मनी ऋण (निगम की अंशपूॅजी से) 4 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर तथा शेष धनराशि बैंक ऋण के रूप में प्रचलित बैंक ब्याज दर पर उपलब्ध करायी जाती है। इस योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 में 17,765 लाभार्थियों को लाभान्वित कराते हुए अनुदान/मार्जिनमनी/बैंक ऋण मद में कुल रू0 13614,54 लाख की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में इस योजनान्तर्गत 1,00,000/- व्यक्तियों को लाभान्वित कराने का लक्ष्य है। जिस पर कार्यवाही की जा रही है।

नगरीय क्षेत्र दुकान निर्माण योजनाः- अनुसूचित जाति के बेरोजगार बी0पी0एल0 श्रेणी के व्यक्तियांे को जिनके पास 13.32 वर्ग मीटर की स्वयं की भूमि उपलब्ध है, को स्वरोजगार स्थापित किये जाने हेतु दुकान निर्माण योजना संचालित है। दुकान निर्माण की लागत रू0 78,000 से रू0 85,000 निर्धारित है। इस योजना में निर्माण लागत में रू0 10,000 अनुदान तथा शेष धनराशि ब्याज मुक्त ऋण के रूप में होती है। जिसकी वसूली 10 वर्षों की समान मासिक किश्तों में बिना ब्याज के वसूल की जाती है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 562 दुकाने निर्मित कराते हुए रू0 438.36 लाख की धनराशि व्यय की गयी। वित्तीय वर्ष 2021-22 में अबतक 281 दुकानें निर्मित कराते हुये रू0 219.18 लाख की धनराशि व्यय की गयी है।

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लाण्ड्री एवं ड्राईक्लीनिंग योजना:-इस योजनान्तर्गत अनुसूचित जाति के धोबी समाज के बी0पी0एल0 श्रेणी के परिवारों हेतु रू0 1.00 लाख तथा रू0 2.16 लाख की लागत की परियोजनाओं के अन्तर्गत बिना ब्याज के ऋण की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। परियोजना लागत में रू0 10,000 अनुदान तथा शेष धनराशि ब्याज मुक्त ऋण के रूप में होती है जिसकी वसूली 05 वर्षों की समान मासिक किश्तों में बिना ब्याज के वसूल की जाती है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 198 लाण्ड्री स्थापित करते हुये रू0 19.80 लाख अनुदान तथा रू0 297.68 लाख ब्याजमुक्त ऋण की धनराशि व्यय की गयी है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 316 व्यक्तियों को लाभान्वित कराते हुए लाण्ड्री स्थापित करने का लक्ष्य है। जिसकी प्रक्रिया चल रही है। 

बिजनेस करेसपोन्डेन्ट (व्ययसाय संवाददाता) योजना:-निगम द्वारा संचालित इस योजनान्तर्गत व्यवसाय संवाददाता राष्ट्रीयकृत बैंकों के अधिकृत एजेण्ट के रूप में कार्य करेंगे। बैकिंग करेसपोन्डेन्ट योजना में अभ्यर्थी की शैक्षिक योग्यता इण्टरमीडिएट तथा कम्प्यूटर का ज्ञान आवश्यक है। इस हेतु सम्बन्धित बैंक द्वारा व्यवसाय संवाददाता से रू0 15,000 की धनराशि सिक्योरिटी के रूप में जमा करायी जाती है। जमा धनराशि की सीमा के अन्तर्गत व्यवसाय संवाददाता द्वारा ग्राहकों का राष्ट्रीयकृत बैंको में बचत खाता, आवर्ती जमा खाता, किसान क्रेडिट कार्ड, नामांकन कार्ड, आई0डी0 कार्ड, पैसा जमा करना तथा निकालना, ऑनलाइन धनराशि हस्तान्तरित करना आदि बैंकिंग सुविधा ग्राहकों को प्रदान की जाती है। योजना की इकाई लागत रू0 1,00,000 है जिसमें रू0 10,000 अनुदान, रू0 25,000 मार्जिन मनी ऋण 4 प्रतिशत ब्याज दर पर तथा रू0 65,000 की धनराशि ब्याजमुक्त के रूप में दी जायेगी। ऋण की वसूली ऋण वितरण के एक माह पश्चात 36 समान मासिक किस्तों में की जायेगी। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 24 लाभार्थियों को प्रशिक्षित कराते हुए रू0 25.30 लाख का व्यय कर उन्हें बिजनेस करेसपोन्डेन्ट बनाया गया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 500 व्यक्तियों को बिजनेस करेसपोन्डेन्ट बनाये जाने का लक्ष्य है।

टेलरिंग शॉप योजनाः- निगम के माध्यम से संचालित पं0 दीनदयाल उपाध्याय योजनान्तर्गत निर्धारित भौतिक लक्ष्य का 10 प्रतिशत अर्थात कुल 10,000 व्यक्तियों को उक्त योजना में आच्छादित किये जाने का लक्ष्य है। टेलरिंग शॉप योजना हेतु महिला अभ्यर्थी को प्राथमिकता दी जायेगी। योजना की इकाई लागत रू0 20,000 है जिसमें रू0 10,000 अनुदान तथा योजना लागत का 50 प्रतिशत रू0 10,000 की धनराशि ब्याज मुक्त ऋण के रूप में दी जायेगी। ऋण की वसूली ऋण वितरण के एक माह पश्चात 36 समान मासिक किस्तों में की जाती है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 2836 लाभार्थियों को रू0 283.60 लाख अनुदान तथा रू0 283.60 लाख ब्याजमुक्त ऋण कुल रू0 567.20 लाख व्यय कर लाभान्वित कराया गया। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 10,000 व्यक्तियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है। 

मैनुअल स्केवेन्जरों के पुनर्वासन के लिये स्वरोजगार योजनाः- एम0एस0 अधिनियम-2013 में प्राविधानित व्यवस्था के अन्तर्गत कराये गये सर्वेक्षण में चिन्हित स्वच्छकारों हेतु मैनुअल स्केवेन्जरों के पुनर्वास की संशोधित स्वरोजगार (एस0आर0एम0एस0) योजनान्तर्गत रू0 15.00 लाख तक की परियोजनायें बैंको के सहयोग से वित्तपोषित की जाती है, जिसमें न्यूनतम रू0 12,500 तथा अधिकतम रू0 3.25 लाख अनुदान की सुविधा दी जाती है, शेष धनराशि बैंक ऋण के रूप में देय होती है। बैंक ब्याज दर पर ब्याज अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है, जिससे कि लाभार्थी को बैंक ऋण पर मात्र 6 प्रतिशत ब्याज देना होता है। योजनान्तर्गत निःशुल्क प्रशिक्षण दिये जाने की सुविधा भी है, प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षार्थियों को रू0 3,000 प्रतिमाह वृत्तिका दी जाती है। इसके साथ ही साथ चिन्हित स्वच्छकारों को रू0 40,000 एक मुश्त नकद सहायता रू0 7,000 की मासिक किश्त में दी जाती है। एम0एस0 अधिनियम-2013 के अन्तर्गत कराये गये सर्वेक्षण में प्रदेश में अब तक 32,636 स्वच्छकारों को रू0 40,000 प्रति स्वच्छकार की दर से कुल रू0 130.54 करोड़ की धनराशि एकमुश्त नकद सहायता के रूप में सीधे उनके बैंक खाते में उपलब्ध करायी जा चुकी है। एम0एस0 अधिनियम-2013 लागू होने के फलस्वरूप ऋण हेतु इच्छुक 558 स्वच्छकारों हेतु रू0 479.325 लाख अनुदान की धनराशि जनपदों को ऋण वितरण हेतु अवमुक्त की गयी है। सीवर/सैप्टिक टैंक में सफाई के दौरान हुयी मृत्यु के मामलों में रू0 594.86 लाख की धनराशि मृतक आश्रित के परिवार को प्राप्त करायी जा चुकी है।

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पं0दीनदयाल उपाध्याय आटा/मसाला चक्की योजनाः-इस योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में निगम द्वारा अनुसूचित जाति की उद्यमी महिलाओं हेतु पं0 दीनदयाल उपाध्याय आटा/मसाला चक्की योजना संचालित की जा रही है। यह सीधे निगम के माध्यम से संचालित की जाती है। प्रयोगिक परियोजना के तौर पर यह योजना 18 मण्डलीय मुख्यालयों के जनपदों मे ंप्रति जनपद 125 महिलाओं हेतु कुल 2250 महिलाओं को उक्त योजना से आच्छादित किया जायेगा। इसके अन्तर्गत रू0 20,000 प्रति इकाई लागत, जिसमें रू0 10,000 अनुदान तथा शेष धनराशि ब्याजमुक्त ऋण के रूप मंे दिये जाने की व्यवस्था है।

01 अक्टूबर 2021 से 07 अक्टूबर, 2021 तक वन्यप्राणि सप्ताह के अंतर्गत फोटोग्राफी प्रतियोगिता का किया जायेगा आयोजन

                 

निदेशक, राज्य संग्रहालय, लखनऊ डा0 आनन्द कुमार सिंह ने अवगत कराया कि राज्य संग्रहालय, लखनऊ द्वारा दिनांक 01 अक्टूबर 2021 से 07 अक्टूबर, 2021 तक वन्यप्राणि सप्ताह के अंतर्गत फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। प्रतियोगिता में इच्छुक व्यक्ति प्रतिभाग कर सकते हैं। सिंह ने बताया कि प्रोफेशनल (पेशेवर) छायाकार (फोटोग्राफर) तथा नान प्रोफेशनल फोटोग्राफर नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान परिसर में दिनांक 03 अक्टूबर, 2021 को प्रातः 08.00 बजे से 11.00 बजे तक भ्रमण कर छायांकन करें। प्रत्येक प्रतिभागी को 12 इंच ग 18 इंच साइज में दो सब्जेक्ट का एक-एक प्रिंट निदेशक, राज्य संग्रहालय, लखनऊ को एवं ओरिजनल फाइल पर और फोटो राज्य संग्रहालय, लखनऊ में दिनांक 05 अक्टूबर, 2021 को सायं 05.00 बजे तक उपलब्ध कराना होगा। प्रतियोगिता का परिणाम 07 अक्टूबर, 2021 को अपराह्न 03.00 बजे घोषित किया जायेगा।


उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर देश व प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाए

                 

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।  उन्होंने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय जवान-जय किसान का नारा देकर देश के जवानों और किसानों के सम्मान को बढ़ाया। उनका सादगी भरा जीवन  हम सबके  लिए आज भी अनुकरणीय है। 

लोक कला संग्रहालय, लखनऊ  में ’’अमृत महोत्सव’ के अर्न्तगत कार्यक्रम आयोजित

लोक कला संग्रहालय, लखनऊ की शैक्षिक क्रार्यक्रम के अर्न्तगत आज ’’अमृत महोत्सव’ के अर्न्तगत संग्रहालय प्रांगण में ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के पूर्व दिवस पर’ लोकगीतों पर आधारित कार्यक्रम ’’ का आयोजन पूर्वान्ह 11ः30 बजे किया गया। क्रार्यक्रम का शुभारम्भ गणेश भगवान एवं ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी’’ को माल्यार्पण कर डॉ0 मीनाक्षी खेमका, प्रभारी संग्रहालयध्यक्ष, लोक कला संग्रहालय, लखनऊ द्वारा किया गया। 

कार्यक्रम का शुभारम्भ लोकाजंलि गु्रप की मुखिया अंजलि खन्ना एवं उनके सह कलाकार श्रीमती रीना शुक्ला, श्रीमती सरिता कटियार, श्री अरविन्द्र पाठक, एवं श्री गोविन्द पाठक ने राम धुन- रघुपति राघव राजा राम पति तपावन सीता राम से शुरू किया। जिसे सुनकर प्रत्येक व्यक्ति श्रोतागणों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में देशभक्ति गीत- सोंधी सी हवा है जहॉ, फूलों की अदा है वहॉ वही तो हमारा देश प्यारा है। भजन गीत- सत्यम् शिवम् सुन्दरम  एवं मिथिला मगन भई, सिया को जन्म भयों आज, प्रभुजी मेरे अवगुन चित्त ना धरों तथा जनम लियो आज रघराई अवधपुरी में बहार आयी। ऐसे सुन्दर-सुन्दर मनमोहक गीतों से सभी कलाकारों ने मन को मंत्रमुग्ध कर लिया। 

कार्यक्रम में ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के अवसर पर’ लोकगीत’’ इन दोनों आजादी के महापुरूषों के द्वारा उनके ऊपर गाये गये गीत-देदी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल, साबरमती के संग तुने कर दिया कमाल रघुपति राघव राजा राम को भी गा कर कार्यक्रम का पूरा किया गया । इन्ही सभी गीतों से कार्यक्रम को काफी सफल बनाया गया। सभी ने कार्यक्रम की काफी सराहना की। इस गीताजंलि कार्यक्रम में अतिथिगण, वरिष्ठ पत्रकार, एवं उच्चाधिकारी तथा अन्य श्रोतागण भी उपस्थित रहें। सभी का स्वागत सूक्ष्म जलपान द्वारा किया गया। कार्यक्रम मे निदेशक, उ0 प्र0 संग्रहालय निदेशालय, लखनऊ निदेशक, राज्य संग्रहालय लखनऊ तथा श्रीमती रेनू द्विवेदी, सहायक निदेशक, श्री विनय सिंह, श्री धनंजय निदेशालय से श्री मूल चन्द्र, श्री विजय मिश्रा, श्री अजय द्विवेदी, श्री जितेन्द्र, श्री वेद प्रकाश, लोक कला संग्रहालय, लखनऊ के कर्मचारी गण सुश्री छाया यादव, वीथिका सहायक कम वरिष्ठ लिपिक, श्रीमती सीमा श्रीवास्तव, लिपिक/टंकक, श्रीमती विद्यावती, श्री जितेन्द्र कुमार, श्री सुरेश चन्द्र, एवं अजय सभी कर्मचारी उपस्थित रह कर कार्यक्रम को सुव्यवस्थित सम्पादित कराया। इस अवसर पर लोक कला संग्रहालय, लखनऊ के समस्त कर्मचारी, श्रीमती माधुरी कीर्ति, सुश्री छाया यादव, श्रीमती सीमा श्रीवास्तव, श्रीमती विद्यावती, श्री जितेन्द्र कुमार, श्री सुरेश चन्द्र, एवं उ0 प्र0 संग्रहालय निदेशालय, एवं राज्य संग्रहालय के भी कर्मचारी उपस्थित थे। 

लोक कला संग्रहालय, लखनऊ  में ’’अमृत महोत्सव’ के अर्न्तगत कार्यक्रम आयोजित

लोक कला संग्रहालय, लखनऊ की शैक्षिक क्रार्यक्रम के अर्न्तगत आज ’’अमृत महोत्सव’ के अर्न्तगत संग्रहालय प्रांगण में ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के पूर्व दिवस पर’ लोकगीतों पर आधारित कार्यक्रम’’ का आयोजन पूर्वान्ह 11.30 बजे किया गया। क्रार्यक्रम का शुभारम्भ श्री गणेश भगवान एवं ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी’’ को माल्यार्पण कर डॉ0 मीनाक्षी खेमका, प्रभारी संग्रहालयध्यक्ष, लोक कला संग्रहालय, लखनऊ द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ लोकाजंलि गु्रप की मुखिया श्रीमती अंजलि खन्ना एवं उनके सह कलाकार श्रीमती रीना शुक्ला, श्रीमती सरिता कटियार, श्री अरविन्द्र पाठक, एवं श्री गोविन्द पाठक ने राम धुन- रघुपति राघव राजा राम पति तपावन सीता राम से शुरू किया। जिसे सुनकर प्रत्येक व्यक्ति श्रोतागणों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में देशभक्ति गीत- सोंधी सी हवा है जहॉ, फूलों की अदा है वहॉ वही तो हमारा देश प्यारा है। भजन गीत- सत्यम् शिवम् सुन्दरम  एवं मिथिला मगन भई, सिया को जन्म भयों आज, प्रभुजी मेरे अवगुन चित्त ना धरों तथा जनम लियो आज रघराई अवधपुरी में बहार आयी। ऐसे सुन्दर-सुन्दर मनमोहक गीतों से सभी कलाकारों ने मन को मंत्रमुग्ध कर लिया। 

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कार्यक्रम में ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के अवसर पर’ लोकगीत’’ इन दोनों आजादी के महापुरूषों के द्वारा उनके ऊपर गाये गये गीत-देदी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल, साबरमती के संग तुने कर दिया कमाल रघुपति राघव राजा राम को भी गा कर कार्यक्रम का पूरा किया गया । इन्ही सभी गीतों से कार्यक्रम को काफी सफल बनाया गया। सभी ने कार्यक्रम की काफी सराहना की। इस गीताजंलि कार्यक्रम में अतिथिगण, वरिष्ठ पत्रकार, एवं उच्चाधिकारी तथा अन्य श्रोतागण भी उपस्थित रहें। सभी का स्वागत सूक्ष्म जलपान द्वारा किया गया। कार्यक्रम मे निदेशक, उ0 प्र0 संग्रहालय निदेशालय, लखनऊ निदेशक, राज्य संग्रहालय लखनऊ तथा श्रीमती रेनू द्विवेदी, सहायक निदेशक, श्री विनय सिंह, श्री धनंजय निदेशालय से श्री मूल चन्द्र, श्री विजय मिश्रा, श्री अजय द्विवेदी, श्री जितेन्द्र, श्री वेद प्रकाश, लोक कला संग्रहालय, लखनऊ के कर्मचारी गण सुश्री छाया यादव, वीथिका सहायक कम वरिष्ठ लिपिक, श्रीमती सीमा श्रीवास्तव, लिपिक/टंकक, श्रीमती विद्यावती, श्री जितेन्द्र कुमार, श्री सुरेश चन्द्र, एवं अजय सभी कर्मचारी उपस्थित रह कर कार्यक्रम को सुव्यवस्थित सम्पादित कराया। इस अवसर पर लोक कला संग्रहालय, लखनऊ के समस्त कर्मचारी, श्रीमती माधुरी कीर्ति, सुश्री छाया यादव, श्रीमती सीमा श्रीवास्तव, श्रीमती विद्यावती, श्री जितेन्द्र कुमार, श्री सुरेश चन्द्र, एवं उ0 प्र0 संग्रहालय निदेशालय, एवं राज्य संग्रहालय के भी कर्मचारी उपस्थित थे। 

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