इस देश की महिलाओं ने अचानक सेक्स करने से किया मना, सोशल मीडिया में मचा तहलका

strike
Google common license
निधि अविनाश । Jun 28 2022 1:04PM

अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात को ग़ैरक़ानूनी घोषित कर दिया है। जिसका मतलब यह है कि अमेरिका में महिलाओं के पास गर्भपात कराने का अब कोई भी ऑप्शन नहीं रहेगा। अब वो अपनी मर्जी से गर्भपात नहीं करा पाएंगी।

भूख हड़ताल, बसों की हड़ताल, देश बंद, आमरण अनशन, कॉलेज में हड़ताल और बैंकों की हड़ताल ऐसे न जाने कितने ही हड़तालों के बारे में आप सभी ने सुना होगा लेकिन इस समय दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में एक ऐसी अजीबो गरीब दड़ताल चल रही है जिसके बारे में न कभी किसी ने सुना होगा और न ही ऐसा हुआ होगा। बता दें कि इस समय सोशल मीडिया में भी अमेरिका काफी ट्रेंड कर रहा है। ट्विटर में #sexstrike और #abstinence इस व्कत जबरदस्त ट्रेंड कर रहा है। खबरों के मुताबिक, दुनियाभर के लाखों लोग इस ट्रेंडी हैशटैग का इस्तेमाल भी कर रहे है। 

क्या है पूरा मामला

जानकारी के लिए आपको बता दें कि अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने  गर्भपात को ग़ैरक़ानूनी घोषित कर दिया है। जिसका मतलब यह है कि अमेरिका में महिलाओं के पास गर्भपात कराने का अब कोई भी ऑप्शन नहीं रहेगा। अब वो अपनी मर्जी से गर्भपात नहीं करा पाएंगी। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले की घोषणा के बाद अमेरिका के 26 राज्यों ने इस पर प्रतिबंध लगाने का कानून बनाने पर विचार भी कर लिया हैं। इस सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से अमेरिका की महिलाएं एक अनोखी हड़ताल पर निकल गई है। अमेरिकी महिलाएं सेक्स हड़ताल कर रही हैं। यानि अमेरिका में महिलाओं को  गर्भपात को फिर से क़ानूनी मान्यता न मिलने तक वो किसी भी पुरुष के साथ संबंध नहीं बनाएंगी। इस हड़ताल ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। बैनर और पोस्टर लेकर महिलाएं सड़कों पर हड़ताल करने निकल गई है। महिलाओं के मुताबिक, अगर उनका उनके शरीर पर अधिकार है तो फिर इस पर किसी और का अधिकार तब तक नहीं हो सकता जब तक कि उनकी मर्जी न हो।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका में अब अवैध गर्भपात पर कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला, विरोध प्रदर्शन जारी

हड़ताल का समर्थन कर रही महिलाएं सोशल मीडिया पर लिख रही है कि र्भपात महिलाओं का निजी और बहुत संजीदा अधिकार है। लिहाजा जब तक इसे क़ानूनी हक़ नहीं मिल जाता तब तक महिलाएं पुरुषों के साथ संबंध न बनाएं। वहीं एक अन्य महिला ने लिखा कि स अधिकार को कानूनी मान्यता नहीं मिल जाता तब तक मैं अपने पति के साथ भी संबंध नहीं बना सकती। आखिर हम गर्भवती होने का ख़तरा क्यों उठाएं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़