जेबीआईसी भारत में निवेश अवसरों के लिए सहयोग बढ़ाएः सीतारमण

nirmala sitharaman
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उन्होंने जेबीआईसी से भारत में समुद्री खाद्य उत्पादों के प्रसंस्करण, लॉजिस्टिक, परिवहन के साथ कृत्रिम मेधा और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में निवेश करने का अनुरोध भी किया। इस दौरान नोबिमित्शु ने कहा कि जेबीआईसी को भी भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय रूप से लाभदायक संपर्क के लिए अधिक अवसरों की तलाश है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत में निवेश अवसरों का लाभ उठाने के लिए बुधवार को जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग बैंक (जेबीआईसी) को राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष (एनआईआईएफ) और एक्जिम बैंक जैसे वित्तीय संस्थानों के साथ सक्रिय साझेदारी के लिए आमंत्रित किया। जेबीआईसी के गवर्नर हयाशी नोबिमित्शु के साथ एक बैठक के दौरान सीतारमण ने भारत में निवेश बढ़ाने पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने अगले पांच वर्षों में भारत में जापान का निवेश बढ़ाकर 5,000 अरब येन करने से संबंधित बिंदुओं पर भी बातचीत की।

वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जारी एक बयान में कहा, केंद्रीय वित्त मंत्री ने बैठक में कहा कि भारत को जेबीआईसी निवेश के सर्वाधिक आकर्षक गंतव्यों में से एक मानता है। उन्होंने एक्जिम बैंक, एनआईआईएफ जैसे वित्तीय संस्थानों के साथ संबंध बढ़ाने और बैंकों को कर्ज देने के लिए जेबीआईसी को प्रोत्साहित किया। इस बैठक में सीतारमण ने पीएम-गतिशक्ति जैसे कई सरकारी अभियानों से भी जेबीआईसी गवर्नर को अवगत कराया।

उन्होंने जेबीआईसी से भारत में समुद्री खाद्य उत्पादों के प्रसंस्करण, लॉजिस्टिक, परिवहन के साथ कृत्रिम मेधा और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में निवेश करने का अनुरोध भी किया। इस दौरान नोबिमित्शु ने कहा कि जेबीआईसी को भी भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय रूप से लाभदायक संपर्क के लिए अधिक अवसरों की तलाश है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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