लवलीना, निकहत, नीतू और स्वीटी Women's World Championship के फाइनल में

Nikhat
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निकहत ने जहां रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया को 5-0 से शिकस्त दी तो वहीं नीतू ने कजाखस्तान की अलुआ बाल्कीबेकोवा पर 5-2 से जीत हासिल की। दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना ने चीन की लि कियान पर 4-1 की जीत से पहली बार विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनायी।

निकहत जरीन (50 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा), नीतू गघांस (48 किग्रा) और स्वीटी बूरा (81 किग्रा) ने गुरूवार को यहां सेमीफाइनल में शानदार जीत से महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया। निकहत ने जहां रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया को 5-0 से शिकस्त दी तो वहीं नीतू ने कजाखस्तान की अलुआ बाल्कीबेकोवा पर 5-2 से जीत हासिल की। दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना ने चीन की लि कियान पर 4-1 की जीत से पहली बार विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनायी।

वहीं स्वीटी ने आस्ट्रेलिया की सुए एम्मान ग्रीनट्री पर 4-3 से जीत हासिल की। निकहत (52 किग्रा वर्ग की मौजूदा चैम्पियन) इस प्रतियोगिता में 50 किग्रा वजन वर्ग में हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने अपनी फुर्ती और रणनीतिक दक्षता से वालेंसिया को पराजित किया और अपने खिताब के बचाव की ओर कदम बढ़ाना जारी रखा। तोक्यो ओलंपिक में भारत की महान मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को पराजित करने वाली वालेंसिया के खिलाफ निकहत पूरी तैयारी से रिंग में उतरी थीं।

निकहत ने पहले दो राउंड में आक्रामण किया और फिर उन्होंने रक्षण किया। सर्वसम्मत फैसले से जीत मिलना निकहत के कौशल और शारीरिक फिटनेस को दिखाता है और तेलगांना की इस मुक्केबाज को फाइनल में पहुंचने के लिये पांच मुकाबले लड़ने पड़े। निकहत ने कहा, ‘‘आज का मुकाबला सर्वश्रेष्ठ रहा। मुझे लगता है कि जब मैं तकनीकी रूप से दक्ष मुक्केबाज से भिड़ती हूं तो बेहतर करती हूं। मैं पहले भी उसके खिलाफ खेली हूं और वह काफी अनुभवी मुक्केबाज है। ’’ अब स्वर्ण पदक के लिए निकहत का सामना वियतना की दो बार की एशियाई चैम्पियन एनगुएन थि ताम से होगा।

इससे पहले नीतू और बाल्कीबेकोवा के बीच मुकाबला पिछले साल के क्वार्टरफाइनल जैसा ही था। इसमें राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन नीतू और बाल्कीबेकोवा ने पहले दौर में एक दूसरे पर जमकर मुक्के जड़े। हालांकि कजाखस्तान की मुक्केबाज ज्यादा हावी रहीं जिससे पहला राउंड 3-2 से उनके नाम रहा। दूसरे राउंड में हालांकि नीतू ने मजबूत वापसी करते हुए दमदार ‘हुक्स’ और ‘जैब्स’ जड़े। दोनों मुक्केबाज एक दूसरे को जकड़ने की कोशिश करती रहीं लेकिन नीतू इस राउंड को अपने नाम करने में सफल रही।

अगले तीन मिनट काफी तनावपूर्ण रहे जिसमें नीतू ने पिछले चरण की रजत पदक विजेता बाल्कीबेकोवा से बेहतर प्रदर्शन किया जिससे मुकाबले का ‘रिव्यू’ किया गया और उन्हें विजेता घोषित किया गया। नीतू इस्तांबुल में इस मुक्केबाज से पिछली भिड़ंत में हार गयी थीं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिछली बार दूर से खेली थी इसलिये मैं उबर नहीं सकी। इस बार मैं काफी करीब से खेली। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अब काफी सुधार किया है जो दिख रहा है। पहले मैं दूर से जवाबी हमले करती थी लेकिन अब मैं परिस्थितियों के अनुसार खेल सकती हूं। ’’ नीतू का सामना अब शनिवार को एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता मंगोलिया की लुतसाईखान अल्टांटसेतसेग से होगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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