एशियाई खेलों से पांच हफ्ते पहले एसीटी के आयोजन पर फुल्टन बोले: हमें इन मुकाबलों की जरूरत

Asian Champions Trophy
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पाकिस्तान के अलावा चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और मलेशिया भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के खिलाफ बेशक मुकाबला कड़ा होगा लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप किसी मानसिक और चतुराई से आप खेलते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बेशक मैच का जुनून आपको कुछ हद तक आक्रामक बनने के लिए प्रेरित करता है लेकिन अंततः हमारा ध्यान खेल पर होना चाहिए और अपनी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को पहचानना चाहिए।’’ भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि सभी टीमें अच्छी और प्रतिस्पर्धी हैं। हमने उनके मुकाबले देखे हैं और उनके खिलाफ खेला भी है। हम इसे प्रति मैच के आधार पर लेंगे, इससे सीखेंगे और उसके अनुसार रणनीति बनाएंगे।

मलेशिया हॉकी टीम के कोच अरूल एंथोनी भले ही एशियाई खेलों के इतने करीब एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी (एसीटी) के आयोजन से हैरान हों लेकिन भारत के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने मंगलवार को कहा कि यह प्रतिष्ठित महाद्वीपीय खेलों से पहले तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है। एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी 12 अगस्त को खत्म होगी जब चीन के हांगझोउ में एशियाई खेलों की शुरुआत को पांच हफ्ते से कुछ अधिक का वक्त बचा होगा जिसके कारण चेन्नई में हो रही इस प्रतियोगिता के समय को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। फुल्टन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह कुछ ऐसा है जो आपको करना होगा। हमें मुकाबलों की जरूरत है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम इसे खेलें। यह और भी अच्छा है कि यह भारत में हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सकारात्मक और नकारात्मक चीजों पर गौर करेंगे। लेकिन साथ ही, हमें कुछ अतिरिक्त खिलाड़ियों पर भी नजर डालने का मौका मिलेगा जो हमारे लिए महत्वपूर्ण है।

चोट किसी भी टीम या खिलाड़ी के लिए कभी भी अच्छी नहीं होती है। तो, हां, मैं मुकाबले और इसके समय को समझता हूं।’’ मलेशिया के मुख्य कोच एंथोनी एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन के समय से बहुत खुश नहीं थे। उन्होंने कहा कि इससे एशियाई खेलों से पहले उनकी तैयारी ‘बाधित’ हो गई जिसका विजेता ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करता है। एंथोनी ने कहा, ‘‘मैं इसे लेकर थोड़ा उत्सुक हूं क्योंकि कोच के रूप में हमें टीम की योजना बनाने के लिए 18 से 24 महीने की जरूरत होती है। किसी बड़े टूर्नामेंट से पांच सप्ताह पहले एक टूर्नामेंट का आयोजन करना, मैं इसके पीछे का कारण जानने के लिए उत्सुक हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि एशियाई हॉकी एफआईएच (अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ) के साथ मिलकर काम करेगी और बेहतर आयोजन करेगी क्योंकि हमारा कार्यक्रम बाधित हो गया था। हमें यूरोप का दौरा करना था। हमें बेल्जियम, हॉलैंड (नीदरलैंड), फ्रांस और स्पेन के खिलाफ मैच खेलने थे। सारी योजना बन चुकी थी।’’

मलेशिया के कोच ने कहा, ‘‘लेकिन तारीख और समय बदल गया और फिर से मैचों का आयोजन करना मुश्किल है। और उनके लिए इस टूर्नामेंट को इस महत्वपूर्ण क्षण में रखना... हां, मुझे लगता है कि भविष्य में एशियाई हॉकी को कैलेंडर पर गंभीरता से ध्यान देना होगा जो कम से कम एक या दो साल आगे के कैलेंडर की योजना बना रहा है।’’ पिछले कुछ समय में भारतीय टीम के पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने को लेकर काफी बहस हुई है। फुल्टन ने कहा, ‘‘हमारे पास विश्व स्तरीय पेनल्टी कॉर्नर (विशेषज्ञ) हैं। इसमें जुड़े सभी खिलाड़ी अच्छे हैं। विरोधियों को पता है कि उन्हें वहां खतरा है और वे इसे कम करने की कोशिश करते हैं। यही हम करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम हमेशा सुधार कर सकते हैं। हमें बस यह देखना है कि हम कितना विस्तार में जाना चाहते हैं और हम इसे सुधारने में कितना समय लगाते हैं।’’ एशियाई चैंपियन ट्रॉफी के दौरान नौ अगस्त को चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान की टीमें भी आमने सामने होंगी।

पाकिस्तान के अलावा चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और मलेशिया भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के खिलाफ बेशक मुकाबला कड़ा होगा लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप किसी मानसिक और चतुराई से आप खेलते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बेशक मैच का जुनून आपको कुछ हद तक आक्रामक बनने के लिए प्रेरित करता है लेकिन अंततः हमारा ध्यान खेल पर होना चाहिए और अपनी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को पहचानना चाहिए।’’ भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि सभी टीमें अच्छी और प्रतिस्पर्धी हैं। हमने उनके मुकाबले देखे हैं और उनके खिलाफ खेला भी है। हम इसे प्रति मैच के आधार पर लेंगे, इससे सीखेंगे और उसके अनुसार रणनीति बनाएंगे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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