डोपिंग मामले में महिला खिलाड़ी पर हुई बड़ी कार्रवाई, 4 साल का लगा प्रतिबंध

BCCI

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर अंशुला राव डोपिंग की दोषी पाई गई हैं। जिसके तहत उन पर 4 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया।

नयी दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम की एक खिलाड़ी डोपिंग मामले में दोषी पाई गई है। जिसके बाद उन पर चार साल का प्रतिबंध लगाया गया है। आप लोगों को याद हो तो इससे पहले भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का नाम डोपिंग मामले में आया था। जिसके बाद उन पर आठ महीने का प्रतिबंध लगा था। हालांकि पृथ्वी शॉ की अब वापसी हो चुकी है लेकिन अब डोपिंग मामले में महिला खिलाड़ी का नाम सामने आ रहा है।  

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भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर अंशुला राव डोपिंग की दोषी पाई गई हैं। जिसके तहत उन पर 4 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया। बता दें कि अंशुला राव के दोनों सैंपल की जांच की गई और उन्हें जांच में आए खर्च को भी वहन करना पड़ा। जो करीब 2 लाख रुपए था।

डोपिंग रोधी अनुशासन पैनल (एडीडीपी) ने बताया कि मध्य प्रदेश की तरफ से खेलने वाली अंशुला राव ने अपने प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए जानबूझकर प्रतिबंधित दवा का सेवन किया। अंशुला राव ने पिछली बार बीसीसीआई के अंडर-23 टी20 महिला टूर्नामेंट 2019-20 में भाग लिया था। रिपोर्ट के मुताबिक अंशुला राव को प्रतिबंधित पदार्थ एनाबोलिक स्‍टीरॉयड 19-नोरैंड्रोस्‍टेरोन का सेवन करने का दोषी पाया गया है। इससे पहले भी 14 मार्च 2020 को बड़ौदा में उन्‍हें इस पदार्थ का सेवन करने का दोषी पाया जा चुका है। 

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अंग्रेजी समाचार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक महिला खिलाड़ी अंशुला राव के दो सैंपलों को जांच के लिए बेल्जियम भेजा गया था। जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ पाया गया था। वहीं अंशुला राव ने अपने बचाव में कहा कि डोप टेस्ट और नाडा द्वारा लगाए गए आरोप के बीच लगभग 4 महीने का समय हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बी सैंपल की जांच के लिए करीब 2 लाख रुपए देने को कहा गया। यह अनुचित व्यवहार है।

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