घर सजाते समय ना करें यह गलतियाँ, खराब हो जाएगा पूरा लुक

home decor ideas

आमतौर पर हम घर को डेकोरेट करते समय पेंट का चुनाव पहले करते हैं और फर्नीचर बाद में खरीदते हैं। लेकिन यह एक बड़ी गलती है। घर डेकोरेट करते समय हमेशा डेकोर आइटम्स और फर्नीचर पहले खरीदने चाहिए और उसके बाद पेंट का कलर चुनना चाहिए। इससे फर्नीचर और वॉल पेंट के कलर को मैच करने में आसानी रहती है।

अंग्रेजी में एक कहावत है, "डेयर इज नो प्लेस लाइक होम', यानी घर जैसी कोई और जगह नहीं। यह बात बिल्कुल सच भी है। दुनिया में घर जैसा सुकून कहीं और नहीं मिलता। घर आपके सपनों का संसार होता है, जिन्हें आप अपने अपनों के साथ जीते हैं। हर किसी को अपने घर और उससे जुड़ी हर चीज़ से लगाव होता है। हर कोई चाहता है कि वह अपना आशियाना ऐसे सजाए कि लोग देखते रह जाएं। लेकिन कई बार हम घर सजाते समय कुछ ऐसी छोटी-बड़ी गलतियाँ कर देते हैं जिससे घर का पूरा लुक खराब हो जाता है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि घर सजाते समय आपको किन गलतियों से बचना चाहिए- 

इसे भी पढ़ें: घर के पुराने सामान से कुछ इस तरह सजाएं बच्चों का कमरा

आमतौर पर हम घर को डेकोरेट करते समय पेंट का चुनाव पहले करते हैं और फर्नीचर बाद में खरीदते हैं। लेकिन यह एक बड़ी गलती है। घर डेकोरेट करते समय हमेशा डेकोर आइटम्स और फर्नीचर पहले खरीदने चाहिए और उसके बाद पेंट का कलर चुनना चाहिए। इससे फर्नीचर और वॉल पेंट के कलर को मैच करने में आसानी रहती है।

जब भी आप घर के लिए रग्स खरीदें तो छोटे साइज की बजाय बड़े साइज के रग लें। ध्यान दें कि रग का साइज इतना बड़ा होना चाहिए कि कमरे में रखे फर्नीचर के चारों पैर उसमें कवर हो सकें। छोटे रग रखने से कमरा छोटा और बिखरा हुआ लगता है।

अक्सर हम कमरे के लिए छोटे साइज के पर्दे यह सोचकर खरीदते हैं कि इससे कमरे में साफ-सफाई करने में आसानी रहेगी। लेकिन इससे कमरे की लंबाई कम लगती है। हमेशा फ्लोर लेंथ पर पर्दे खरीदें, इससे कमरे की लंबाई ज्यादा लगती है और कमरे में ज्यादा धूप भी नहीं आती है।

सोफे के लिए कुशन या पिलो खरीदते समय छोटे साइज के कुशन ही खरीदें। बड़े साइज के कुशन देखने में तो अच्छे लगते हैं लेकिन ये जगह ज्यादा घेरते हैं। इससे सोफा ज़्यादा भरा हुआ लगता है और सोफे पर बैठने की जगह भी कम हो जाती है।

इसे भी पढ़ें: पुरानी फटी बेडशीट को कुछ इस तरह करें इस्तेमाल

अक्सर हम घर में झूमर या पेंटिंग को दीवार पर बहुत ऊंचाई पर लगा देते हैं। लेकिन कोई भी आर्टवर्क हो, इसे हमेशा आंख के लेवल पर या उससे थोड़ी ऊंचाई पर ही लगाना चाहिए। कभी भी वॉल पेंटिंग या झूमर को इतनी ऊंचाई पर ना लगाएं कि कोई उसे आसानी से देख हो ना पाए।

आपने अक्सर देखा होगा कि घरों में सब जगह एक ही तरह की लाइट्स लगी रहती हैं। लेकिन इस घर के हर हिस्से का लुक एक सा लगने लगता है। बेहतर होगा कि आप घर के अलग-अलग हिस्सों के लिए अलग-अलग लाइट्स का इस्तेमाल करें। जैसे ड्राइंग रूम में आप सीलिंग लाइट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं, बेडरूम में आप साइड लैंप भी रख सकते हैं।

- प्रिया मिश्रा

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़