तोक्यो ओलपिंक में कोरिया की चुनौती से निपटेंगे भारतीय तीरंदाज!

Indian archers to tackle Koreas challenge after mixed performance

दीपिका के सामने सबसे बड़ी चुनौती अंतिम आठ में आ सकती है जहां उनका सामना ओलंपिक में पदार्पण कर रही सान से होने की संभावना है। दो साल पहले इसी स्थान पर सान से हारी दीपिका का इरादा बदला चुकता करने का होगा।

तोक्यो।  दुनिया की नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी शुक्रवार को यहां युमेनोशिमा पार्क में ओलंपिक रैंकिंग राउंड में अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रख पायी लेकिन पुरूष तीरंदाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा जिससे भारत को मिश्रित युगल जोड़ी में फेरबदल करने के लिये बाध्य होना पड़ा। कोरियाई तीरंदाज ने दबदबा बनाया जो 2019 के बाद से ओलंपिक की तैयारियों के लिये सभी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से दूर रहे थे जिसमें महिलाओं के वर्ग में शीर्ष तीन स्थान के अलावा युवा एन सान ने 25 साल का ओलंपिक रिकार्ड भी तोड़ा। अतनु दास, प्रवीण जाधव और तरूणदीप राय की भारतीय पुरूष टीम हालांकि अच्छा स्कोर नहीं बना सकी और टीम रैंकिंग में बस किसी तरह से शीर्ष 10 में पहुंचने में सफल रही। दीपिका 663 अंक से नौंवे स्थान पर रहीं जो उनके सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग स्कोर 686 से काफी कम है। उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि मेरा प्रदर्शन अच्छा और बुरा दोनों था। यह बीच का रहा।’’

इसे भी पढ़ें: तोक्यो पैरालंपिक में नहीं चुने जाने पर निशानेबाज नरेश शर्मा ने HC में दायर की याचिका, कोर्ट ने PCI को दिए निर्देश

दीपिका के सामने सबसे बड़ी चुनौती अंतिम आठ में आ सकती है जहां उनका सामना ओलंपिक में पदार्पण कर रही सान से होने की संभावना है। दो साल पहले इसी स्थान पर सान से हारी दीपिका का इरादा बदला चुकता करने का होगा। उन्होंने कहा ,‘‘ मैं खुद से बात करती हूं और अपने जज्बात पर काबू रखने की कोशिश करती हूं। मैं खुद को लगातार बेहतर करना चाहती हूं। मैं यहां अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहती हूं और अगले दौर में यह दिखा दूंगी।’’ तीरंदाजी में देश को पहला ओलंपिक पदक दिलाने की कोशिश में जुटे भारतीयों को आगे कड़ी चुनौती का सामना करना होगा जिसमें पुरूष और मिश्रित युगल जोड़ी के क्वार्टरफाइनल में कोरिया से भिड़ने की संभावना है। भारत ने पुरूष और मिश्रित टीम रैंकिंग में एक समान नौंवा स्थान हासिल किया। वहीं दीपिका मिश्रित युगल स्पर्धा में अपने पति और अनुभवी तीरंदाज अतनु दास की बजाय प्रवीण जाधव के साथ उतरेंगी।

इसे भी पढ़ें: CSK स्टार प्लेयर सुरेश रैना के बाद रवींद्र जडेजा को किया गया ट्रोल, ब्राह्मण-राजपूत से जुड़ा मामला

शुक्रवार को क्वालीफिकेशन दौर के प्रदर्शन के आधार पर यह फैसला लिया गया। पदार्पण कर रहे प्रवीण जाधव अनुभवी तीरंदाज दास (35वें स्थान) और राय (37वें स्थान) से आगे रहे। जाधव और दास का स्कोर समान 329 था, पर महाराष्ट्र का तीरंदाज अंतिम छह सेट में उनसे आगे निकल गया और उसने 720 में से 656 अंक जुटाये। एशियाई खेलों के पूर्व रजत पदक विजेता राय अपना तीसरा ओलंपिक खेल रहे हैं, वह 64 तीरंदाजों में 37वें स्थान पर रहे। दास और दीपिका पिछले साल ही शादी के बंधन में बंधे थे और ओलंपिक खेलों में एक ही स्पर्धा में भाग लेने वाली यह पहली भारतीय जोड़ी है। भारत के पास दास और दीपिका को चुनने का मौका था जिन्होंने हाल में पेरिस विश्व कप में एक साथ स्वर्ण पदक जीता था। लेकिनमहासंघ ने हालांकि दास की बजाय जाधव को चुना। भारतीय तीरंदाजी संघ के अधिकारी वीरेंद्र सचदेवा ने कहा ,‘‘ मौजूदा फॉर्म के आधार पर जाधव का चयन किया गया। इसमें कोई रॉकेट विज्ञान नहीं है।’’ पूरी उम्मीद है कि भारतीय मिश्रिट युगल जोड़ी आठवीं रैंकिंग की चीनी ताइपे की जोड़ी की चुनौती से निपटने के बाद क्वार्टरफाइनल में शीर्ष वरीय कोरिया से भिड़ेगी।

इसे भी पढ़ें: कैडेट विश्व चैंपियनशिप: भारतीय पहलवान तनु और प्रिया ने खिताब जीतकर रचा इतिहास

पुरूष तिकड़ी का मिलाकर प्रदर्शन सिर्फ शीर्ष 10 में पहुंचाने के लिये काफी था क्योंकि उन्होंने कुल 1961 अंक बनाये जिससे वे नौंवे स्थान पर रहे। पुरूष टीम लंदन 2012 के बाद पहला ओलंपिक खेल रही है। पुरूष टीम 2016 रियो ओलंपिक में क्वालीफाई नहीं कर सकी थी और दास व्यक्तिगत वर्ग में एकमात्र पुरूष प्रतिस्पर्धी थे। इसी तरह भारतीय पुरूष टीम अगर शुरूआती दौर में आठवी रैंकिंग की कजाखस्तान को हरा देती है तो वह भी शीर्ष वरीय कोरिया के सामने हो सकती है जिसे क्वार्टरफाइनल के लिये बाई मिली है। व्यक्तिगत रैंकिंग में सभी तीनों भारतीय तीरंदाज शीर्ष 30 से बाहर रहे। व्यक्तिगत वर्ग में जाधव का सामना रूस के 34वीं रैंकिंग के गालसान बाजारझापोव से होगा जबकि दास चीनी ताइपे के डेंग यु चेंग के सामने होंगे। राय की शुरूआती दौर की चुनौती यूक्रेन के ओलेक्सी हुनबिन से होगा। दिन की शुरूआत में दीपिका ने 663 स्कोर किया जिसमें पहले हाफ में 334 और दूसरे हाफ में 329 स्कोर रहा। उन्होंने 72 निशानों में से 30 बार परफेक्ट 10 स्कोर किया। दीपिका का सामना अब दुनिया की 193वें नंबर की तीरंदाज भूटान की करमा से होगा जो रैंकिंग दौर में 56वें स्थान पर रही। दीपिका 36 निशानों के बाद 334 अंक लेकर चौथे स्थान पर थी और वह कोरियाई दिग्गज कांग से आगे थी। इसके बाद दूसरे हाफ में दीपिका का प्रदर्शन खराब हुआ। एलिमिनेशन दौर के मुकाबले 27 जुलाई को खेले जायेंगे। रैंकिंग दौर से एलिमिनेशन दौर की वरीयता का निर्धारण होता है और विरोधी भी तय होता है। तीरंदाजों को 70 मीटर की दूरी से निशाना लगाने के लिये 72 तीर दिये जाते हैं। उन्हें छह छह तीरों की 12 सीरिज में निशाना लगाना होता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़