Unlock 2 के तीसरे दिन तक देशभर में 92,97,749 लोगों की कोरोना जाँच हुई

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लोकसभा सचिवालय ने शुक्रवार को संसदीय समितियों की बैठकें संसद भवन में सदस्यों की मौजूदगी और कुछ पाबंदियों के साथ करने के संबंध में दिशानिर्देश जारी किये। सरकार कोरोना वायरस महामारी के बीच संसद का मानसून सत्र अगस्त के अंत में या सितंबर में आयोजित करने पर विचार कर रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 के मामलों का जल्दी पता लगाने और उनका समय पर क्लीनिकल प्रबंधन होने की वजह से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और शुक्रवार को देश में कोरोना वायरस रोगियों के सही होने की दर 60 प्रतिशत से अधिक हो गयी। देश में कोरोना वायरस के एक दिन में सर्वाधिक 20 हजार से अधिक मामले आने और संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 6,25,544 पहुंचने के बीच मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के सही होने की दर 60.73 प्रतिशत हो गयी है। देश में एक दिन में संक्रमण से मौत के 379 मामले सामने आने के साथ मरने वालों की संख्या 18,213 पर पहुंच गयी है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘कोविड-19 के मामलों का जल्द पता चलने और समय पर उनके क्लीनिकल प्रबंधन से हर दिन स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में 20,033 कोविड-19 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं और ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या 3,79,891 पहुंच गयी है।’’ बयान के अनुसार इस समय देश में 2,27,439 संक्रमितों का इलाज चल रहा है। मंत्रालय ने कहा कि कैबिनेट सचिव ने शुक्रवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ कोविड-19 की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। मंत्रालय ने कहा, ‘‘कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए सरकार के सभी स्तरों पर समन्वित प्रयासों के अच्छे परिणाम आ रहे हैं और सही होने वाले लोगों की संख्या तथा उपचाराधीन मरीजों के मामलों के बीच अंतर बढ़ता जा रहा है।’’ आईसीएमआर के अनुसार दो जुलाई तक देश में कोविड-19 के लिए 92,97,749 नमूनों की जांच की गयी। बृहस्पतिवार को 2,41,576 नमूनों की जांच की गयी। मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि देश में जांच प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ते रहने से यह संभव हो सका है।

महाराष्ट्र में 6364 नये मामले

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 6364 मामले सामने आये हैं, जो एक दिन का सर्वाधिक है। इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर एक लाख 92 हजार 990 हो गयी है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी। विभाग ने कहा है कि प्रदेश में महामारी से 198 लोगों की मौत हो गयी है जिससे मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 8376 हो गयी है। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दूसरी ओर सफल इलाज के बाद 3515 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गयी है, जिससे ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ कर एक लाख चार हजार 687 हो गयी है। इसमें कहा गया है कि प्रदेश में अब तक दस लाख 49 हजार 277 नमूनों की जांच की गयी है। राज्य में अब भी 79,927 लोगों का इलाज चल रहा है।

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केरल में संक्रमितों की कुल संख्या पांच हजार के करीब

केरल में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 211 नये मामले सामने आये हैं जो एक दिन का सर्वाधिक है, इन नये मामलों के साथ ही प्रदेश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़ कर पांच हजार के करीब हो गयी है। शुक्रवार को प्रदेश में 201 व्यक्ति इस बीमारी ठीक भी हुये हैं। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने संवाददाताओं को बताया कि नये मरीजों में से 138 लोग विदेशों से आये हैं और 39 व्यक्ति दूसरें राज्यों से लौटे हैं जबकि 27 लोग संपर्क में आने से संक्रमित हुये हैं। आज संक्रमित होने वाले लोगों में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के छह जवान और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसके अलावा अलप्पुझा में एक ही परिवार के 11 सदस्य एवं एक गर्भवती महिला शामिल है। यह पहला मौका है जब दैनिक मामले 200 तक पहुंचे हैं और संपर्क में आने से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में बढोत्तरी हुयी है। प्रदेश में कोविड—19 के कुल मामले 4964 हो गए हैं। इनमें से अब तक 2839 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 2098 का इलाज चल रहा है। प्रदेश में आज 201 लोग इस बीमारी से सफल इलाज के बाद ठीक हो चुके है। सबसे अधिक 68 लोग पलक्कड में ठीक हुये हैं जबकि पथनमथिट्ठा में 29 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गयी है। प्रदेश में एक लाख 77 हजार लोग निगरानी में हैं। मुख्यमंत्री के अनुसार एक लाख 74 हजार 117 लोगों को संस्थागत एवं गृह पृथक—वास में रखा गया है और 2894 लोग अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से 378 लोगों को आज भर्ती कराया गया है।

उत्तराखंड में कोविड-19 के 64 नए मामले

उत्तराखंड में शुक्रवार को कोविड-19 के 64 नए मरीज सामने आने से प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 3,048 हो गयी। प्रदेश सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार को सामने आए कोविड-19 के सर्वाधिक 21 मामले देहरादून जिले से हैं जबकि 13 नैनीताल, 12 उधमसिंह नगर और आठ अल्मोड़ा जिले से हैं। उत्तराखंड में अब तक कुल 2,481 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ होकर अस्पतालों से घर जा चुके हैं और उपचाराधीन मामलों की संख्या इस समय 498 है। प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित 42 मरीजों की मौत हुई है और 27 अन्य लोग प्रदेश से बाहर चले गए हैं।

मध्य प्रदेश में 191 नए मामले

मध्य प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 191 नए मामले सामने आए। इस तरह प्रदेश में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 14,297 हो गई है। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से चार और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 593 हो गई है। मध्य प्रदेश के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से इन्दौर में दो, भोपाल और हरदा में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’ उन्होंने कहा कि शुक्रवार को 234 रोगी स्वस्थ होकर अस्पतालों से अपने घर चले गए। प्रदेश में कुल 14,297 संक्रमित लोगों में से अब तक 11,049 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और अब केवल 2,655 सक्रिय मामले हैं, जिनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। अधिकारी ने कहा, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 238 मौत इंदौर में हुई हैं। उज्जैन में 71, भोपाल में 105, बुरहानपुर में 23, खंडवा में 17, खरगोन में 15, सागर में 21, जबलपुर में 14, देवास में 10, मंदसौर में नौ और नीमच में सात लोगों की मौत हुई है। बाकी मौत अन्य जिलों में हुई हैं।’’ उन्होंने बताया कि प्रदेश में शुक्रवार को कोविड—19 के सबसे अधिक 49 नए मामले भोपाल जिले में आए, जबकि इंदौर में 23, ग्वालियर में 18 और जबलपुर में 11 नए मामले आए। अधिकारी ने कहा कि प्रदेश के सभी 52 जिलों में अब तक कोरोना वायरस संक्रमित लोग पाए गए हैं, जबकि पिछले 24 घंटों में प्रदेश के 15 जिलों में कोविड-19 का कोई नया मरीज नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य में कुल 1,077 निषिद्ध क्षेत्र हैं।

नीट 13 सितंबर तक स्थगित

केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कोविड-19 की तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर शुक्रवार को मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षाएं नीट और जेईई सितंबर तक स्थगित कर दी हैं। केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा, ‘‘छात्रों की सुरक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए हमने जेईई और नीट परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला लिया है। जेईई-मेन परीक्षा एक से छह सितंबर तक होगी, जबकि जेईई-एडवांस परीक्षा 27 सितंबर को होगी। नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होगी।’’ मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट 26 जुलाई को, जेईई-मेन्स 18 से 23 जुलाई को होने तय थे। जेईई-एडवांस 23 अगस्त को होना तय था।

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मौतों में 14 गुना वृद्धि

हरियाणा के पांच एनसीआर जिलों में जून महीने में कोरोना वायरस से मौत के मामलों में 14 गुना और संक्रमण के मामलों में सात गुना वृद्धि हुई है। इससे राज्य सरकार को इन जिलों में महामारी के प्रसार को रोकने के लिए विशेष ध्यान देना पड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा सरकार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आने वाले अपने पांच जिलों-गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, झज्जर और रोहतक में कड़ी निगरानी रख रही है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इन पांच जिलों में एक जून को कोरोना वायरस संक्रमण से सबंधित मौत के मामलों की संख्या 14 थी, लेकिन 30 जून तक बढ़कर यह संख्या 197 हो गई। वहीं, इन जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या जून के शुरू में 1,653 थी जो 30 जून तक बढ़कर 11,122 हो गई। दो जुलाई तक के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 15,509 मामलों में से इन पांच जिलों में लगभग 12,000 मामले हैं और राज्य में हुईं कोविड-19 संबंधी कुल 251 मौतों में से 209 मौत इन जिलों में हुई हैं। पूरे हरियाणा के आंकड़ों पर विचार करें तो राज्य में अकेले जून महीने में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में छह गुना वृद्धि हुई है । इस दौरान मौत के मामले बढ़कर 11 गुना अधिक हो गए हैं। राज्य में गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हैं। गुरुग्राम में एक जून तक विषाणु संक्रमण के मामलों की संख्या 903 और मौत के मामलों की संख्या चार थी, लेकिन 30 जून तक संक्रमण के मामले बढ़कर 5,347 और मौत के मामले बढ़कर 91 हो गए। इसी तरह, फरीदाबाद में एक जून तक संक्रमण के मामलों की संख्या 392 और मौत के मामलों की संख्या आठ थी जो 30 जून तक बढ़कर क्रमश: 3,733 और 77 हो गए। महीने के शुरू में सोनीपत में संक्रमण के मामलों की संख्या 212, झज्जर में 101 और रोहतक में संक्रमण के मामलों की संख्या 45 थी जो जून के अंत तक क्रमश: 1,208, 261 और 573 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोनीपत में एक जून तक मौत के मामलों की संख्या एक, झज्जर में शून्य और रोहतक में एक थी जो 30 जून तक बढ़कर क्रमश: 18, चार और सात हो गई। इस तरह 22 जिलों में वाले हरियाणा में 30 जून तक संक्रमण और मौत के मामलों की संख्या बढ़कर 14,548 तथा 236 हो गई जो एक जून तक क्रमश: 2,356 तथा 21 थी। राज्य में इस नकारात्मक पहलू के साथ ही सकारात्मक पहलू यह है कि जून के अंत तक ठीक होने वालों की दर बढ़कर लगभग 70 प्रतिशत हो गई जो जून के शुरू में 44.78 प्रतिशत थी। इसके साथ ही मामलों के दोगुना होने की दर आठ दिन से बढ़कर 15 दिन हो गई। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद कहा था कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक और झज्जर पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे।

सरकारी पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा

पंजाब में दूसरे राज्यों से सड़क के रास्ते से आ रहे लोगों को राज्य सरकार के पोर्टल या कोवा ऐप पर पंजीकरण करना होगा। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के हवाले से शुक्रवार को एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि बाहर से आने वाले लोगों को घर में पृथक-वास में रहना होगा। हालांकि केंद्र सरकार ने संशोधित दिशा-निर्देशों में घर में 14 दिन तक पृथक-वास में रहने के बजाय स्व-निगरानी की मंजूरी दी है। विज्ञप्ति में कहा गया कि सिंह ने घरेलू यात्रियों पर सख्त निगरानी के लिए शंभू सीमा के माध्यम से राज्य में आने वालों के ई-पंजीकरण की मंजूरी दी। इसमें कहा गया है कि राज्य में रोजाना दिल्ली-एनसीआर से हजारों लोग आ रहे हैं, जिसे देखते हुए यह फैसला किया गया। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ कोविड-19 महामारी से निपटने की राज्य की तैयारियों की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंस से बैठक की।

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तमिलनाडु में मामले एक लाख के पार

तमिलनाडु में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,329 नए मामले सामने आने के साथ राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या एक लाख के पार चली गई। संक्रमण से 64 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 1,385 पर पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि राज्य में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,02,721 हो गए हैं। संक्रमण के 4,329 नए मामलों में से 2,082 मामले चेन्नई से हैं। राज्य में उपचार के बाद शुक्रवार को 2,357 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई और इन्हें मिला कर संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या 58,378 हो गई है। राज्य में शुक्रवार को 35,028 नमूनों की जांच की गई, अब तक 12,70,720 नमूनों की जांच की जा चुकी है। बुलेटिन के मुताबिक राज्य में फिलहाल 42,955 मरीज उपचाराधीन हैं। संक्रमण के नए मामलों में 65 मामले ऐसे लोगों से जुड़े हैं जो अन्य जगहों से यहां लौटे हैं।

स्वदेशी टीका 15 अगस्त तक उपलब्ध कराने का लक्ष्य

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोविड-19 का स्वदेशी टीका चिकित्सकीय उपयोग के लिए 15 अगस्त तक उपलब्ध कराने के मकसद से चुनिंदा चिकित्सकीय संस्थाओं और अस्पतालों से कहा है कि वे भारत बॉयोटेक के सहयोग से विकसित किए जा रहे संभावित टीके ‘कोवैक्सीन’ को परीक्षण के लिए मंजूरी देने की प्रक्रिया तेज करें। मौजूदा समय में क्लिनिकल परीक्षण के लिए 12 स्थलों की पहचान की गई है और आईसीएमआर ने चिकित्सकीय संस्थाओं एवं प्रमुख जांचकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि विषय नामांकन सात जुलाई से पहले शुरू हो जाए। भारत के पहले स्वदेशी संभावित कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ को डीसीजीआई से मानव पर परीक्षण की हाल में अनुमति मिली है। ‘कोवैक्सीन’ को हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) के साथ मिलकर विकसित किया है। आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने 12 स्थलों के प्रमुख जांचकर्ताओं को लिखे पत्र में को वैक्सीन के देश में विकसित पहला टीका होने का उल्लेख करते हुए कहा कि यह ‘‘शीर्ष प्राथमिकता वाली परियोजनाओं’’ में शामिल है ‘‘जिसकी सरकार उच्चतम स्तर पर निगरानी कर रही है।'' भार्गव ने पत्र में लिखा, ‘‘सभी क्लीनिकल परीक्षणों के पूरा होने के बाद 15 अगस्त तक टीकों को चिकित्सकीय उपयोग के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। बीबीआईएल इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रहा है लेकिन अंतिम परिणाम इस परियोजना में शामिल सभी क्लिनिकल परीक्षण स्थलों के सहयोग पर निर्भर करेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बीबीवी152 टीके के क्लीनिकल परीक्षण स्थल के तौर पर आपको चुना गया है। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के मद्देनजर जन स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थिति के कारण आपको सलाह दी जाती है कि आप क्लीनिकल परीक्षण संबंधी सभी मंजूरियों की प्रक्रिया तेज करें और सुनिश्चित करें कि विषय नामांकन की प्रक्रिया सात जुलाई तक पूरी हो जाए।'' पत्र की मौलिकता के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने पर आईसीएमआर के प्रवक्ता रजनीकांत श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘पत्र मौलिक है और टीके का परीक्षण तेज करने का आग्रह किया गया है।’’ पत्र में चेतावनी दी गई है कि इसका पालन नहीं करने के मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। पत्र में कहा गया है, ‘‘कृपया गौर करें कि इसका पालन नहीं करने पर इसे गंभीरता से लिया जाएगा। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि इस परियोजना को शीर्ष प्राथमिकता के तौर पर लें और समय सीमा के तहत काम पूरा करें।’’ पत्र की एक प्रति भारत बायोटेक को भेज दी गई है। भारत में एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक 20,903 नए मामले आने के साथ ही देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6,25,544 हो गई है, जिनमें से 379 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 18,213 हो गई।

नगालैंड में कोविड-19 के चार नये मामले

नगालैंड में कोविड-19 के चार नये मामले सामने आने के साथ राज्य में कुल संख्या बढ़ कर शुक्रवार को 539 हो गयी। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एस पंगनयु पोम ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नये मामलों में तीन मरीज मोन जिले से हैं, जबकि एक अन्य पेरेने जिले से है। मंत्री ने बताया कि 539 मामलों में 311 मरीज इलाजरत हैं जबकि 228 लोग इस रोग से उबर चुके हैं।

एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने डॉक्टर असीम गुप्ता के परिजनों से शुक्रवार को मुलाकात की और उन्हें अनुग्रह राशि के रूप में एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा। एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टर असीम गुप्ता की कोविड-19 के चलते मौत हो गई थी। केजरीवाल ने दिवंगत गुप्ता को ‘‘जनता का डॉक्टर’’ करार दिया और कहा कि यह सरकार का दायित्व है कि वह दूसरों के लिए अपना बलिदान करने वाले लोगों के परिजनों की मदद करे। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले दिवंगत डॉ. असीम गुप्ता जी के परिवार से मुलाकात की। ‘‘जनता के डॉक्टर’’ को वापस लाने के लिए हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन यह हमारा दायित्व है कि हम उन लोगों के परिवारों की मदद करें जो हमारे लिए अपना जीवन बलिदान कर रहे हैं। आज परिवार को एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दी गई।’’ दिल्ली सरकार महामारी के खिलाफ अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं के रूप में दायित्व निभाते समय कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान कर रही है। गुप्ता एलएनजेपी अस्पताल में डॉक्टर थे और वह दायित्व निभाते समय कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। छह जून को आई जांच रिपोर्ट में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। उन्हें हल्के लक्षण थे और वह एक पृथक-वास केंद्र में भेजे गए थे। सात जून को उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें एलएनजेपी अस्पताल की गहन देखभाल इकाई में भर्ती किया गया। बाद में, उन्होंने दक्षिणी दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में दम तोड़ दिया। वह 52 साल के थे और उन्हें अपने रोगियों की हरसंभव मदद करने के लिए जाना जाता था। मुख्यमंत्री ने डॉक्टर गुप्ता के परिवार से उनके आवास दिलशाद गार्डन में मुलाकात की और संवेदना प्रकट करते हुए अनुग्रह राशि सौंपी। केजरीवाल ने कहा, ''जीवन का कोई मूल्य हो ही नहीं सकता है, दी गई राशि डॉक्टर गुप्ता के प्रति हमारे सम्मान का संकेत है।’’ मुख्यमंत्री ने डॉक्टर की पत्नी निरूपमा से भी मुलाकात की जो कि खुद भी नोएडा में डॉक्टर हैं। केजरीवाल ने कहा कि वह उनके भाई समान हैं और उनकी इच्छा के अनुसार ही वे उन्हें नोएडा से दिल्ली आने में मदद करेंगे। निरूपमा उत्तर प्रदेश में सरकारी डॉक्टर हैं। गुप्ता के बेटे अक्षत गुप्ता ने परिवार की मदद करने और गुप्ता के प्रति सम्मान दिखाने के लिए पत्र लिखकर मुख्यमंत्री केजरीवाल का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कोविड-19 से निपटने में मुख्यमंत्री के कदमों की तारीफ की और उम्मीद जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से स्थिति नियंत्रण में होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक महीने पहले दिल्ली की स्थिति और बंद हटने के बाद कोरोना वायरस मामलों के अचानक बढ़ने को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में 60,000 सक्रिय मामले होने की आशंका जताई गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन दिल्ली में अभी 25,000 लोगों का इलाज चल रहा है। यह दिल्ली की दो करोड़ जनता, सरकार और समाज के सतत प्रयास का नतीजा है।’’ उन्होंने कहा कि दिल्ली में भले ही संक्रमण की रेखा नीचे की ओर जाती हुई दिख रही है लेकिन सभी स्थितियों के लिए तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही कोरोना वायरस का टीका बन जाएगा और दुनिया इससे मुक्त हो सकती है।

मेघालय में तीन और मामले सामने आए

मेघालय में बीएसएफ के दो कर्मियों समेत तीन लोगों के शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसके बाद राज्य में कोविड-19 के मामलों की संख्या 62 हो गई। मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बताया कि बीएसएफ के संक्रमित कर्मी पूर्वी खासी हिल्स जिले के हैं जबकि तीसरा नागरिक रि भोई का है। एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि तीन नए मरीजों के साथ, मेघालय में पिछले 24 घंटे में सामने आए मामलों की संख्या बढ़कर छह हो गयी है। उन्होंने बताया कि 62 मामलों में से 43 ठीक हो गए हैं जबकि 18 मरीजों का इलाज चल रहा है। अधिकारी ने बताया कि राज्य में प्रवेश करने वाले 20,000 लोगों के नमूने अब तक लिए गए हैं। प्रति 10 लाख की आबादी पर छह हजार परीक्षण किए गए हैं।

मेरठ खंड में ही राज्य के 35 फीसदी से ज्यादा मामले

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित लोगों में उपचाररत 35 प्रतिशत मरीज मेरठ प्रशासनिक खंड के छह जिलों में हैं। इस क्षेत्र में गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, मेरठ और बागपत जिले आते हैं। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महामारी के रोकथाम में इन जिलों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से अब तक हुई कुल मौतों में से 28 फीसदी लोगों की मौत इसी क्षेत्र में हुई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से पीड़ित 6,869 मरीजों का इलाज चल रहा है जिनमें से 2,456 मरीजों का इलाज मेरठ खंड में चल रहा है। आंकड़ों के अनुसार ऐसे सबसे ज्यादा मामले गाजियाबाद में 931 है। वहीं गौतम बुद्ध नगर में 929, मेरठ में 272, बुलंदशहर में 141, हापुड़ में 127, बागपत में 56 हैं। इस क्षेत्र में बृहस्पतिवार तक 207 लोगों की मौत हुई है जो कि राज्य में अब तक हुई 735 मौत का 28.16 प्रतिशत है। सबसे ज्यादा 87 लोगों की मौत मेरठ में हुई। इसके बाद गाजियाबाद में 57, गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर में 22-22, हापुड़ में 14 और बागपत में पांच लोगों की मौत हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे मेरठ खंड में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए विशेष ध्यान दें। अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार से इन छह जिलों में विशेष 10 दिन का कोरोना वायरस जांच अभियान शुरू किया गया है। ये इलाके राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में शामिल हैं।

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कोविड-19, अन्य मुद्दों को लेकर बैठक की

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने राज्य में कोविड-19 की स्थिति और अन्य मुद्दों को लेकर शुक्रवार को एक बैठक की। घंटे भर की यह बैठक इन खबरों के बीच हुई कि महाराष्ट्र में शिवसेना नीत महा विकास अघाडी (एमवीए) सरकार में शामिल राकांपा और कांग्रेस के मंत्री मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें विश्वास में लिये बिना निर्णय लिये जाने से अप्रसन्न हैं। अलग-अलग विचारधारा वाली तीन पार्टियों ने गत वर्ष विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन के लिए हाथ मिलाया था। राकांपा के सूत्रों ने कहा, ‘‘दोनों नेता राज्य से संबंधित वर्तमान मामलों, विशेष रूप से कोविड-19 के चलते उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर चर्चा के लिए बैठक करते रहते हैं। उन्होंने आज एक बैठक की। एमवीए के भीतर कोई मतभेद नहीं है।’’ गत 29 जून को महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में लॉकडाउन 31 जुलाई तक बढ़ा दिया था और राज्य में कोविड-19 मामलों के बढ़ने के मद्देनजर और छूट नहीं दी थी। राकांपा इस पर जोर देती रही है कि अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए आर्थिक गतिविधियां राज्य के उन क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से बहाल की जाएं जो कोविड-19 संकट से अधिक प्रभावित हुए हैं। महाराष्ट्र में अभी तक देश में कोविड-19 के सबसे अधिक मामले सामने आये हैं।

पृथकवास से राहत देगा ब्रिटेन

ब्रिटेन अपने यहां आने वाले ऐसे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को पृथकवास से छूट देगा] जो कोविड-19 के कम जोखिम वाले देशों से यात्रा कर रहे हैं। इसके लिए वह ऐसे करीब 50 देशों की सूची बना रहा है जो ग्रीन जोन में हैं। हालांकि उसने अमेरिका को अभी भी रेड जोन में रखा है, जबकि भारत की स्थिति पर अभी फैसला नहीं हुआ है। ब्रिटेन के परिवहन मंत्री ग्रांट शेप्स ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ब्रिटेन का कम जोखिम वाले देशों की सूची अभी जारी करना बाकी है। लेकिन जर्मनी, फ्रांस, स्पेन और इटली जैसे यूरोपीय देशों का इसमें शामिल होना तय है। इस सूची में 50 देशों के नाम होने का अनुमान है। शेप्स ने कहा, ‘‘हमारे महान देश को सावधानी के साथ फिर खोलने के लिए आज हम एक और अहम कदम उठाने जा रहे हैं। अब कोई छुट्टी मनाने या अपने कारोबार के लिए आना चाहता है, हम अपने दरवाजे फिर खोल रहे हैं। यह ब्रिटेन के लोगों और कारोबारियों के लिए एक अच्छी खबर है।’’ परिवहन मंत्री ने कहा, ‘‘इस मुकाम तक पहुंचने के लिए पूरे देश ने बिना थके लगातार काम किया है। हमारे लिए सुरक्षा अहम होनी चाहिए और जिन देशों के साथ हम जुड़ने जा रहे हैं वहां यदि संक्रमितों की संख्या फिर से बढ़ती है तो हम खुद को जल्द से जल्द बचाने के लिए अपने कदम उठाने में हिचकिचाएंगे नहीं।’’ ब्रिटेन में पिछले महीने जारी कोविड-19 लॉकडाउन नियमों के मुताबिक दुनिया के विभिन्न हिस्सों से ब्रिटेन आने वाले यात्रियों को दो हफ्ते के लिए या तो पृथकवास या खुद से अलग-थलग रहना अनिवार्य था। नए घोषित कदमों के हिसाब से ग्रीन जोन वाले देशों से आने वाले यात्रियों को सशर्त पृथकवास से छूट होगी। इन यात्रियों का पिछले 14 दिनों में ग्रीन जोन से बाहर के किसी देश से होकर आने या वहां की यात्रा करने का रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए। नए नियम 10 जुलाई से प्रभावी होंगे।

-नीरज कुमार दुबे

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