Hema Malini क्या सचमुच Mathura में इस बार मुश्किल स्थिति में थीं, Prabhasakshi Ground Report के जरिये जानें जमीनी सच्चाई

Hema Malini
ANI

मथुरा में लोगों से बातचीत में यह तो स्पष्ट हो गया कि हेमा मालिनी अपने संसदीय क्षेत्र में उतना नहीं रहती हैं जितना कि एक सांसद को रहना चाहिए लेकिन लोगों ने बताया कि उनके प्रतिनिधि यहां पर हर समय रहते हैं और किसी भी व्यक्ति का कोई काम नहीं रुकता।

उत्तर प्रदेश की मथुरा संसदीय सीट पर मतदान से पहले जब हमने इस तरह की रिपोर्टें देखीं कि वहां की निवर्तमान सांसद और भाजपा उम्मीदवार हेमा मालिनी इस बार मुश्किल स्थिति में हैं तो हम इन रिपोर्टों की सच्चाई का आकलन करने के लिए खुद मथुरा पहुँच गये। प्रभासाक्षी की चुनाव यात्रा ने मतदान से एक दिन पहले मथुरा के कई क्षेत्रों का दौरा किया और मतदान वाले दिन भी शहरी और ग्रामणी इलाकों में मतदान करके लौट रहे मतदाताओं से बातचीत कर उनकी प्रतिक्रिया जानी। हम आपको बता दें कि मथुरा में भाजपा की ओर से हेमा मालिनी चुनाव लड़ रही हैं जबकि बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट से सुरेश सिंह को टिकट दिया है तो वहीं सपा-कांग्रेस गठबंधन ने मथुरा से मुकेश धनगर को अपना उम्मीदवार बनाया है।

मथुरा में लोगों से बातचीत में यह तो स्पष्ट हो गया कि हेमा मालिनी अपने संसदीय क्षेत्र में उतना नहीं रहती हैं जितना कि एक सांसद को रहना चाहिए लेकिन लोगों ने बताया कि उनके प्रतिनिधि यहां पर हर समय रहते हैं और किसी भी व्यक्ति का कोई काम नहीं रुकता। लोगों ने बताया कि स्वयं हेमा मालिनी भी समय-समय पर अपने संसदीय क्षेत्र आकर लोगों से मिलती हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करती हैं। लोगों ने कहा कि मोदी और योगी सरकार की बदौलत मथुरा में विकास कार्यों में तेजी आई है और इस क्षेत्र की किस्मत बदल रही है। लोगों ने बताया कि योगी सरकार आने के बाद से जिस तरह मथुरा में सुरक्षा परिदृश्य में बड़ा सुधार आया है वह सरकार की सबसे बड़ी कामयाबी है। लोगों ने बताया कि पहले बिजली दिन भर में कुछ घंटे ही आती थी लेकिन अब कभी कभार ही बिजली कटौती होती है। लोगों ने बिजली आपूर्ति के मामले में भी सरकार को पूरे अंक दिये। हालांकि सरकारी स्कूलों की स्थिति और यमुना में फैली गंदगी लोगों के लिए बड़ी समस्या के तौर पर रही।

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जनता से बातचीत के दौरान इस पर एकराय दिखी कि धार्मिक नगरी के रूप में मथुरा का और कायाकल्प करने की जरूरत है। लोगों ने कहा कि यहां सुविधाएं बढ़ी हैं लेकिन ट्रैफिक जाम की स्थिति को देखते हुए सड़कों को चौड़ा करना जरूरी है। लोगों ने कहा कि इसके अलावा हमें इस बात की बहुत खुशी है कि धार्मिक नगरी में समय-समय पर होने वाले आयोजनों को राज्य सरकार का पूरा समर्थन मिलता है। लोगों ने कहा कि मोदी और योगी सरकार के कार्यकाल के दौरान जिस तरह लोग अपने धर्म के प्रति जागरूक हुए हैं उससे हम बहुत खुश हैं। लोगों ने कहा कि सड़कों की स्थिति और बेहतर हुई है लेकिन ग्रामीण इलाकों में काम करने की जरूरत है। सभी वार्तालापों के दौरान हमने पाया कि जनता इस बात पर एकमत है कि जितनी भी समस्याएं हैं उसको सिर्फ भाजपा ही दूर कर सकती है। लोगों ने कहा कि पहले की सरकारों ने इस धार्मिक नगरी की उपेक्षा की लेकिन मोदी और योगी इस क्षेत्र का कायाकल्प कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि आगे भी वह विकास के काम जारी रखेंगे।

कई लोगों ने बातचीत में यह भी कहा कि यहां से भाजपा का उम्मीदवार कोई भी होता उससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि जनता एक बार फिर नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहती है। लोगों ने कहा कि यह पहली बार था जब मोदी के रूप में कोई प्रधानमंत्री मथुरा की यात्रा पर आया था। लोगों ने कहा कि जिस तरह अयोध्या और काशी सज गये हैं उसी तरह मोदी मथुरा को भी सजा देंगे, इस बात का हमें पूरा विश्वास है। ग्रामीण क्षेत्रों में जब हमने लोगों से बात की तो यह बात उभर कर आई कि राष्ट्रीय लोक दल के साथ भाजपा का गठबंधन जमीनी स्तर पर काम कर रहा है और जिस तरह जयंत चौधरी ने भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार किया और उनको समर्थन देने की अपील की उसका बड़ा लाभ हेमा मालिनी को मिलने जा रहा है।

मथुरा में मतदान कर वापस लौट रहे लोगों से बातचीत में यह बात एकदम स्पष्ट हो गयी कि भाजपा प्रत्याशी यहां से रिकॉर्ड मतों से जीत रही हैं। मथुरा के मतदान केंद्रों में जिस भी मतदाता से हमने सवाल पूछा तो जवाब में सभी ने मोदी का नाम लिया। उम्र चाहे कोई भी हो, स्त्री हो या पुरुष, साधु-संत हों या आम लोग, सभी की जुबान पर मोदी का नाम था। मथुरा से हेमा मालिनी कितने बड़े अंतर से जीत रही हैं इसका अंदाजा हमें विभिन्न पार्टियों के उन डेस्कों पर लगी भीड़ से भी पता चल गया जोकि मतदाताओं को पर्चियां देने के लिए लगाये गये थे।

-नीरज कुमार दुबे

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