Chintels Paradiso बिके फ्लैट वापस लेने या तीन असुरक्षित टॉवरों के पुनर्विकास को तैयार

Chintels Paradiso
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रियल एस्टेट फर्म चिंटेल्स समूह ने खरीददारों से गुरुग्राम में अपनी परियोजना के तीन टॉवरों में स्थित 180 फ्लैट वापस लेने का प्रस्ताव दिया है। पिछले वर्ष टॉवर का एक हिस्सा गिरने के बाद जांच में तीन टॉवरों को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था।

रियल एस्टेट फर्म चिंटेल्स समूह ने खरीददारों से गुरुग्राम में अपनी परियोजना के तीन टॉवरों में स्थित 180 फ्लैट वापस लेने का प्रस्ताव दिया है। पिछले वर्ष टॉवर का एक हिस्सा गिरने के बाद जांच में तीन टॉवरों को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था। पिछले वर्ष फरवरी में चिंटेल्स पैराडिसो परियोजना में एक आवासीय टॉवर का एक हिस्सा गिर गया था, जिसकी चपेट में आकर दो महिलाओं की मौत हो गई थी। गुरुग्राम के सेक्टर 109 में स्थित परियोजना में हुई इस घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने की थी।

इस संबंध में निवासियों की ओर से मुआवजा एवं डेवलपर के खिलाफ कार्रवाई की मांग वाली एक याचिका पर उच्चतम न्यायालय में भी सुनवाई चल रही है। गुरुग्राम के उपायुक्त और हरियाणा के नगर एवं ग्राम नियोजन के महानिदेशक को लिखे पत्र में चिंटेल्स इंडिया ने प्रभावित घर खरीददारों के लिए दो विकल्प दिए हैं। पहला विकल्प ये है कि कंपनी डी, ई और एफ टॉवर के फ्लैट्स 6,500 रुपये प्रति वर्गफुट (सुपर एरिया) की दर से खरीददारों से वापस खरीद ले। वह इसमें फ्लैट खरीददारों द्वारा दिए गए स्टांप शुल्क को भी वापस करेगी।

फर्म ने दूसरा विकल्प दिया है कि इन तीन टॉवरों की मरम्मत की जाएगी या इन्हें पूरी तरह से दोबारा बनाया जाएगा। हालांकि, उसने किसी टॉवर को पुनर्विकसित करने की स्थिति में फ्लैट आवंटियों से 1,000 रुपये प्रति वर्गफुट (सुपर एरिया) की दर से रुपये की मांग की है। चिंटेल्स ने 21 अप्रैल को भेजे गए पत्र में कहा है कि वह टॉवर डी के निवासियों को वैकल्पिक आवास के लिए 30 अप्रैल के बाद किराये का भुगतान नहीं करेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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