Hero को टक्कर देने के लिए बेंगलुरू में तैयार हो रही दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटर फैक्ट्री!

ola
निधि अविनाश । Mar 8 2021 6:13PM

बता दें कि भारत सरकार इस समय बढ़ते प्रदुषण को देखते हुए ग्रीन एनर्जी पर अपना ध्यान ज्यादा लगा रही है वहीं पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए भविष्य में इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आने की उम्मीद भी होगी।

हर रोज़ इलेक्ट्रिक कार और इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स को कई मोटर वाहन कंपनी लॉन्च कर रही है वहीं इनकी मांग भी काफी तेजी से बढ़ रही है। वहीं भारत भी दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल सेक्टर में से एक है जिसको देखते हुए अब ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल ने भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का बिजनेस खोलने का फैसला कर रहे हैं। एक खबर के मुताबिक, इस बिजनेस के लिए भाविश ने  बेंगलुरू के पास 500 एकड़ जमीन को भी देख लिया है। भारत के सबसे बड़े स्टार्टअप और  हाई-प्रोफाइल ओला संस्थापक ने अगले 12 हफ्तों के भीतर बैंगलोर के बाहरी इलाके में इस खाली प्लॉट पर दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक स्कूटर प्लांट को खड़ा करने की उम्मीद की है।

इसे भी पढ़ें: अदाणी ग्रीन एनर्जी ने गुजरात के कच्छ में 100 मेगावाट का पवन ऊर्जा संयंत्र चालू किया

तेल की बढ़ती कीमतों पर कारगार साबित होगा यह प्लान!

बता दें कि भारत सरकार इस समय बढ़ते प्रदुषण को देखते हुए ग्रीन एनर्जी पर अपना ध्यान ज्यादा लगा रही है वहीं पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए भविष्य में इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आने की उम्मीद भी होगी। बात करें ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल के इस प्लान का तो अगर उनका यह प्लान कारगार साबित होता है तो इस कंपनी को साल 2022 तक बाजार में 15 फीसदी प्रोडक्शन का फायदा मिल सकता है और इसकी शुरूआत भी की जा सकेगी। यानि की एक साल के भीतर ही एक करोड़ इलेक्ट्रिक स्कूटर का प्रोडक्शन होने की उम्मीद। हाल के एक इंटरव्यू में भाविश ने बताया कि उनका यह प्लान भारत को दुनिया के इलेक्ट्रिक वाहनों की लिस्ट में शामिल करने की होगी। उन्होंने कहा कि यह उनका सपना है कि भारत को दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन प्रोडक्शन वाली कंपनी बनाया जाए। 

क्या आसान होगी राह?

बता दें कि ओला के लिए यह प्लान एक चुनौती से कम नहीं होगा क्योंकि भारत में पहले से ही होरी जैसी कंपनिया है जिनका भारतीय बाजार में काफी दबदबा है। इस वक्त ओला अपना पूरा ध्यान प्रोडक्शन पर दे रही है। बता दें कि कंपनी में 10 हजार वर्कर के आलवा 3 हजार रोबोट भी इस प्रोडक्शन में काम करेंगे। वहीं इंजनियर की एक टीम सॉफ्टवेयर तैयार करेगी। कपंनी का मानना है कि हर एक चीज का प्रोडक्शन भारतीय ही हो ताकि कीमतों पर काम किया जा सके। कंपनी का प्लान है कि इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों के जरिए बेचा जाए। जान लें कि कंपनी कीमतों पर भी विचार कर रही है। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़