पेट्रो परियोजनाओं में यूएई को हिस्सेदारी की पेशकश

दुबई। भारत ने संयुक्त अरब अमीरात को पेट्रोरसायन संयंत्रों और रिफाइनरी परियोजनाओं में हिस्सेदारी देने की पेशकश की है। यूएई के पास निवेश योग्य बड़ा धन है और भारत ऊर्जा के क्षेत्र में उसके साथ संबंध मजबूत करना चाहता है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान संयुक्त अरब अमीरात की दो दिन की यात्रा पर आए हैं। उन्होंने भारत के तेल और गैस क्षेत्र में निवेश करने वालों से ‘निष्पक्ष, पारदर्शी और आकर्षक नीति’’ का वादा किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘‘उचित नीति, नियामकीय एवं राजकोषीय हस्तक्षेप’’ किये जाएंगे।
दुबई में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के निवेशकों के लिए भारत में निवेश के मौकों की जानकारी दी। यूएई ने पिछले साल अगस्त में भारत में 75 अरब डालर के निवेश की प्रतिबद्धता घोषित की थी। निवेशकों के समक्ष रखे गए प्रस्तावों में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) की दाहेज (गुजरात) की पेट्रोरसायन परियोजना में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी 70 करोड़ डालर में देने की पेशकश शामिल है। यह परियोजना चालू होने ही वाली है। इसके अलावा भारत ने यूएई को भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड की बीना रिफाइनरी के विस्तार में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी देने का प्रस्ताव है जो 20 करोड़ डालर का हो सकता है। परियोजना के तहत रिफाइनरी की क्षमता 60 लाख टन से बढ़ाकर 75 लाख टन सालना की जानी है। इसके अलावा उन्हें एचपीसीएल की आंध्र तट, महाराष्ट्र और जगदीशपुर-हल्दिया और पारादीप सूरत गैस पाइपलाईन में भी निवेश के प्रस्ताव दिये गये हैं।
अन्य न्यूज़