IPL 2022: प्लेऑफ मुकाबले में हुई बारिश तो किस टीम को होगा फायदा? जानें क्या कह रहा है नियम

Gujarat Titans
ANI
अंकित सिंह । May 23 2022 3:37PM

अगर बारिश का खलल पड़ता है और नियमित समय में खेल संभव नहीं हो पाता तो सत्र के विजेता का फैसला सुपर ओवर से हो सकता है। एक भी ओवर संभव नहीं हो पाता तो लीग की तालिका का सहारा लिया जाएगा और उसमें स्थिति के आधार पर विजेता का फैसला होगा।

नयी दिल्ली। आईपीएल 2022 का रोमांच अपने आखिरी चरण में है। 4 टीमें आईपीएल प्लेऑफ में पहुंच गई हैं। आईपीएल के लीग मैच के सारे मुकाबले महाराष्ट्र के 4 स्टेडियम में खेला गया था। हालांकि अब बचे हुए 4 मुकाबलों को खेलने के लिए टीम को यात्रा करनी पड़ रही है। 24 मई को पहला क्वालीफायर मुकाबला खेला जाना है। यह मुकाबला गुजरात टाइटंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन में होगा। लेकिन जिस तरीके से कोलकाता में मौसम का हाल है, उससे इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं ऐसा ना हो कि क्वालीफायर मुकाबले पर बारिश आ जाए।

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अब सवाल यह है कि अगर बारिश आती है तो फिर क्या होगा? क्या इसके लिए रिजर्व डे रखा गया है? अगर किसी और वजह से मैच नहीं हो पाता है तो फिर इसका नतीजा क्या होगा? विजेता कैसे तय किए जाएंगे? इसी को लेकर हम आपको नहीं हम बताने जा रहे हैं।

सुपर ओवर से होगा फैसला

अगर बारिश का खलल पड़ता है और नियमित समय में खेल संभव नहीं हो पाता तो सत्र के विजेता का फैसला सुपर ओवर से हो सकता है। एक भी ओवर संभव नहीं हो पाता तो लीग की तालिका का सहारा लिया जाएगा और उसमें स्थिति के आधार पर विजेता का फैसला होगा। यह नियम क्वालीफायर एक, एलिमिनेटर, क्वालीफायर दो पर भी लागू होंगे जिनके लिए कोई रिजर्व दिन नहीं रखे गए हैं। खिताबी मुकाबले के लिए 30 मई को रिजर्व दिन रखा गया है। यह मुकाबला रात आठ बजे से खेला जाएगा। कोलकाता में खराब मौसम की भविष्यवाणी की गई है और ऐसे में बारिश के कारण मैच में व्यवधान की आशंका को देखते हुए आईपीएल ने दिशानिर्देश जारी किए हैं। दूसरा क्वालीफायर और फाइनल अहमदाबाद में क्रमश: शुक्रवार और रविवार को खेला जाना है। 

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नया नियम

प्रत्येक प्ले आफ मैच में जरूरत पड़ने पर मैच के ओवरों की संख्या को प्रत्येक टीम के लिए कम से कम पांच ओवर की बल्लेबाजी तक कम किया जा सकता है। एलिमिनेटर और प्रत्येक क्वालीफायर में, अगर अतिरिक्त समय के बाद भी पांच ओवर का खेल पूरा नहीं हो पाता तो अगर हालात साथ देते हैं तो संबंधित एलिमिनेटर या क्वालीफायर मुकाबले के विजेता का फैसला सुपर ओवर के जरिए होगा। दिशानिर्देशों में कहा गया कि अगर सुपर ओवर संभव नहीं होता है तो 70 मैच के नियमित सत्र के बाद अंक तालिका में बेहतर स्थिति में रहने वाली टीम को संबंधित प्ले आफ मुकाबले या फाइनल में विजेता घोषित किया गया। अगर 29 मई को फाइनल शुरू होता है और एक भी गेंद फेंकी जाती है तो मैच अगले दिन वहीं से शुरू होगा जहां रुका था।

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