अश्विन ने कहा भारत ODI World Cup में परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा सकता है

Ashwin
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इस ऑफ स्पिनर ने इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से ओस मुक्त टूर्नामेंट के आयोजन के लिए उपयुक्त कदम उठाने का आग्रह किया। वनडे विश्व कप इस साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में आयोजित किया जाएगा जिसमें शाम को ओस की भूमिका अहम हो सकती है।

रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि भारत के पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो इस साल के आखिर में होने वाले एकदिवसीय विश्वकप के दौरान परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा सकते हैं। इस ऑफ स्पिनर ने इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से ओस मुक्त टूर्नामेंट के आयोजन के लिए उपयुक्त कदम उठाने का आग्रह किया। वनडे विश्व कप इस साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में आयोजित किया जाएगा जिसमें शाम को ओस की भूमिका अहम हो सकती है।

अश्विनी अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,‘‘ एक दिशा में आगे बढ़ने और परिस्थितियों का मुकाबला करने का कोई मतलब नहीं बनता है क्योंकि आप परिस्थितियों को चुनौती नहीं दे सकते हैं। आपको परिस्थितियों को समझने और उनसे सामंजस्य बिठाना सीखना होता है। भारतीय टीम में ऐसा करने के लिए पर्याप्त क्षमता है।’’ उन्होंने कहा,‘‘ हालांकि किसी दिन ओस, सीमा रेखा की दूरी और ऐसी ही कुछ चीजों पर नियंत्रण नहीं किया जा सकता और मुझे लगता है कि भारत को इस विश्वकप में इन्हीं चीजों से सतर्क रहना होगा। ’’

अश्विन ने भारत के संदर्भ में कहा,‘‘ अगर उन्हें सही परिस्थितियां मिलती हैं और प्रतिस्पर्धा कौशल के बीच होती है तो फिर यह ऐसी टीम है जिसे हराना बहुत मुश्किल होगा।’’ अश्विन ने पिछले सप्ताह विश्वकप के मैचों को सुबह 11 बजकर 30 मिनट से शुरू करने का विचार रखा था। उन्होंने आईसीसी से इस पर गौर करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा,‘‘ मेरा मानना है कि आईसीसी को वनडे विश्व कप 2023 ओस मुक्त रखने के लिए निश्चित तौर पर इस पर विचार करना चाहिए।’’

अश्विन ने इस संदर्भ में श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे मैच का उदाहरण दिया जिसमें भारत को 374 रन के बड़े लक्ष्य का बचाव करते हुए डेथ ओवरों में संघर्ष करना पड़ा था। श्रीलंका ने परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाते हुए आठ विकेट 206 रन पर गंवाने के बावजूद आठ विकेट पर 306 रन बनाए थे। अश्विन ने कहा कि भारत ने 2011 में जब विश्वकप जीता था तब से लेकर परिस्थितियों में काफी बदलाव आ गया है और आईपीएल के कारण विदेशी खिलाड़ियों को भी भारतीय परिस्थितियों में खेलने का अच्छा अनुभव है लेकिन उन्हें लगता है कि विश्वकप में भारत खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा।

उन्होंने कहा,‘‘ निश्चित तौर पर मेरा मानना है कि भारत की खिताब जीतने की संभावनाएं बहुत अधिक हैं। भारत का विश्व कप 2019 के बाद घरेलू मैदानों पर रिकॉर्ड काफी प्रभावशाली रहा है। इस बीच भारत ने यहां का दौरा करने वाली प्रत्येक टीम के खिलाफ जीत दर्ज की है। इन टीमों में वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका शामिल हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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