गूगल ने डूडल बनाकर हिन्दी कवयित्री महादेवी वर्मा को किया याद
हिन्दी साहित्य की सशक्त हस्ताक्षर महादेवी वर्मा की 111 वी जयंती पर आज गूगल ने डूडल बना कर उन्हें याद किया। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित महादेवी का जन्म 1907 में उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद जिले में हुआ था।
नयी दिल्ली। हिन्दी साहित्य की सशक्त हस्ताक्षर महादेवी वर्मा की 111 वी जयंती पर आज गूगल ने डूडल बना कर उन्हें याद किया। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित महादेवी का जन्म 1907 में उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद जिले में हुआ था। बचपन से ही उनके माता - पिता ने उन्हें संस्कृत और हिन्दी में लिखने के लिए प्रोत्साहित किया। महादेवी को महिला अधिकारों की पैरोकार और हालात तथा माहौल का बदलने का इरादा रखने वाली कवयित्री के रूप में जाना जाता है। संस्कृत में स्नात्तोतर की पढ़ाई के दौरान उन्होंने अपना पहला छंद संस्कृत में लिखा।
गूगल डूडल ने कहा है, ‘‘आज, महादेवी वर्मा को हिंदी साहित्य के छायावाद काल की शुरूआती कवयित्रियों के तौर पर जाना जाता है।’’ डूडल में महादेवी एक पेड़ की छांव में बैठी हैं। उन्होंने सफेद साड़ी पहनी है और हरियाली के बीच डूबते सूरज की सुनहरी आभा में अपने विचारों को उजले कागज पर उतार रही हैं। डूडल के बारे में जानकारी देते हुए कहा गया है, ‘‘वर्मा की कविताएं और निबंध अधिकतर एक महिला होने के अनुभव पर ही आधारित होते थे।’’ महादेवी पर गूगल का यह डूडल कलाकार सोनाली जोहरा ने बनाया है।
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