पीएम केयर्स में रुपये देने वालों का खुलासा क्यों नहीं करना चाहते प्रधानमंत्री: राहुल
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Jul 11 2020 8:47PM
राहुल गांधी और रणदीप सुरजेवाला ने जिस खबर का हवाला दिया उसमें दावा किया गया है कि लोक लेखा समिति (पीएसी) ‘पीएम केयर्स’ की छानबीन नहीं करेगी क्योंकि भाजपा सांसदों के विरोध के चलते पीएसी की बैठक में इस मामले पर सर्वसम्मति नहीं बन सकी।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक खबर का हवाला देते हुए शनिवार को सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘पीएम केयर्स’ कोष में अनुदान देने वालों के नामों का खुलासा क्यों नहीं कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री उन लोगों के नामों का खुलासा क्यों नहीं करना चाहते जिन्होंने ‘पीएम केयर्स’ के लिए पैसा दिया है? हर कोई जानता है कि चीनी कंपनियों हुवेई, शाओमी, टिकटॉक और वन प्लस ने पैसे दिए। वह इस बारे में विवरण साझा क्यों नहीं कर रहे हैं?’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाल ने ट्वीट कर दावा किया, ‘ न्यू इंडिया में जवाबदेही को वणक्कम! पीएम केयर्स फंड की जांच संसद की पीएसी नहीं कर सकती। इसकी जांच कैग नहीं कर सकता। इसके बारे नागरिकों को आरटीआई के तहत सवाल करने तक का अधिकार नहीं। उन्होंने कटाक्ष करने के साथ ही आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी का नारा है कि कभी कोई हिसाब नहीं दूंगा !’’Why is PM so scared of disclosing the names of those who donated money to him for PMCares?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 11, 2020
Everyone knows Chinese companies Huawei, Xiaomi, TikTok and OnePlus gave money.
Why doesn’t he share the details?https://t.co/DLi8SrJ2Jy
राहुल गांधी और रणदीप सुरजेवाला ने जिस खबर का हवाला दिया उसमें दावा किया गया है कि लोक लेखा समिति (पीएसी) ‘पीएम केयर्स’ की छानबीन नहीं करेगी क्योंकि भाजपा सांसदों के विरोध के चलते पीएसी की बैठक में इस मामले पर सर्वसम्मति नहीं बन सकी।PM CARES Fund -
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 11, 2020
• Can’t be questioned by PAC;
• Can’t be audited by CAG;
• Can’t be answered in RTI;
• Can’t be challenged in court;
BUT
Can receive Chinese Money!
FOR
This is Modi Ji’s “New India” !!!!!!!!!#PMCaresFund https://t.co/0jrMPZAgHZ
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:
अन्य न्यूज़