यूक्रेनी अनाज और रूसी खाद्यान्नों विश्व बाजारों में पहुंचाने के लिए हुए समझौते की मियाद बढ़ने की उम्मीद

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संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने कहा कि मॉस्को पहले अपने सामान का निर्यात होते देखना चाहेगा। संयुक्त राष्ट्र और तुर्किये ने जुलाई में यह समझौता कराया था।

संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि वह इस बात को लेकर ‘अपेक्षाकृत रूप से आशावादी’ हैं कि यूक्रेनी अनाज और रूसी खाद्यान्न व उर्वरक को विश्व बाजारों में पहुंचाने के लिए हुए समझौते की मियाद नवंबर के मध्य तक बढ़ाई जाएगी। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने कहा कि मॉस्को पहले अपने सामान का निर्यात होते देखना चाहेगा। संयुक्त राष्ट्र और तुर्किये ने जुलाई में यह समझौता कराया था। इसके जरिये काला सागर में स्थित यूक्रेन के तीन बंदरगाहों से 8.5 मीट्रिक टन अनाज भेजा गया था।

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रूसी दूत वसीली नेबेंजिया ने संवाददाताओं से कहा, “रूस को विश्व बाजार में अपने अनाज और उर्वरकों का निर्यात होता देखने की जरूरत है, जो समझौते की शुरुआत के बाद से कभी नहीं हुआ।” समझौते की मियाद 120 दिन है। यूक्रेन के पक्ष को तवज्जो देने वाले संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स और रूस के पक्ष पर ध्यान केंद्रित करने वाले संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ व्यापार अधिकारी रेबेका ग्रिनस्पैन समझौते पर रूसी अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए इस महीने की शुरुआत में मॉस्को में थे।

उन्होंने समझौते की मियाद बढ़ाने पर भी बातचीत की है। एक सवाल के जवाब में ग्रिफिथ्स ने कहा, “हम इसे तुरंत नवीनीकृत होते देखना चाहते हैं। यह बाजार के लिए महत्वपूर्ण है। मैं अब भी अपेक्षाकृत रूप से आशावादी हूं कि हम इसे लक्ष्य को प्राप्त करने जा रहे हैं। हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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