Red Hot हुआ टमाटर, अंधाधुंध बढ़ रहे हैं दाम, खरीदने में हिचक रहे लोग

वहीं टमाटर की कीमतें बढ़ने के पीछे थोक विक्रेताओं ने कारण भी बताया है। कम उत्पादन और कुछ राज्यों में भारी बारिश के कारण फसल को हुए नुकसान के कारण टमाटर का उत्पादन कम हुआ है। खुदरा बाजार में यह फिलहाल 150-180 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
जैसे ही त्योहारों का मौसम शुरू होने जा रहा है वैसे ही अब टमाटर के दामों ने भी उछाल मारना शुरू कर दिया है। टमाटर के दाम अब आसमान छू रहे है। हिमाचल प्रदेश से लेकर दिल्ली तक हर राज्य और शहर में टमाटर के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रहे है। टमाटर के भावों ने अपने रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। हिमाचल प्रदेश के सोलन सब्जी मंडी में टमाटर की कीमत 31 जुलाई को 4000 रुपये से अधिक हो गई। टमाटर की एक क्रेट 4100 रुपये की कीमत पर पहुंच गई है। बता दें कि एक क्रेट में लगभग 25-26 किलो टमाटर होता है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में रिटेल में टमटार की कीमत 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है। ये कीमत टमाटर की अब तक का उच्चतम स्तर है। सब्जी के थोक विक्रेताओं ने कहा कि सोमवार को उत्तराखंड में 25 किलो के क्रेट को 4100 रुपये में बेचा गया है।
मंडी अधिकारियों को दिए गए कमीशन, स्टॉक को दिल्ली लाने के लिए परिवहन और इसमें मुनाफा जोड़ने से दिल्ली की मंडियों में थोक कीमत 5,000 रुपये प्रति क्रेट से अधिक होने की संभावना है। उत्तराखंड के देहरादून जिले के विकास नगर से 4,100 रुपये प्रति क्रेट के हिसाब से टमाटर खरीदने वाले केशोपुर मंडी के सब्जी थोक व्यापारी सरदार टोनी सिंह ने कहा कि टमाटर की ये कीमत सर्वाधिक है जो उन्होंने चुकाई है। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में इतनी ऊंची कीमतें कभी नहीं देखी हैं। टमाटर की कीमतों ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। टमाटर आम तौर पर 1200-1400 रुपये प्रति 25 किलो तक नीलाम होता है ये जानकारी उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को दी है।
गौरतलब है कि टमाटर की कीमत जून में बढ़ने लगी थी। वहीं टमाटर की कीमतें बढ़ने के पीछे थोक विक्रेताओं ने कारण भी बताया है। विक्रेताओं का कहना है कि कम उत्पादन और कुछ राज्यों में भारी बारिश के कारण फसल को हुए नुकसान के कारण टमाटर का उत्पादन कम हुआ है। खुदरा बाजार में यह फिलहाल 150-180 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। आम जनता की जेब पर अधिक बार ना पड़े इसलिए केंद्र सरकार ने इस पर सब्सिडी दी और करीब 500 केंद्रों पर टमाटर 90 रुपये प्रति किलो बेचना शुरू किया और बाद में इसे और घटाकर 80 रुपये कर दिया। कम उत्पादन और लगातार मांग के कारण कीमतें ऊपर की ओर बढ़ गई हैं।
अन्य न्यूज़











