डिजिटल मुद्रा के ‘फायदे और नुकसान’ पर विचार जारी: आरबीआई

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ANI Twitter.

आरबीआई ने शुक्रवार को जारी 2021-22 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि आम बजट 2022-23 में सीबीडीसी (केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा) की शुरुआत की घोषणा की गई थी।

मुंबई| भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि वह देश में एक डिजिटल मुद्रा की शुरुआत के ‘फायदे और नुकसान’ पर विचार कर रहा है।

आरबीआई ने कहा कि वह डिजिटल मुद्रा की शुरुआत के लिए क्रमिक नजरिया अपनाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 का बजट पेश करते हुए कहा था कि केंद्रीय बैंक एक भारतीय डिजिटल मुद्रा की शुरुआत करेगा।

आरबीआई ने शुक्रवार को जारी 2021-22 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि आम बजट 2022-23 में सीबीडीसी (केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा) की शुरुआत की घोषणा की गई थी।

इसके तहत आरबीआई अधिनियम, 1934 में एक उपयुक्त संशोधन को वित्त विधेयक, 2022 में शामिल किया गया है वित्त विधेयक, 2022 को अधिनियमित किया गया है, जो सीबीडीसी की शुरुआत के लिए एक कानूनी ढांचा मुहैया कराता है।

वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘रिजर्व बैंक भारत में एक केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा की शुरुआत की तैयारी कर रहा है। सीबीडीसी के डिजाइन को मौद्रिक नीति, वित्तीय स्थिरता और मुद्रा तथा भुगतान प्रणालियों के कुशल संचालन के घोषित उद्देश्यों के अनुरूप होना चाहिए।’’

इसमें आगे कहा गया कि रिजर्व बैंक भारत में सीबीडीसी की शुरूआत के फायदे और नुकसान पर विचार कर रहा है और इसे लाने के लिए एक क्रमिक नजरिया अपनाया जाएगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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