Mani Ratnam Birthday: हिंदी और दक्षिण फिल्मों के जादूगर हैं मणिरत्नम, देश ही नहीं विदेशों में भी कमाया नाम

Mani Ratnam Birthday
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बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर प्रोड्यूसर और स्क्रीनराइटर मणिरत्नम आज यानी की 2 जून को अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने बॉलीवुड को कई बेहतरीन फिल्में दी हैं। मणिरत्नम की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर माइलस्टोन साबित हुई हैं।

मणि रत्नम हिंदी सिनेमा के फेमस फिल्म निर्माता-निर्देशक हैं। वह मुख्य रूप से तमिल फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं। ए आर रहमान जैसे गुणी संगीतकार से हिंदी सिनेमा का परिचय कराने का श्रेय भी मणि रत्नम को जाता है। आज यानी की 2 जून को वह अपना 67वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। उनकी बेहतरीन फिल्मों ने मणि रत्नम को सिनेमा जगत का ध्रुव तारा बना दिया है। मणि रत्नम ने रोजा बांबे, दिल से, गुरु और सथिया जैसी कई बेहतरीन फिल्में हिंदी सिनेमा को दी हैं। आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर मणि रत्नम से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और शिक्षा

तमिलनाडु के मदुरै में 2 जून 1956 को मणि रत्नम का जन्म हुआ था। उनका असली नाम गोपाल रत्नम सुब्रमण्यम अय्यर था। मणिरत्नम के पिता रत्नम अय्यर भी एक फेमस फिल्म निर्माता थ। रत्नम अय्यर 'वीनस पिक्चर' जैसी बड़ी प्रोडक्शन कंपनी के साथ काम कर चुके थे। मणि रत्नम ने अपनी स्कूली शिक्षी चेन्नई से पूरी की थी। जिसके बाद आगे की पढ़ाई उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से पूरी की। इसके बाद मणि रत्नम ने जमना लाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडी MBA कर मैनेजमेंट कंसल्टेंट का काम किया। उनके दोनों भाइयों ने मणि रत्नम को फिल्मों को वास्तविकता से रूबरू कराया था। हालांकि अब मणिरत्नम के दोनों भाई इस दुनिया में नहीं रहे। एक दुर्घटना में दोनों भाइयों की मौत हो गई थी।

करियर

फिल्मे बनाने से पहले मणि रत्नम फिल्म सहायक के तौर पर भी काम कर चुके थे। फिल्म निर्देशक के रूप में मणि रत्नम की पहली फिल्म कन्नड़ में 'पल्लवी अनु पल्लवी' थी। इस फिल्म में अभिनेता अनिल कपूर औक एक्ट्रेस लक्ष्मी ने काम किया था। इस फिल्म की सफलता के बाद मणि रत्नम ने कभी पीछे पलटकर नहीं देखा। उन्होंने दक्षिण की तमाम भाषाओं में फिल्में बनाई। हालांकि उनको असली पहचान फिल्म 'मौना रागम' से मिली। इस फिल्म को लोगों का खूब प्यार मिला। इसके बाद साल 1989 में मणि रत्नम द्वारा बनाई गई फिल्म 'गीतांजली' मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म के लिए मणि रत्नम को राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से नवाजा गया था।

मणिरत्नम दक्षिण के जाने-माने फिल्म निर्देशक हैं। वहीं बॉलीवुड को भी वह कई बेहतरीन फिल्में दे चुके हैं। हिंदी सिनेमा को उन्होंने ‘टेरोरिज्म ट्राइलॉजी’, ‘रोजा’ (1992), ‘बॉम्बे’ (1995), ‘दिल से’ (1998) जैसी कई बेहतरीन फिल्में दी हैं। यह फिल्में पूरी तरह से आतंकवाद पर थीं। मणिरत्नम द्वारा बनाई गई फिल्म 'नायकन' को न सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी काफी सराहा गया।

सम्मान

अब तक के करियर में मणिरत्नम को 6 राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

साल 2004 में मणिरत्नम को चौथा सर्वोच्च पुरस्कार ‘पद्मश्री’ से नवाजा गया था।

इसके अलावा मणिरत्नम अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल में भी कई पुरस्कार अपने नाम कर चुके हैं।

बता दें कि मणिरत्नम अपनी फिल्मों को लेकर काफी सेलेक्टिव रहे हैं। उनके द्वारा बनाई गई फिल्मों पर मणिरत्नम ने लंबा रिसर्च किया है। शायद यह भी एक कारण है कि उनकी सभी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर खूब धमाल मचाती हैं। भले ही वह साल में 1 फिल्म बनाते हैं या कम फिल्में बनाते हैं। लेकिन मणिरत्नम द्वारा बनाई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर माइलस्टोन साबित हुई हैं। तभी मणिरत्नम के साथ काम करने के लिए हर एक्टर और एक्ट्रेस बेताब रहते हैं।

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