Mother Day 2025: 11 मई को मनाया जा रहा है मदर्स डे, जानिए इस दिन का इतिहास और महत्व

मां एक ऐसा शब्द है, जिसमें पूरी दुनिया ममता, प्यार, त्याग और बलिदान समाया है। मातृत्व की महानमा को सम्मानित करने और मां के प्रति स्नेह और कृतज्ञता दिखाने के लिए हर साल मदर्स डे मनाया जाता है।
मां एक ऐसा शब्द है, जिसमें पूरी दुनिया ममता, प्यार, त्याग और बलिदान समाया है। मातृत्व की महानमा को सम्मानित करने और मां के प्रति स्नेह और कृतज्ञता दिखाने के लिए हर साल मदर्स डे मनाया जाता है। यह दिन मां के प्रति प्रेम, सम्मान और समर्पण व्यक्त करने का विशेष अवसर प्रदान करता है। मदर्स डे मनाने की परंपरा प्राचीन यूनान और रोम से जुड़ी है। वहां पर देवियों की पूजा-अर्चना की जाती है। जिनको मातृत्व का प्रतीक माना जाता था। तो आइए जानते हैं मदर्स डे का इतिहास और यह दिन कब और क्यों मनाया जाता है।
इतिहास
अमेरिका में साल 1908 में मदर्स डे की शुरूआत हुई थी। इस दिन को मनाए जाने की शुरूआत ऐना जार्विस ने अपनी मां को श्रद्धांजलि देने के लिए की थी। बताया जाता है कि ऐना जार्विस ने सेकेंड संडे इन मई फॉर 'मदर्स डे' को ट्रेडमार्क बनाया। वहीं मदर डे इंटरनेशनल एसोसिएशन का गठन किया।
कब मनाया गया ये दिन
साल 1914 में पहली बार मदर्स डे को ऑफिशियल अवकाश के रूप में घोषित किया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने मई के दूसरे रविवार को यह मनाने के रूप में मान्यता दी थी। लेकिन ऑफिशियल घोषणा से पहले ही इस दिन पर छुट्टी को व्यापक रूप से मान्यता मिल चुकी थी।
वहीं 08 मई 1914को अमेरिकी कांग्रेस ने एक कानून पारित किया था। इस दौरान मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे घोषित किया गया। वहीं अगले दिन राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने अवकाश की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने उन सभी माताओं के सम्मान में अवकाश घोषित किया। जिनके बेटे युद्ध में मारे गए थे। इस तरह से पहला ऑफिशियल मदर्स डे 10 मई 1914 को मनाया गया।
किन देशों में मनाया जाता है ये दिन
बता दें कि 100 से भी अधिक देशों में मदर्स डे का दिन मनाया जाता है। हालाँकि इन देशों में मदर्स डे की डेट अलग-अलग हो सकती है। सफेद कार्नेशन का फूल इस दिन के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
अन्य न्यूज़