Delhi में बढ़ती प्रदूषण के कारण कंस्ट्रक्शन पर लगी रोक, अब हाउसिंग प्रोजेक्ट्स मिलने में होगी देरी, बिल्डर हुए परेशान

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कंस्ट्रक्शन पर लगी रोक के बाद दिल्ली में हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के निर्माण में देरी होने की संभावना अधिक बढ़ गई है। इसे देखते हुए नारडेको ने हाउसिंग प्रोजेक्ट में होने वाली देरी को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। बिल्डर एसोसिएशन ने प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए बताए गए स्टेप्स के पालन करने का आदेश दिया है।

दिल्ली में प्रदूषण के कारण स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण सरकार के लिए चिंता का संबंध बन गया है। हवा की गुणवत्ता लगातार गिरने से आम जनता को कई तरह की स्वास्थ्य परेशानियां हो रही है। वही प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए दिल्ली और एनसीआर में सरकार ने कई नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों के मुताबिक दिल्ली एनसीआर के इलाकों में गैर जरूरी कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी गई है।

कंस्ट्रक्शन पर लगी रोक के बाद दिल्ली में हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के निर्माण में देरी होने की संभावना अधिक बढ़ गई है। इसे देखते हुए नारडेको ने हाउसिंग प्रोजेक्ट में होने वाली देरी को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। बिल्डर एसोसिएशन ने प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए बताए गए स्टेप्स के पालन करने का आदेश दिया है। 

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नारडेको के अध्यक्ष हरि बाबू ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर बिल्डर भी काफी चिंतित है। राष्ट्रीय राजधानी में भर्ती प्रदूषण को रोकने के लिए बिल्डर भी सरकार के साथ पूरा सहयोग करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में कंस्ट्रक्शन पर लगी रोक के कारण हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के निर्माण में लगभग 3 महीने की देरी हो जाएगी। उन्होंने बिहार पर काम करने वाले मजदूरों के जीवन पर पड़ने वाले असर पर भी अपनी चिंता व्यक्त की है क्योंकि हाउसिंग प्रोजेक्ट का काम बंद होने से बिहारी मजदूरों को भी काम नहीं मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि प्रोजेक्ट पर रोक लगने के कारण इसका आर्थिक नुकसान बिल्डरों को सहना पड़ेगा।

नियमों का हो रहा पालन

अध्यक्ष जी हरी बाबू ने कहा कि रेरा अप्रूव्ड प्रोजेक्ट में प्रदूषण को रोकने के लिए जारी की गई गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है। इसके तहत कंस्ट्रक्शन सीटों पर समय-समय पर पानी का छिड़काव भी हो रहा है। कंस्ट्रक्शन साइट पर धूल अधिक डफली इसलिए उसे क्षेत्र को कर से ढका जाता है। संगठन के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण गाड़ियां और सड़क की धूल है, जिनपर लगाम लगाना जरूरी है।

दिवाली से पहले बड़ा प्रदूषण

दिल्ली में दिवाली से पहले ही प्रदूषण का स्तर बेहद अधिक हो गया है जो लगातार गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। प्रदूषण के कारण आम लोगों का जीवन अस्तित्व हो गया है। प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पैनल ने नए नियम भी लागू किए हैं जिसके तहत दिल्ली और एनसीआर में गैर जरूरी निर्माण कार्य पर भी रोक लगाई गई है। इसमें हाउसिंग प्रोजेक्ट खनन और पत्थर तोड़ने जैसी कम शामिल है जिन पर रोक लगाई गई है। हालांकि रेलवे मेट्रो स्टेशन राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े निर्माण कार्य और अस्पताल से जुड़े निर्माण कार्य जारी रहेंगे, इन पर कोई रोक नहीं है।

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