अफगान शांति समझौते को ‘जबर्दस्त समर्थन’ मिला है: ट्रंप

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सीएनएन के अनुसार ट्रंप ने ‘एयरफोर्स वन’ में अहमदाबाद से आगरा जाने के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसे जबर्दस्त समर्थन मिला है।’’ ट्रंप की यह टिप्पणी उस बयान के एक दिन बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान में तालिबान लड़कर ‘‘थक’’ गया है और अमेरिका के साथ एक शांति समझौता करना चाहता है।

वाशिंगटन/आगरा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि अफगान शांति समझौते को ‘‘जबर्दस्त समर्थन’’ मिला है। ट्रंप ने यह बात युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में तालिबान और अमेरिका के बीच समझौते पर 29 फरवरी को संभावित रूप से हस्ताक्षर होने से पहले भारत में कही है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने हाल में एक बयान में कहा था कि अमेरिका द्वारा तालिबान के साथ शनिवार को एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है, बशर्ते सप्ताह भर से अफगानिस्तान में हिंसा में आयी कमी बरकरार रहे। तालिबान ने भी एक बयान जारी करके उस दिन समझौते पर हस्ताक्षर की योजना की पुष्टि की है। सीएनएन के अनुसार ट्रंप ने ‘एयरफोर्स वन’ में अहमदाबाद से आगरा जाने के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसे जबर्दस्त समर्थन मिला है।’’ ट्रंप की यह टिप्पणी उस बयान के एक दिन बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान में तालिबान लड़कर ‘‘थक’’ गया है और अमेरिका के साथ एक शांति समझौता करना चाहता है।

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ट्रंप ने भारत के लिए रवाना होने से ठीक पहले रविवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा था कि अमेरिकी सैनिकों के लिए ‘‘स्वदेश वापसी’’ का समय आ गया है।  उन्होंने कहा, ‘‘तालिबान दशकों से लड़ रहा है। हम वहां पर 19 वर्षों से हैं। हम कानून प्रवर्तक बल की तरह हैं। हमारा मानना है कि वे एक समझौता चाहते हैं, हम एक समझौताचाहते हैं। मैं समझता हूं कि यह काम करेगा। देखते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल हम एक ऐसी स्थिति में हैं, जो स्थिर है। आपको पता है, कुछ अवधि अहिंसा की रही है। यह बरकरार है। डेढ़ दिन हो चुके हैं। देखते हैं क्या होता है। लेकिन लोग यह समझौता चाहते हैं और मेरा मानना है कि तालिबान भी समझौता चाहता है। वे लड़ते लड़ते थक गए हैं।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं देखना चाहता हूं कि यह एक सप्ताह का समय कैसे बीतता है। हम वह बहुत जल्दी कर सकते हैं। स्वदेश वापसी का समय आ गया है। वे मजबूत लोग हैं, हम मजबूत लोग हैं। यद्यपि 19 वर्ष बीत गए हैं, यह लंबा समय है।’’ट्रंप ने गत नवम्बर में तालिबान के साथ शांति वार्ता बहाली की घोषणा की थी लेकिन अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए समय-सीमा देने इनकार कर दिया था। 

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