प्रदूषण से फेफड़े बचाने हैं? आज़माएं ये 3 आयुर्वेदिक नुस्खे, इम्यूनिटी भी होगी मजबूत!

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण और खराब हवा की गुणवत्ता से सांस लेने में हो रही मुश्किल और खांसी जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए, ये आयुर्वेदिक उपाय प्रभावी साबित हो सकते हैं। गाय के घी का नस्य और तुलसी-अदरक-शहद की चाय फेफड़ों को प्रदूषण से बचाकर इम्यूनिटी को मजबूत करती है।
कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर की हवा की क्वालिटी खराब हो रही है। हवा की खराब क्वालिटी के कारण लोगों को सांस लेने में मुश्किल हो रही है। जिन लोगों को प्रदूषण से गला जल रहा है या फिर खांसी की समस्या परेशान कर रही है। अगर आपको सांस लेने में मुश्किल हो रही है, तो आप भी आयुर्वेदिक उपाय ट्राई कर सकते हैं। इस समय में ज्यादातर लोग बढ़ते प्रदूषण और खराब एयर क्वालिटी के कारण गला सूखने लग रहा है, सूखी खांसी से परेशान और सांस आने में दिक्कत हो रही है। तो ये आयुर्वेदिक टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं।
ये 3 आयुर्वेदिक उपाय करें
- सुबह नहाने के बाद दोनो नथुनों में गाय के घी की 2 बूंदे डालें। इसके बाद धीरे-धीरे सांस लें, जिससे घी नाक के रास्ते अंदर पहुंच जाए। यह आपको नाक को अंदर से प्रोटेक्ट करेगा।
- ऐसा करने से इरिटेशन कम होती है और टॉक्सिन्स और धूल नाक के जरिए, हमारे सिस्टम में नहीं पहुंचते हैं। यह आपके सिरदर्द में भी आराम मिलता है।
- बार-बार छींक आने और नाक बंद होने जैसी दिक्कतें दूर होती है।
- इसके अलावा, आप दिन में दो बार तुलसी, अदरक और शहद की चाय पिएं। तुलसी एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है। यह शरीर डिटॉक्स करता है। अदरक इंफ्लेमेशन को कम करती है। शहद गले को आराम देता है।
- अगर आप अदरक और तुलसी की चाय सीने में जमे बलगम को भी आसानी से बाहर निकालना जाता है और खांसी भी दूर करता है।
- ये आपके लंग्स को साफ करती है और शरीर में प्रदूषण से लड़ने में मदद करता है। यह आपकी इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
- आयुर्वेद में धूपन काफी लाभदायक होता है। आप अपने घर पर गाय के गोबर, कपूर या गुग्गुल का धुआं करें। इससे घर के अंदर की हवा शुद्ध होती है और इंफेक्शन्स से बचाव होता है।
अन्य न्यूज़












