क्यूबेक की मस्जिद में गोलीबारी में 6 मरे, PM ने निंदा की
क्यूबेक सिटी की मस्जिद में बंदूकधारियों की गोलीबारी में छह लोग मारे गए और आठ लोग घायल हो गए। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने इसकी निंदा करते हुए इसे ‘आतंकी हमला’ करार दिया है।
क्यूबेक सिटी। क्यूबेक सिटी की मस्जिद में बंदूकधारियों की गोलीबारी में छह लोग मारे गए और आठ लोग घायल हो गए। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने इसकी निंदा करते हुए इसे ‘आतंकी हमला’ करार दिया है। पुलिस प्रवक्ता क्रिस्टीन कोलोंबे ने संवाददाताओं को बताया कि हमले के बाद दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस इसे आतंकी कृत्य के रूप में ही ले रही है। ट्रुडो ने एक बयान में कहा ‘‘हम पूजा और शरण के केंद्र में मुस्लिमों पर किए गए इस आतंकी हमले की निंदा करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिम-कनाडाई हमारे राष्ट्रीय ताने-बाने का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और हमारे समुदायों, शहर एवं देश में ऐसे निरर्थक कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है।’’
प्रत्यक्षदर्शियों ने स्थानीय टीवी पर बताया कि नकाब पहने दो बंदूकधारी रविवार शाम लगभग सवा सात बजे सांस्कृतिक केंद्र में दाखिल हुए और गोलीबारी की। हमले का उद्देश्य तत्काल स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस ने तत्काल मस्जिद के आसपास के इलाके को घेर लिया है। कोलोंबे ने कहा कि मारे गए लोगों की उम्र 35 साल से 70 साल के बीच थी। पुलिस ने तीसरे संदिग्ध की संलिप्तता से इनकार नहीं किया है। उसका मानना है कि संभवत: वह मौके से फरार हो गया।
ट्रुडो ने कहा, ‘‘इस तरह की निरर्थक हिंसा देखना हृदय-विदारक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विविधता हमारी ताकत है और धार्मिक सहिष्णुता एक ऐसा मानक है, जो कनाडाई लोगों को अत्यंत प्रिय है।’’ क्यूबेक के प्रमुख फिलिप कौइलार्ड ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार ‘‘क्यूबेक की जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय है।’’ उन्होंने लिखा, ''क्यूबेक स्पष्ट रूप से इस बर्बर हिंसा की निंदा करता है। क्यूबेक में रहने वाले मुस्लिम लोगों के साथ हम एकजुटता से खड़े हैं।’’ मस्जिद के पास तैनात पुलिस ने एएफपी को बताया कि वे इस तरह के हमले के लिए तैयार थे क्योंकि इस तरह का हमला ‘‘पूरी दुनिया में हो रहा है।’’ हमले के समय केंद्र के अंदर मौजूद रहे व्यक्ति ने कहा, ‘‘लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि यह हमला यहां क्यों हुआ ? यह एक छोटी सी मस्जिद है। यह कोई मॉन्ट्रियल या टोरंटो नहीं है।’’
पहले भी इस मस्जिद को नफरत के कारण निशाना बनाया गया था। बीते जून में रमजान के महीने में एक सुअर का सिर मस्जिद के दरवाजे पर छोड़ दिया गया था। कनाडा की अन्य मस्जिदों को भी हालिया महीनों में नस्ली चित्रों का शिकार होना पड़ा है। ताजा हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब कनाडा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विवादित आव्रजन प्रतिबंध के बाद मुस्लिमों एवं शरणार्थियों के लिए अपनी बांहें पसार देने का संकल्प लिया है। ट्रंप के इस प्रतिबंध के बाद विश्व भर में यात्रा संबंधी अव्यवस्था और रोष पैदा हो गया है।
कनाडा के आव्रजन मंत्रालय ने रविवार को कहा था कि उनका देश ट्रंप के आदेश के कारण देश में फंसे लोगों को अस्थायी आवास अनुमति का प्रस्ताव देगा। आव्रजन मंत्री अहमद हुसैन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘कनाडा में फंसे लोगों को मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि एक मंत्री के रूप में मैं जरूरत पड़ने पर अपने अधिकारों का इस्तेमाल अस्थायी आवास उपलब्ध करवाने के लिए उसी तरह करूंगा जिस तरह हमने अतीत में किया था।’’ ट्रंप ने अमेरिका आने वाले सभी शरणार्थियों का आगमन कम से कम 120 दिनों के लिए निलंबित कर दिया है और सात मुस्लिम बहुल देशों- ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन से आने वाले लोगों के प्रवेश पर 90 दिन के लिए रोक लगा दी है।
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