Wipro के नए सीईओ बने श्रीनि पलिया, इतनी सैलरी का हो रहा भुगतान

Srinivas Pallia
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रितिका कमठान । Apr 30 2024 12:39PM

विप्रो कंपनी के सीईओ को कुल सात मिलियन डॉलर बतौर वेतन दिए जाने की घोषणा की गई है। ये राशि भारतीय रूपये में 58,41,67,500 रुपये सालाना होते है, जो 58.5 करोड़ रुपये है। इस भारी भरकम सैलरी के साथ श्रीनि पलिया को विप्रो के सीईओ को पद संभालते हुए कंपनी की जिम्मेदारी निभानी है।

विप्रो कंपनी के नए सीईओ बने हैं श्रीनि पलिया,जिसकी जानकारी कंपनी ने दी है। इस पोस्ट को हासिल करने के बाद श्रीनि पलिया को भारी वेतन का भुगतान किया जा रहा है। श्रीनि पलिया को जितना वेतन दिया जा रहा है, उसकी जानकारी कंपनी ने भी साझा की है। इस वेतन को देखकर कई लोगों के होश उड़ गए है।

विप्रो कंपनी के सीईओ को कुल सात मिलियन डॉलर बतौर वेतन दिए जाने की घोषणा की गई है। ये राशि भारतीय रूपये में 58,41,67,500 रुपये सालाना होते है, जो 58.5 करोड़ रुपये है। इस भारी भरकम सैलरी के साथ श्रीनि पलिया को विप्रो के सीईओ को पद संभालते हुए कंपनी की जिम्मेदारी निभानी है।

इस्तीफा देने के बाद मिली जिम्मेादारी

श्रीनि पलिया को सीईओ और एमडी थिएरी डेलापोर्टे से इस्तीफा देने को कहा गया था। इसके बाद उन्हें विप्रो की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस वर्ष अप्रैल महीने में ही उन्हें ये पद सौंपा गया है। इसके बाद उन्होंने एक और उपलब्धि हासिल कर ली है। इतनी अधिक सैलरी पाने वाले श्रीनि पलिया दुनिया के कुछ चुनिंदा अधिकारियों की सूची में शामिल हो गए है।

जानें श्रीनि पलिया के बारे में

श्रीनि पलिया तीन दशक से अधिक समय से काम कर रहे हैं। उन्होंने विप्रो में भी कई जिम्मेदारियों को निभाया है। अमेरिकाज 1 यूनिट के सीईओ बनने से पहले ही वो विप्रो में भी पदभार संभाल चुके है। उनके पास कंज्युमर बिजनेस यूनिट की जिम्मेदारी थी। विप्रो की कंज्यूमर बिजनेस यूनिट का अध्यक्ष रह चुके है। वो बिजनेस एप्लिकेशन सर्विसेज के ग्लोबल हेड की जिम्मेदारी निभा चुके है।

बीएसई को दी गई जानकारी

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को भी विप्रो के संबंध में जानकारी दी गई है कि बीते 32 वर्षों से कंपनी में काम कर रहे श्रीनि पलिया अब आगामी पांच वर्षों के लिए नई भूमिका में दिखाई देंगे। आगामी पांच वर्षों तक वो विप्रो के सीईओ बने रहेंगे। बता दें कि थिएरी डेलपोर्ट का कार्यकाल 2025 में समाप्त होना था मगर उनके इस्तीफे के कारण ये जिम्मेदारी श्रीनि को सौंपी गई है। बता दें कि विप्रोके साथ श्रीनि 1992 में जुड़े थे, इस दौरान उन्होंने कई पदों को संभाला है।

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