पहलवान दीपक पूनिया के कोच को क्यों किया गया तोक्यो ओलंपिक से बाहर, बड़ी वजह ये रही!

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भारतीय पहलवान दीपक पूनिया के विदेशी कोच मुराद गैदारोव को एक रैफरी के साथ हाथापाई करने के लिये शुक्रवार को तोक्यो ओलंपिक से बाहर कर दिया गया।

तोक्यो। भारतीय पहलवान दीपक पूनिया के विदेशी कोच मुराद गैदारोव को एक रैफरी के साथ हाथापाई करने के लिये शुक्रवार को तोक्यो ओलंपिक से बाहर कर दिया गया। भारतीय पहलवान के कांस्य पदक के प्ले-ऑफ में यह रैफरी मौजूद था जिसमें दीपक पूनिया सैन मारिनो के माइल्स नजीम अमीन से हार गये थे। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने मामले की सुनवाई के बाद गैदारोव का ‘एक्रीडिटेशन’ रद्द कर दिया।

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भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) महासचिव राजीव मेहता ने ट्वीट किया, ‘‘भारतीय कुश्ती टीम के विदेशी सहायक कोच मुराद गैदारोव एक मैच रैफरी से हाथापाई की घटना में शामिल थे जिससे उन्हें तुरंत तोक्यो ओलंपिक खेल गांव से बाहर कर दिया गया और उन्हें भारत के लिये पहली उड़ान से वापस बुला लिया गया है। ’’

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भारतीय कुश्ती महासंघ ने गैदारोव (42 वर्ष) को पिछले कुछ समय से 2018 जूनियर विश्व चैम्पियन को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। गैदारोव बेलारूस की तरफ से 2008 बीजिंग ओलंपिक में रजत पदक जीत चुके हैं। उन्हें 2004 ओलंपिक खेलों में अयोग्य करार कर दिया गया था जब उन्होंने क्वार्टरफाइनल गंवाने के बाद एरीना के बाहर अपने प्रतिद्वंद्वी से हाथापाई की थी।

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