महिलाओं का छलका दर्द, कोमोलिका की साजिश देखें बिना नहीं कट रहा दिन, नागिन भी छूटा

a
रेनू तिवारी । Mar 30 2020 5:31PM

घर के बुजुर्गों के लिए तो सरकार ने रामायण, महाभारत की व्यवस्था कर दी है लेकिन घर की उन औरतों का क्या जिनका दिन कोमोलिका की साजिश देखें बिना अधूरा है?

कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण सरकार ने पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया है। ऐसे में  किसी भी टीवी सीरियल और फिल्म की शूटिंग नहीं हो रही है।  लॉकडाउन में कोई फिल्म भी रिलीज नहीं हुई है। सरकार ने घर पर बैठे लोगों का दिल बहल जाए इस लिए दूरदर्शन पर रामायण और महाभारत का रिपीट टेलीकास्ट कर दिया है। प्रसार भारती पर सुबह -शाम 9 बजे रामायण आती है। 

घर के बुजुर्गों  के लिए तो सरकार ने रामायण, महाभारत की व्यवस्था कर दी है लेकिन  घर की उन औरतों का क्या जिनका दिन कोमोलिका की साजिश देखें बिना अधूरा है?

आज इस आर्टिकल में हम घर की उन औरतों का दर्द बताने जा रहे हैं जिनके दर्द के बारे में कोई बात नहीं कर रहा है।

इसे भी पढ़ें: कोरोना ने तोड़ी बॉलीवुड की कमर, फिल्म निर्माताओं का निकल जाएगा दिवाला, पढ़ें ये रिपार्ट

घर में  अपने दो बच्चों और पति के साथ रह रही निशा तिवारी का कहना है कि पूरा लॉकडाउन का मुझपर कोई खास असर नहीं हुआ हैं क्योंकि मैं पहले भी अपना ज्यादा समय घर पर ही बिताती  थी। तकलीफ बस ये है कि इस समय दिन- और शाम को खाना बनाने के बाद बचा हुआ समय काटना मुश्किल हो गया है। मैं शाम को नाटी पिंकी और कसौटी जिंदगी देखती थी। , छोटी सरदारनी तो मेरा फेवरेट नाटक हैं लेकिन लॉकडाउन के कारण सब रिपीट करके दिखा रहे हैं। टीवी पर कुछ नया नहीं आता।

इसे भी पढ़ें: फिल्म जगत के 25 हजार दिहाड़ी कामगारों की वित्तीय मदद करेंगे सलमान खान

वहीं घर में तीसरे फ्लोर पर रहने वाली ममता शुक्ला का कहना है आज कल तो टीवी देखने का मन नहीं करता। फोन में घुसे रहने की आदत नहीं है। टीवी देखती थी खाली समय में लेकिन अब उस पर भी कुछ नहीं आता, ये पता नहीं क्या हो गया है दुनिया में, कब जाएगा ये कोरोना, डर लगने लगा है। ममता ने आगे कहा कि बताया कि बच्चे तो मोबाइल में लग जाते है पूरा दिन कार्टून देखते हैं। जब में फ्री होती हूं तबतक मोबाइल डिस्चार्ज कर देते हैं। क्या करूं? मेरा फेवरेट सीरियल नागिन, विद्दा और छोटी सरदारनी है। बाकि साढ़े पांच बजे कलर्स पर भाग बकुल आता था वो सब्जी कटते हुए देखती थी। मोदी जी से अब क्या कहे जो कुछ साधन था एंजोय का वो भी बंद हो गया है।

हमने उनसे पूछा की आप अपना वक्त कैसे बिता रहीं है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे कढ़ाई करनी आती है मैं वो कर रही हूं। अभी दो दिन में मेंने एक रूमाल पर कढ़ाई की हैं।

इसके अलावा दोपहर मेे पति से ऑनलाइन फिल्में कैसे सर्च करके देखते हैं वो सीख रही हूं मुझे पुरानी फिल्में पसंद है तो बस जीयो सिनेमा पर वहीं देख रहीं हूं।

 पड़ोस में रहने वाली शहनाज से पूछा गया कि वह उन्हें लॉकडाउन में क्या फील हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे एकता कपूर के टीवी सीरियल की बहुत याद आ रही है। मैं कोई शो नहीं छोड़ती थी काम करते-करते सब देख लेती थी। आज कल वो यूट्यूब पर खाना बनाना सीख रही हैं। पति की हमेशा शिकायत रहती थी कि मैं कुछ अच्छा नहीं बनाती अज कल बस कुछ ना कुछ बनाती रहती हूं। कल ही मेंने  घर पर गोलगप्पे बनाए थे। टीवी पर बस कपिल शर्मा आता रहता है रिपीट वाला बस.... 

ये था उन महिलाओं का दर्द जिन्हें घर का काम करने के बाद टीवी शो का ही सहारा था मनोरंजन करने का, लेकिन लॉकडाउन में सब बंद हैं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़