Unlock 3 के 27वें दिन केंद्र ने फिर की समीक्षा बैठक, मौतों के सर्वाधिक मामलों वाले राज्यों पर ध्यान

Coronavirus

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि देवीपाटन मंडल मुख्यालय पर कोविड-19 अस्पताल के प्रारम्भ हो जाने से मंडल व आस-पास के जनपदों के कोरोना संक्रमित लोगों को उच्च गुणवत्ता का इलाज व स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।

केंद्र ने कोविड-19 से उच्च मृत्यु दर वाले नौ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ समीक्षा बैठक की और वहां कोविड प्रबंधन और प्रतिक्रिया कार्यनीति पर चर्चा की। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई इस समीक्षा बैठक में केबिनेट सचिव राजीव गौबा, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, आईसीएमआर के महानिदेशक और नीति आयोग में सदस्य (स्वास्थ्य) सहित महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, गुजरात, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, आंध्र प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर राज्य के मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव शामिल हुए। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि बैठक में इन प्रदेशों को सलाह दी गई कि वे अपने सभी जिलों में मृत्यु दर को एक प्रतिशत से कम रखने की दिशा में कदम उठाएं और इसके लिए कुछ उपाय भी सुझाए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने इन राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति पर एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण भी दिया, जिनमें उच्च मृत्यु दर वाले जिलों और कोविड संक्रमण के लिए परीक्षण, संक्रमित मरीज़ों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाने, निगरानी, बीमारी की रोकथाम करने सहित कार्यनीतियों को और बेहतर बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। बयान के मुताबिक स्वास्थ्य सचिव ने कहा, ‘‘यह पाया गया कि पिछले दो सप्ताह के दौरान देश भर में कोविड-19 बीमारी से मरने वालों में 89 प्रतिशत मौतें इन 10 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में हुई हैं। इसलिए, इन राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को निरंतर और कठोर सतर्कता बरतने की जरूरत है, ताकि इसके संक्रमण के प्रसार को रोकने के साथ-साथ इससे होने वाली मौत की घटनाओं को कम करने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।’’ इन राज्यों को सुझाव दिया गया कि वे प्रभावी नियंत्रण, संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वालों का पता लगाने और निगरानी पर बल दें। उनसे कहा गया कि वे नए संक्रमित रोगियों के कम से कम 80 प्रतिशत मामलों में मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाकर उनका 72 घंटों के अंदर परीक्षण किया जाना सुनिश्चित करें। इन राज्यों को सुझाव दिया गया कि संक्रमण या पुष्टि दर को पांच प्रतिशत से कम रखने के लक्ष्य के साथ सभी जिलों में प्रति दिन प्रति दस लाख की आबादी पर कम से कम 140 परीक्षण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। एक सुझाव यह भी दिया गया कि सभी राज्य नियंत्रण क्षेत्र व स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों पर एंटीजन परीक्षण कराएं और बीमारी के लक्षण वाले मरीजों के परीक्षण में पुष्टि नहीं होने के बाद फिर से उनकी आरटी-पीसीआर जांच कराएं। घरों में पृथकवास में रखे गए संक्रमितों पर नियमित निगरानी रखने और आवश्यकता होने पर समय रहते उनकी अस्पताल में भर्ती सुनिश्चित कराने को भी कहा गया। इन राज्यों को कोविड अस्पतालों में उपलब्ध बेड की संख्या और एम्बुलेंस सुविधाओं के बारे में आम लोगों को अवगत कराने और कम से कम समय में एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराने को कहा गया। मुख्य सचिवों ने राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति और इसके प्रसार को रोकने के लिए उनकी तैयारियों, इस चुनौती से निपटने के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे तथा इसे और मजबूत करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने दस राज्यों में मृत्यु दर में कमी लाने के साथ-साथ कोविड से बचने के सुरक्षित व्यवहार के संदर्भ में समुदाय को शामिल करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी। देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के रिकॉर्ड 75,000 से ज्यादा नए मरीज मिले हैं जिससे बृहस्पतिवार को कुल संक्रमितों की संख्या 33 लाख के पार चली गई। वहीं, अब तक इस खतरनाक वायरस के संक्रमण से मुक्त हो चुके लोगों की संख्या 25 लाख पार कर चुकी है।

मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के 1317 नए मामले

मध्य प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1317 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या 58,181 तक पहुंच गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 24 और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 1,306 हो गयी है। मध्य प्रदेश के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से इन्दौर में चार, ग्वालियर में तीन, जबलपुर एवं सागर में दो-दो और भोपाल, उज्जैन, खरगोन, बड़वानी, रतलाम, विदिशा, रीवा, सीहोर, अलीराजपुर, शहडोल, शाजापुर, छिंदवाड़ा एवं सिवनी में एक- एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 375 मौत इन्दौर में हुई हैं। भोपाल में 267, उज्जैन में 79, सागर में 49, जबलपुर में 71, ग्वालियर में 40, बुरहानपुर में 25, खंडवा में 21, एवं खरगोन में 26 लोगों की मौत हुई हैं। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं।’’ अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड—19 के सबसे अधिक 171 नये मामले इंदौर जिले में आये हैं, जबकि भोपाल में 155, ग्वालियर में 156, जबलपुर में 126 एवं झाबुआ में 49 नये मामले आये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 58,181 संक्रमितों में से अब तक 44,453 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और 12,422 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को 1207 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में राज्य में कुल 4,818 निषिद्ध क्षेत्र हैं।

पश्चिम बंगाल में 2,997 नये मामले

पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमित 53 और मरीजों की मौत होने से बृहस्पतिवार को राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 3,017 हो गई। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक बुलेटिन में दी गई। बुलेटिन में कहा गया कि बुधवार से कोविड-19 के 2,997 नये मामले सामने आये जिससे राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,50,772 हो गई। बुलेटिन में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान 3,189 और मरीजों को ठीक होने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई जिससे ठीक होने की दर बढ़कर 80.28 प्रतिशत हो गई। बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या 26,709 है। बुलेटिन में कहा गया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में 42,474 नमूनों की जांच की गई।

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केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर संक्रमित

केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं। इसके साथ ही वह कोविड-19 से पीड़ित होने वाले मोदी सरकार के मंत्रियों में उनका भी नाम शामिल हो गया है। हरियाणा के फरीदाबाद से 63 वर्षीय सांसद ने बृहस्पतिवार को ट्विटर पर इसका खुलासा किया और हाल ही में उनके संपर्क में आए सभी लोगों से कोविड-19 की जांच कराने का अनुरोध किया। सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को गंभीरता से लिया और खुद की जांच करवाई। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को गंभीरता से लेते हुए मैंने कोरोना टेस्ट करवाया जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चिकित्सकों के परामर्श पर अब इलाज चलेगा। जितने भी लोग पिछले दिनों मेरे संपर्क में आए हैं, कृपया वह कोविड-19 को गंभीरता से लेते हुए अपना कोरोना टेस्ट करवा लें।’’ इस महीने की शुरुआत में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, आयुष मंत्री श्रीपद नाइक, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। इससे पहले राज्य से तीन अन्य भाजपा सांसद- संजय भाटिया (करनाल), बृजेन्द्र सिंह (हिसार) और नायब सिंह सैनी (कुरुक्षेत्र) भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। हरियाणा के आठ भाजपा विधायक भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जिनमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, राज्य विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा और कृषि मंत्री जेपी दलाल शामिल हैं। इस बीच, हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने कहा कि एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद वह एक हफ्ते तक घर में पृथक-वास में रहेंगी। शैलजा ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है। राज्य में कोविड-19 के 58,000 से अधिक मामले हो चुके हैं। राज्य में अब तक वायरस के कारण 634 लोगों की मौत हो चुकी है।

दिल्ली में सर्वाधिक 1,840 मामले

दिल्ली में कोविड-19 के अगस्त महीने के एक दिन के सर्वाधिक मामले बृहस्पतिवार को सामने आये और यह संख्या 1,840 है। इसके साथ ही, शहर में कुल मामले बढ़ कर 1.67 लाख से अधिक हो गये, जबकि इस महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 4,369 हो गई है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ताजा बुलेटिन के मुताबिक कोविड-19 महामारी से पिछले 24 घंटे में 22 लोगों की मौत हुई है। बुधवार को 17 लोगों की मौत हुई थी और संक्रमण के 1,693 मामले सामने आये थे। उल्लेखनीय है कि 23 जून को दिल्ली में एक दिन में सर्वाधिक 3,947 मामले सामने आये थे। दिल्ली में कुल उपचाराधीन मरीजों की संख्या बुधवाार के 12,520 से बढ़ कर बृहस्पतिवार को 13,208 हो गई। बुलेटिन के मुताबिक कुल मृतक संख्या बुधवार को 4,347 थी, जो बढ़ कर बृहस्पतिवार को 4,369 हो गई। वहीं, संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर 1,67,604 हो गये हैं।

राजस्थान मुख्यमंत्री कार्यालय के दस कर्मचारी संक्रमित

राजस्थान के मुख्यमंत्री कार्यालय व निवास में 10 कर्मचारी कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एहतियात बरतते हुए आगंतुकों से मुलाकातें रद्द कर दी हैं। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार राज्य के अलग-अलग स्थानों से आने वाले आगंतुकों को मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय व निवास में सुरक्षाकर्मियों सहित विभिन्न कार्मिकों से सम्पर्क करना होता है। ऐसे में इन आगंतुकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने आगंतुकों से सभी मुलाकातें रद्द कर दी हैं। मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात के इच्छुक लोगों से अनुरोध किया है कि फिलहाल एहतियातन उनकी आगंतुकों से मुलाकात संभव नहीं हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने अपील की है कि सभी अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कोरोना के प्रति जनता को सतर्क करने में सहयोग करें।

गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,190 नए मामले

गुजरात में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,190 नए मामले सामने आए जिसके बाद बृहस्पतिवार को संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 91,329 हो गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्यभर में इस दौरान कोविड-19 से 17 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक राज्य में कोविड-19 के 2,964 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं। विज्ञप्ति के अनुसार चौबीस घंटे में कोविड-19 के 1,193 मरीज ठीक हो गए। अब तक गुजरात में 73,501 मरीज ठीक हो चुके हैं और वर्तमान में 14,864 मरीजों का इलाज चल रहा है।

कर्नाटक में एक दिन में सर्वाधिक 9,386 नये मामले

कर्नाटक में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 9,386 मामले सामने आये जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 3.09 लाख पहुंच गयी। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग के अनुसार एक दिन में राज्य में 7,866 लोग स्वस्थ होकर अस्पतालों से घर जा चुके हैं। राज्य में बृहस्पतिवार को संक्रमण से 141 लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या 5,232 हो गयी है। बृहस्पतिवार को सामने आये 9,386 नये मामलों में से 3,357 मामले बेंगलुरु शहर से ही थे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मृतकों में अधिकतर को या तो गंभीर श्वसन संबंधी संक्रमण (एसएआरआई) था या इन्फ्लुएंजा जैसी कोई बीमारी थी।

निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़ सकती है

दिल्ली में कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या ‘अनलॉक’ के तहत और छूट दिये जाने और कोरोना वायरस की जांच दोगुनी होने के चलते बढ़ सकती है जो वर्तमान में 716 है। यह बात अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कही। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा था कि दिल्ली में कोविड-19 जांच एक सप्ताह के भीतर दोगुनी होकर 40 हजार जांच प्रतिदिन हो जाएगी क्योंकि शहर में कोरोना वायरस के मामलों में मामूली वृद्धि हुई है। केजरीवाल ने साथ ही यह भी कहा था कि तेज गति से जांच और पृथकवास इस बीमारी से लड़ने के लिए उनकी सरकार की रणनीति बनी रहेगी। दिल्ली में कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों की संख्‍या 27 अगस्त को बढ़कर 716 हो गई जो कि एक अगस्त को 539 थी। अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या में बढ़ोतरी, मामलों में वृद्धि के अनुरूप है। कुछ जिलों में अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 जांच की संख्या दोगुनी होने और अनलॉक के तहत और छूट दिये जाने के साथ ही मामलों में वृद्धि हो सकती है। अधिकारियों ने कहा कि हालांकि संक्रमितों का पता लगाने और उन्हें पृथकवास में भेजने के लिए जांच एक तरीका है ताकि कोरोना वायरस को और फैलने से रोका जा सके। बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में 1,693 नये मामले सामने आये जो कि इस महीने अभी तक एक दिन में शहर में मामलों में होने वाली सबसे बड़ी वृद्धि थी। वहीं इसके साथ ही यहां कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 1.65 लाख से अधिक हो गए थे। इसके बाद निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़ाकर 716 कर दी गई।

महाराष्ट्र में कोरोना के 14,718 नए मामले

महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 14,718 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 7,33,568 हो गयी। इसके अलावा 355 मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 23,444 तक पहुंच गई। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। राज्य में अभी 1,78,234 मरीजों का इलाज चल रहा है। अधिकारी ने कहा कि बृहस्पतिवार को 9,136 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। राज्य में अब तक 5,31,563 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य की राजधानी मुंबई में 1,350 नए मामले सामने आए जबकि 30 मरीजों की मौत हो गयी। शहर में कोविड-19 मामलों की कुल संख्या 1,40,888 हो गयी है वहीं मृतकों की संख्या बढकर 7,535 हो गई। मुंबई में अभी 19,463 मरीजों का इलाज चल रहा है। पुणे शहर में 35 मरीजों की मौत के साथ 1,772 नए मामले सामने आए।

केरल में कोरोना वायरस के 2,406 नये मामले

केरल में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 2,406 नये मामले सामने से राज्य में संक्रमण के कुल मामले 66,760 पहुंच गये, वहीं संक्रमण से 10 और लोगों की मौत हो गयी। दैनिक कोविड-19 समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य में बृहस्पतिवार को कम से कम 2,067 लोग इलाज के बाद स्वस्थ हो गए।’’ उन्होंने कहा कि राज्य में संक्रमण से 10 और लोगों की मौत के साथ राज्य में मृतक संख्या 267 पहुंच गयी।

बिहार में कोरोना वायरस से नौ और लोगों की मौत

बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान नौ और लोगों की मौत हो जाने से इससे मरने वालों की संख्या 662 पहुंच गयी तथा इस रोग से अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढकर 128850 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से पटना में पांच तथा बेगूसराय, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर एवं सहरसा एक—एक व्यक्ति की मौत हो जाने के साथ प्रदेश में इस रोग से संक्रमित होकर मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को बढकर 662 हो गयी। पटना में 149, भागलपुर में 47, गया में 42, रोहतास में 31, मुंगेर एवं नालंदा में 28—28, मुजफ्फरपुर में 26, भोजपुर एवं वैशाली में 24—24, पूर्वी चंपारण में 23, सारण में 22, समस्तीपुर में 21, बेगूसराय में 18, दरभंगा, पश्चिम चंपारण एवं सिवान में 15—15 और नवादा में 13 संक्रमितों की मौत हुई। अररिया में 10, कैमूर में 9, कटिहार, खगड़िया एवं सीतामढ़ी में 8—8, औरंगाबाद, बक्सर, जहानाबाद, मधेपुरा एवं सुपौल में 7—7, जमुई एवं किशनगंज में 6—6, अरवल, बांका एवं पूर्णिया में 5—5, लखीसराय एवं मधुबनी में 4—4, शेखपुरा में 3, गोपालगंज एवं सहरसा में 2—2 तथा शिवहर जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई है। बिहार में बुधवार अपराह्न 4 बजे से बृहस्पतिवार 4 बजे तक कोरोना वायरस संक्रमण के 1860 नए मामले प्रकाश में आने के साथ प्रदेश में अब तक कुल मामले बढकर 128850 हो गये हैं। राज्य में पिछले 24 घंटे के भीतर 104473 नमूनों की जांच की गयी और कोरोना वायरस संक्रमित 2931 मरीज ठीक हुए।

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आंध्र प्रदेश में कोविड-19 के 10,621 नए मामले

आंध्र प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 10,621 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या 3.93 लाख से अधिक हो गयी। राज्य में 94,209 मरीजों का उपचार चल रहा है तथा 2.95 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से 3,633 मरीजों की मौत हुई है। बृहस्पतिवार सुबह नौ बजे तक के आंकड़ों के साथ सरकार द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 92 और मरीजों की मौत हो गयी। विभिन्न अस्पतालों से 8,528 मरीजों को छुट्टी दे दी गयी। राज्य में अब तक 34.79 लाख जांच हो चुकी है। राज्य में संक्रमण दर 11.19 प्रतिशत है। पूर्वी गोदावरी जिले और प्रकाशम जिले में संक्रमण के 1000 से अधिक मामले सामने आए। वहीं पिछले 24 घंटों में कूरनूल में 13, एसपीएस नेल्लोर में 11, पूर्वी गोदावरी में 10 और चित्तूर में नौ और मरीजों की मौत हो गई। बुलेटिन के मुताबिक कडपा और पश्चिमी गोदावरी जिले में सात-सात, अनंतपुरामु, प्रकाशम और विशाखापत्तनम में छह-छह, गुंटूर में पांच, श्रीकाकुलम और विजयनगरम में चार-चार मरीजों की मौत हुई।

मणिपुर में 140 नये मामले सामने आये

मणिपुर में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के 140 नये मामले सामने आने के बाद इस पूर्वोत्तर राज्य में मामलों की कुल संख्या 5,725 हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बृहस्पतिवार को राज्य में कोविड-19 से 128 लोग स्वस्थ हुए है और अब इस महामारी से ठीक हुए लोगों की संख्या 3,957 पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि राज्य में अभी 1,743 मरीजों का इलाज चल रहा हैं जिनमें से 761 केन्द्रीय सशस्त्र बलों के जवान हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार इस बीमारी से 25 लोगों की मौत हुई है।

जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के 655 नये मामले

जम्मू-कश्मीर में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 655 नये मामले सामने आए, जिससे संक्रमितों की संख्या 35,135 तक पहुंच गई, जबकि संक्रमण से 14 और मौतें होने से केंद्र शासित प्रदेश में मृतकों की संख्या 671 हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर में बृहस्पतिवार को शाम पांच बजे तक पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमित 14 लोगों की मौत हो गई।’’ अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर में 11 लोगों की मौत हुई है, जबकि जम्मू में तीन लोगों की मौत हुई। केंद्र शासित प्रदेश में मृतकों की संख्या बढ़कर अब 671 हो गई है। केंद्र शासित प्रदेश में कोविड-19 के कुल 655 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 35,135 हो गई। ताजा मामलों में 497 कश्मीर से और 158 जम्मू से सामने आए हैं। श्रीनगर जिले में सबसे ज्यादा 182 नये मामले आए, इसके बाद जम्मू जिले में 87 नये मामले आए। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के 7,743 मरीज उपचाराधीन हैं, जबकि 26,721 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं।

12 लाख से अधिक भारतीय स्वदेश लौटे

विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सरकार द्वारा सात मई को "वंदे भारत" मिशन शुरू करने के बाद से अब तक लगभग 12 लाख से अधिक भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में बताया कि वर्तमान में वंदे भारत मिशन का पांचवां चरण चल रहा है और इसके तहत 26 अगस्त तक 12 लाख से अधिक भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत मिशन का पांचवा चरण 31 अगस्त तक चलेगा और इस चरण में 22 देशों के लिये भारत के 23 हवाई अड्डों से 900 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन किया जा रहा है। श्रीवास्तव ने कहा कि वंदे भारत मिशन का छठा चरण एक सितंबर से शुरू होगा। प्रवक्ता ने कहा कि द्विपक्षीय ‘एयर बबल’ सेवाएं पहले की तरह से जारी रहेंगी। श्रीवास्तव ने कुछ दिन पहले कहा था कि अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, यूएई, फ्रांस, जर्मनी, मालदीव, कतर के साथ सेवाएं अच्छी तरह चल रही हैं । वहीं, नागर विमानन मंत्री ने कहा था कि 18 और देशों के साथ ऐसी सेवाएं शुरू करने को लेकर बातचीत चल रही है।

किसानों का पूरा ध्यान रखा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार ने कोविड लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान किसानों का पूरा ध्यान रखा, जिसके चलते प्रदेश में कृषि कार्यों में कोई दिक्कत नहीं आयी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में भारत सरकार द्वारा की गई लॉकडाउन की घोषणा के समय उत्तर प्रदेश में राई, सरसों, चना, मटर, मसूर आदि फसलों की कटाई, मड़ाई का कार्य पूर्ण हो चुका था। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत केन्द्र सरकार द्वारा राज्यों से संवाद स्थापित किया गया, जिसका लाभ राज्यों की सरकारों को मिला। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बात बृहस्पतिवार को यहां केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ कृषि अवसंरचना कोष के सम्बन्ध में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का प्रभाव गेहूं की कटाई, मड़ाई के साथ-साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला पर पड़ सकता था, परन्तु राज्य सरकार ने बंदी के दौरान कृषि कार्यों को करने की अनुमति दी, जिससे कोई कठिनाई उत्पन्न नहीं हुई। बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों द्वारा रबी से उत्पादित फसलों की खरीद के लिए 5,953 सरकारी क्रय केन्द्र खोले गये एवं क्रय केन्द्रों तक खाद्यान्नों के परिवहन की अनुमति दी गयी। इन सरकारी क्रय केन्द्रों से 35.77 लाख टन गेहूं, 38,717 मीट्रिक टन चना तथा 319 मीट्रिक टन सरसों की खरीद हुई। दलहन की खरीद गत वर्ष में कुल खरीद 2,362 मीट्रिक टन खरीद से 16 गुना अधिक रही। जिसकी धनराशि किसानों के खाते में सीधे प्रेषित की गयी। उन्होंने कहा कि गन्ना उत्तर प्रदेश की सर्वाधिक महत्वपूर्ण नकदी फसल है, राज्य सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश की सभी 119 चीनी मिलें पूरी क्षमता से चलाई गयीं। इस वर्ष 1,118.02 लाख मी0 टन गन्ने की पेराई से 126.36 लाख मी0 टन चीनी का उत्पादन हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत योजना के अन्तर्गत देश में कृषि एवं कृषि से सम्बन्धित क्षेत्र में भण्डारण, प्रसंस्करण एवं कृषि उत्पादन के विपणन से सम्बन्धित आवश्यक अवस्थापना सुविधाओं एवं लॉजिस्टिक युक्त कोल्ड चेन आदि सुविधाओं के सृजन के लिये अगले चार वित्तीय वर्षों (2020-21 से 2023-24 तक) में 1 लाख करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के लिये लगभग 12 हजार 900 करोड़ रुपये का परिव्यय होना है। इस योजना के तहत कई प्रकार की अवस्थापना सुविधाओं सहित प्रसंस्करण, कोल्ड चेन, ग्रेडिंग, भण्डारण पैकेजिंग, विपणन से सम्बन्धित कार्य किया जा सकता है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान केन्द्र सरकार ने कृषि कार्यों को छूट दी थी। इसके चलते कृषि की अच्छी पैदावार हुई है।

नगालैंड में कोविड-19 के छह नये मरीज सामने आए

नगालैंड में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के छह नये मामले सामने जबकि 124 मरीज संक्रमण मुक्त हुए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि राज्य में कोविड-19 से ठीक होने की दर बढ़कर 72.27 हो गई है। उन्होंने बताया कि राज्य में सामने आए 3,784 मामलों में से 2,735 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। नगालैंड के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एस पांगन्यू फोम ने ट्वीट किया, ''राज्य में 124 कोविड-19 मरीज ठीक हुए हैं जिनमें कोहिमा के 52, मोन के 38 और दिमापुर में 34 मरीज शामिल हैं।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘राज्य में 356 नमूनों की जांच की गई जिनमें से छह के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, इनमें से चार मरीज दीमापुर के और दो तुएनसांग के हैं।’’ अधिकारी ने बताया कि छह नये मामलों के साथ राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,784 हो गई है जिनमें से 1,031 उपचाराधीन हैं। उन्होंने बताया कि 2,735 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि नौ लोगों की कोविड-19 की वजह से मौत हुई है एवं नौ मरीजों ने दूसरों राज्यों में पलायन किया है। गौरतलब है कि मंगलवार तक नगालैंड में लगातार 11 दिनों तक नये मामलों के मुकाबले ठीक होने वालों की संख्या अधिक रही। हालांकि, बुधवार को ठीक होने का कोई भी मामला सामने नहीं आया। नगालैंड में 10 अगस्त को सबसे अधिक 215 कोविड-19 मरीज ठीक हुए थे जबकि 20 अगस्त को 25 मरीज संक्रमण मुक्त हुए। राज्य में चार अगस्त को सबसे अधिक 276 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। नगालैंड में कोविड-19 का पहला मरीज 25 मई को मिला था। दीमापुर जिले में सबसे अधिक 1,870 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा कोहिमा में 1,127, मोन में 273, पेरेन में 268, जुनहेबोतो में 110, तुएनसांग में 54, फेक में 31, वोखा में 23, मोकोकचुंग में 22, लॉन्गलेंग में पांच और किफिरे में एक मामला सामने आया है। अधिकारी ने बताया कि नगालैंड में सामने आए 3,784 मामलों में से 1,622 संक्रमित सैन्य बलों और अर्धसैनिक बलों के जवान हैं। वहीं 1,222 संक्रमित दूसरे राज्यों से लौटे हैं जबकि 680 लोग संक्रमित के संपर्क में आने की वजह से महामारी के शिकार हुए। अधिकारी के मुताबिक 260 संक्रमित अग्रिम मोर्चे पर कार्य करने वाले कर्मी हैं।

झारखंड में कोरोना वायरस से 15 और मौतें

झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण से 15 मरीजों की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में इस संक्रमण से जान गंवाने वालों की कुल संख्या बृहस्पतिवार को 367 हो गयी। साथ ही राज्य में आज कोविड-19 के 1137 नये मामले सामने आये जिन्हें मिलाकर राज्य में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 33,311 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग की आज सुबह जारी रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में पिछले 24 घंटों में 15 और कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी जिन्हें मिलाकर राज्य में कोविड-19 से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 367 तक पहुंच गयी है। इसके अलावा राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के, पिछले 24 घंटों में 1137 नये मामले दर्ज किये गये जिन्हें मिलाकर अब राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 33,311 हो गयी है। राज्य के 33,311 संक्रमितों में से 22,486 मरीजों को स्वास्थ्य लाभ के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। फिलहाल 10,458 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है। पिछले 24 घंटों में प्रयोगशालाओं में कुल 45,318 नमूनों की जांच हुई जिनमें 1137 लोग संक्रमित पाये गये।

गोवा में कोरोना वायरस संक्रमण के 456 नए मामले

गोवा में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 456 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 15,483 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने कहा कि दिनभर में कोविड-19 के छह मरीजों की मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 171 हो गई। विभाग ने कहा कि बृहस्पतिवार को राज्य में कोविड-19 के 356 मरीज ठीक हो गए। अब तक कोविड-19 के कुल 11,867 मरीज ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में गोवा में 3,445 मरीजों का इलाज चल रहा है।

उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के 5,463 नये मामले

उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड—19 के 5,463 नये मामले सामने आये हैं जबकि 76 और मरीजों की मौत के साथ बृहस्पतिवार को मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 3,217 हो गया। अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया, “बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 5,463 नये मामले सामने आये हैं, वहीं प्रदेश में कुल 1,52,893 लोगों को इलाज के बाद पूर्णतया ठीक होने पर अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।” अवस्थी ने बताया कि विभिन्न अस्पतालों में 52,309 मरीजों का उपचार चल रहा है जबकि कोरोना संक्रमण से अब तक 3,217 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,08,419 हो चुकी है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों से छुट्टी पाने वालों का प्रतिशत 73.19 है जबकि मृत्यु-दर 1.54 प्रतिशत है। अवस्थी ने बताया कि बुधवार को पूरे प्रदेश में 1,38,378 नमूनों की जांच की गई। राज्य में अब तक 50,80,205 नमूनों की जांच की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि ई—संजीवनी ऐप के जरिए बुधवार को 1,829 लोगों ने टेली-मेडिसिन के माध्यम से डॉक्टरों से सलाह ली। अब तक कुल 45,296 बार डॉक्टरों से परामर्श के लिये फोन आ चुके हैं। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कुल 74, 903 क्षेत्रों में सर्विलांस किया गया है और 1,95,34,268 घरों में 9,82,09,365 लोगों का सर्वे किया गया है। उन्होंने बताया कि एक जून से 26 अगस्त तक 40,685 से अधिक बड़े ऑपरेशन। पिछले वर्ष इसी अवधि में 50,701 बड़े ऑपरेशन हुए थे। इस अवधि में 63,906 छोटे ऑपरेशन किये गए हैं। पूर्व वर्ष की समान अवधि में 83,315 छोटे ऑपरेशन हुए थे। सर्जरी की संख्या लगभग पिछले वर्ष के बराबर आ गयी है । सामान्य उपचार में भी काफी तेजी आयी है। अवस्थी ने बताया कि इस समय 26,504 लोग घर पर पृथकवास में हैं। अब तक 87,120 लोग घर पर पृथकवास में गये हैं और 60,616 स्वस्थ होकर पृथकवास से बाहर आ चुके हैं। निजी अस्पताल में 2348 मरीज भर्ती हैं।

युवाओं से वृद्धों में संक्रमण फैलने की चेतावनी

यूरोप के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि युवाओं में कोविड-19 के बढ़ते मामले का परिणाम अंतत: यह हो सकता है कि इससे वृद्धों में संक्रमण फैल सकता है जिनके इसकी चपेट में आने का खतरा अधिक होता है। यूरोप के लिए डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ. हांस क्लूज के अनुसार इससे मृत्यु के मामले बढ़ सकते हैं। डॉ. क्लूज ने कहा कि यूरोप में ठंड बढ़ने के साथ ही युवाओं के वृद्ध लोगों के सम्पर्क में आने की संभावना है। उन्होंने डब्ल्यूएचओ यूरोप मुख्यालय कोपेनहेगेन से संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अनावश्यक पूर्वानुमान नहीं जताना चाहते लेकिन यह निश्चित तौर पर आशंकाओं में से एक है कि एक समय अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या और साथ ही मृत्यु दर में भी वृद्धि हो सकती है।’’ क्लूज ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के यूरोपीय क्षेत्र में 55 में से 32 परिक्षेत्रों में मामलों में वृद्धि देखी गई है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य प्राधिकारी और अन्य अधिकारी फरवरी की तुलना में बेहतर तरीके से तैनात हैं और तैयार हैं, जब महाद्वीप में मामलों और मौतों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई थी।

चिंता करने की जरूरत नहीं

कोरोना वायरस से पीड़ित रह चुके व्यक्ति को दोबारा यह संक्रमण होने का पहला मामला इस हफ्ते हांगकांग से आया जिसके बाद बेल्जियम तथा नीदरलैंड से भी एक-एक इस तरह के मामले सामने आए। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है घबराने की जरूरत नहीं है। कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए सामूहिक रोग प्रतिरोधक क्षमता पर्याप्त नहीं होने संबंधी चिंताओं के बीच भारत और अन्य देशों के वैज्ञानिकों का कहना है कि और अधिक अध्ययनों की जरूरत है। बेल्जियम के विषाणु विज्ञानी मार्क वान रांस्ट ने इस सप्ताह सामने आये ऐसे तीन मामलों के संबंध में कहा कि कुछ मामलों से पुन: संक्रमण के व्यापक निष्कर्ष नहीं निकाले जा सकते। हांगकांग में वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में कहा कि महामारी को सामूहिक प्रतिरोधक क्षमता से रोक पाना संभव नहीं होगा। सामूहिक प्रतिरक्षा क्षमता तब मानी जाती है जब किसी आबादी के एक बड़े हिस्से में बीमारी से उबरकर उसके खिलाफ रोग प्रतिरोधक शक्ति विकसित हो जाती है। प्रतिरक्षा विज्ञानी सत्यजीत रथ ने कहा कि रोगी विशेष के मामले का अध्ययन करके वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रणाली पर निष्कर्ष नहीं निकाले जा सकते। नयी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान में कार्यरत रथ ने कहा, ‘‘हमें ऐसे रोगियों में प्रतिरक्षा प्रणाली और पुन: संक्रमण के बारे में कुछ नहीं पता। खासतौर पर उस समय जब कि केवल तीन ऐसे पुष्ट मामले अब तक सामने आये हैं।’’ जम्मू के भारतीय समेकित चिकित्सा संस्थान (आईआईआईएम) के पूर्व निदेशक राम विश्वकर्मा ने बताया कि किसी रोगी विशेष के अध्ययन से पुन: संक्रमण पर व्याख्या के लिहाज से मानव की प्रतिरक्षा क्षमता एक जटिल विषय है।

-नीरज कुमार दुबे

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