दूषित जल शोधन क्षमता में हर साल 8.56 अरब घनमीटर की वृद्धि जरूरीः Report

waste water treatment
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Commons

एबीबी की रिपोर्ट कहती है कि संयुक्त राष्ट्र के विकास लक्ष्य को हासिल करने के लिए वैश्विक दूषित जल शोधन क्षमता में 8.56 अरब घनमीटर की वार्षिक वृद्धि करने की जरूरत है।

स्वचालन एवं बिजली क्षेत्र की कंपनी एबीबी ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र के विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दूषित जल शोधन की वैश्विक क्षमता में 8.56 अरब घनमीटर की सालाना वृद्धि करने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, दुनिया के 2.2 अरब लोगों को साफ पेयजल नहीं मिल पाता है जबकि 4.2 अरब से अधिक लोगों की पहुंच साफ-सफाई के सुरक्षित साधनों तक नहीं है। एबीबी की रिपोर्ट कहती है कि संयुक्त राष्ट्र के विकास लक्ष्य को हासिल करने के लिए वैश्विक दूषित जल शोधन क्षमता में 8.56 अरब घनमीटर की वार्षिक वृद्धि करने की जरूरत है।

इसके अलावा हर साल 469 नई शोधन इकाइयों की भी जरूरत होगी। दूषित जल शोधन संयंत्रों में कुल वैश्विक बिजली उत्पादन का करीब तीन प्रतिशत इस्तेमाल होता है और इसका ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 1.5 प्रतिशत अंशदान है। रिपोर्ट के मुताबिक, खतरनाक सामग्रियों के रिसाव को कम करना और पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) को बढ़ावा देना भी जरूरी है। एबीबी एनर्जी इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष ब्रैंडन स्पेंसर ने कहा, ‘‘अध्ययन से पता चलता है कि संयुक्त राष्ट्र विकास लक्ष्यों को हासिल करने में मदद के लिए अधिक प्रयास करने की जरूरत है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़