Haldia refinery को पेट्रोकेमिकल परिसर में विकसित करेगी आईओसी

एकल रिफाइनरी का संचालन लाभप्रदता के लिहाज से टिकाऊ नहीं है। ऐसे में इसे पेट्रोकेमिकल परिसर में बदलने की योजना है। अधिकारी ने कहा, हम हल्दिया रिफाइनरी के पास एक पेट्रोकेमिकल परिसर स्थापित करना चाहते हैं, जिसकी मौजूदा क्षमता 85 लाख टन प्रति वर्ष है।
कोलकाता। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) पश्चिम बंगाल स्थित अपनी मौजूदा हल्दिया रिफाइनरी को पेट्रोकेमिकल परिसर में विकसित करने की इच्छुक है। कंपनी के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि परिचालन को लाभप्रद बनाए रखने के लिए यह फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि एकल रिफाइनरी का संचालन लाभप्रदता के लिहाज से टिकाऊ नहीं है। ऐसे में इसे पेट्रोकेमिकल परिसर में बदलने की योजना है। अधिकारी ने कहा, हम हल्दिया रिफाइनरी के पास एक पेट्रोकेमिकल परिसर स्थापित करना चाहते हैं, जिसकी मौजूदा क्षमता 85 लाख टन प्रति वर्ष है।
उन्होंने कहा कि आईओसी ने पेट्रोकेमिकल परिसर विकसित करने के लिए हल्दिया फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन (एचएफसी) से जमीन मांगी है, जिसकी फैक्टरी बंद पड़ी है। आईओसी अधिकारी ने कहा, हमने एचएफसी से 175 एकड़ जमीन मांगी है। यह रिफाइनरी के पास है और इसे हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स (एचडीसी) द्वारा रसायन और उर्वरक मंत्रालय को पट्टे पर दिया गया है। हम पेट्रोकेमिकल परियोजना के लिए जमीन मांग रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि सुरक्षा उद्देश्यों के लिए भी जमीन की जरूरत है, क्योंकि हल्दिया में रिफाइनरी परिसर भीड़भाड़ वाला हो गया है। एक सवाल के जवाब में आईओसी के अधिकारी ने कहा कि एचडीसी के साथ कई बार चर्चा हुई है लेकिन अभी तक कुछ भी नतीजा नहीं निकला है।
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