Unlock 5 के 62वें दिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कुल संक्रमितों का 4.60 प्रतिशत

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मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि संक्रमण के नए मामलों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और 4,35,603 मरीज उपचाराधीन हैं। देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के कुल 31,118 नए मामले आए। केरल, दिल्ली, कर्नाटक, छत्तीसगगढ़ जैसे राज्यों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटी है जबकि उत्तराखंड, गुजरात, असम और गोवा में मरीजों की संख्या बढ़ी है।

नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या पांच लाख से नीचे बनी हुई है और यह कुल संक्रमितों का महज 4.60 प्रतिशत है। मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि संक्रमण के नए मामलों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और 4,35,603 मरीज उपचाराधीन हैं। देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के कुल 31,118 नए मामले आए। केरल, दिल्ली, कर्नाटक, छत्तीसगगढ़ जैसे राज्यों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटी है जबकि उत्तराखंड, गुजरात, असम और गोवा में मरीजों की संख्या बढ़ी है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 31,118 मामले आए जबकि 41,985 मरीज ठीक हो गए। अब तक 88,89,585 मरीजों के स्वस्थ हो जाने से ठीक होने की दर 93.94 प्रतिशत हो गयी है। स्वस्थ होने वाले मरीजों में से 76.82 प्रतिशत रोगी 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश के थे। केरल में सबसे ज्यादा 6055 मरीज ठीक हो गए। दिल्ली में 5824 मरीज ठीक हो गए। मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण के 77.79 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश से आए। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 3837 मामले आए। दिल्ली में 3726 और केरल में 3382 मामले आए। पिछले 24 घंटे में 482 मरीजों की मौत हो गयी। इनमें से 81.12 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश के थे। दिल्ली में 108 मरीजों की मौत हो गयी। महाराष्ट्र में 80 और पश्चिम बंगाल में 48 और लोगों ने दम तोड़ दिया। देश में संक्रमण के नए मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या 94,62,809 हो गयी। संक्रमण के कारण 482 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 1,37,621 हो गयी।

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पूरे देश की आबादी को कोविड-19 का टीका लगाने की बात कभी नहीं कही: केंद्र सरकार

केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि पूरे देश की आबादी को कोविड-19 का टीका लगाने के बारे में कभी कोई बात नहीं हुई। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने प्रेसवार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि कोविड टीका अभियान का उद्देश्य संक्रमण के प्रसार की श्रृंखला को तोड़ना होगा। उन्होंने कहा, हमारा उद्देश्य संक्रमण के प्रसार की श्रृंखला को तोड़ना होगा। अगर हम आबादी के कुछ हिस्से का टीकाकरण करने और संक्रमण के प्रसार की श्रृंखला को तोड़ने में सक्षम हैं तो हमें देश की पूरी आबादी के टीकाकरण की आवश्यकता नहीं होगी। भार्गव ने कहा, मास्क की भूमिका भी बेहद अहम है और टीकाकरण के बाद भी यह जारी रहेगी। क्योंकि हम एक समय में आबादी के छोटे हिस्से के साथ यह शुरू कर रहे हैं इसलिए वायरस के संक्रमण प्रसार की श्रृंखला को तोड़ने में मास्क की भूमिका बेहद अहम होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि पूरे देश की आबादी को कोविड-19 का टीका लगाने के बारे में कभी कोई बातचीत नहीं हुई। उन्होंने कहा, मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि सरकार ने पूरे देश की आबादी के टीकाकरण के बारे में कभी नही कहा।

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अप्रिय चिकित्सा घटना’ के शुरुआती निष्कर्षों के मद्देनजर परीक्षण रोकने की आवश्यकता नहीं थी: सरकार

केंद्र ने मंगलवार को कहा कि चेन्नई में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कोविड-19 टीके के परीक्षण में हिस्सा लेने वाले एक भागीदार के कथित तौर पर दिक्कतों का सामना करने के संबंध में शुरूआती निष्कर्षों के मद्देनजर परीक्षण रोकने की आवश्यकता नहीं थी। केंद्र ने कहा कि यह दवा नियामक को पता लगाना है कि घटना और प्रयोग में कोई संबंध है या नहीं। सीरम इंस्टीट्यूट के परीक्षण में ‘अप्रिय चिकित्सा घटना’ होने के आरोपों पर सरकार ने कहा कि इसका टीका निर्माण की समय-सीमा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। चेन्नई में ‘‘कोविशील्ड’’ टीका के परीक्षण के तीसरे चरण में 40 वर्षीय एक व्यक्ति ने गंभीर दुष्प्रभाव की शिकायतें कीं जिसमें तंत्रिका तंत्र में खराबी आना और बोध संबंधी दिक्कतें पैदा होना शामिल है। उसने परीक्षण को रोकने की मांग करने के अलावा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) एवं अन्य से पांच करोड़ रुपये का मुआवजा भी मांगा है। बहरहाल, एसआईआई ने रविवार को इन आरोपों को ‘‘दुर्भावनापूर्ण और मिथ्या’’ बताकर खारिज कर दिया और कहा कि वह सौ करोड़ रुपये का मुआवजा मांगेगा। आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि दवाओं या टीके या अन्य स्वास्थ्य प्रयोगों में ‘अप्रिय चिकित्सा घटनाएं’ होती हैं।

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कैबिनेट सचिव ने राज्यों के साथ कोविड-19 के टीके को लेकर समीक्षा बैठक की

कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने मंगलवार को राज्यों के शीर्ष अधिकारियों के साथ कोविड-19 के टीकों के उपलब्ध होने के बाद इसे लोगों को दिये जाने के बंदोबस्त की समीक्षा की तथा उनसे स्वास्थ्यकर्मियों आदि का डेटाबेस तैयार करने को कहा जिन्हें प्राथमिकता के साथ टीका लगाया जाएगा। बैठक में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों, स्वास्थ्य सचिवों तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि कैबिनेट सचिव ने कोविड-19 रोधी टीके काउपयोग शुरू करने के इंतजाम की समीक्षा की और राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों से उन प्राथमिकता वाले समूह का डेटाबेस तैयार करने को कहा जिन्हें प्रारंभिक चरण में टीका लगाया जाएगा। तीन दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे का दौरा कर इन शहरों में टीका उत्पादन इकाइयों में टीके के विकास और उत्पादन की प्रक्रिया की समीक्षा की थी। केंद्र सरकार कोरोना वायरस का टीका उपलब्ध होने पर इसके त्वरित और प्रभावी वितरण के लिए कदम उठा रही है। 

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गुजरात: भाजपा सांसद अभय भारद्वाज का कोविड-19 संक्रमण से निधन

गुजरात से भाजपा के राज्यसभा सदस्य अभय भारद्वाज का मंगलवार को चेन्नई के एक अस्पताल में कोविड-19 संक्रमण के इलाज के दौरान निधन हो गया।उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने यह जानकारी दी। भारद्वाज (66) जाने-माने वकील थे और इसी साल जून में राज्यसभा के लिए चुने गए थे।अगस्त में पार्टी की बैठकों और राजकोट में हुए रोड शो में भाग लेने के बाद वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। सांसद के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया। उन्होंने ट्वीट किया, गुजरात से राज्यसभा सांसद अभय भारद्वाज जी एक प्रतिष्ठित वकील थे और समाज सेवा में तत्पर रहते थे। बहुत दुख की बात है कि हमने राष्ट्रीय विकास के बारे में चिंतन करने वाले एक विलक्षण और व्यावहारिक व्यक्तित्व को खो दिया। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना। ओम शांति। गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोडवाडिया ने भी भारद्वाज की मौत पर दुख जताया। 

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कर्नाटक में कोविड-19 के 1,330 नये मामले, 14 मरीजों की मौत

कर्नाटक में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,330 नए मामले सामने आये तथा 14 मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 8,86,227 तक पहुंच गई, जबकि मृतकों की संख्या 11,792 हो गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, आज 886 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। राज्य मेंअब तक 8,50,707 लोग इस संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। विभाग के अनुसार, राज्य में अभी 23,709 मरीजों का इलाज चल रहा है। उनमें से 336 ‘आईसीयू’ में हैं। बेंगलुरु शहर में मंगलवार को संक्रमण के 758 नये मामले सामने आये।

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जम्मू कश्मीर में कोविड-19 के 454 नए मामले, आठ मरीजों की मौत

जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को कोविड-19 के 454 नए मामले सामने आए और पिछले 24 घंटे में आठ लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रशासित प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,10,678 हो गई है। वहीं, मृतकों की संख्या बढ़कर 1,702 हो गई है। अधिकारी ने बताया कि नए मामलों में से 217 मामले जम्मू संभाग से तथा 237 मामले कश्मीर घाटी से सामने आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर जिले में सबसे ज्यादा 118 नये मामले सामने आए जबकि जम्मू में 95 लोग संक्रमित पाये गए। उन्होंने बताया कि अब केंद्रशासित प्रदेश में 5,000 मरीजों का इलाज चल रहा है और अभी तक 1,04,068 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इस बीच, जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटे में आठ लोगों की मौत हुई। इनमें से पांच मरीजों की मौत जम्मू में और तीन की मौत कश्मीर घाटी में हुई।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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