ड्राइविंग को लेकर जुर्माने के मामले में ब्रिटिश PM Sunak ने ब्रेवरमैन को दी क्लीनचिट

PM Sunak
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‘द संडे टाइम्स’ अखबार का दावा है कि तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाने के बाद ब्रेवरमैन ने नौकरशाहों से अनुरोध किया था कि वे इस मामले में उनके खिलाफ सामान्य कार्रवाई न करें। इस दावे के कई दिनों बाद तक अटकलों का दौर चलता रहा और अब सुनक ने अपने मंत्री को लिखा कि उन्हें नहीं लगता कि यह ऐसा कृत्य था जिससे मंत्री के पद पर रहने हुए कदाचार का मामला बनता है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सनक ने बुधवार को कहा कि उनकी गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को पिछले साल तेज गति से वाहन चलाते हुए पकड़े जाने के बाद जुर्माने से संबंधित उनकी कथित गतिविधियों के लिए जांच का सामना नहीं करना पड़ेगा। ‘द संडे टाइम्स’ अखबार का दावा है कि तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाने के बाद ब्रेवरमैन ने नौकरशाहों से अनुरोध किया था कि वे इस मामले में उनके खिलाफ सामान्य कार्रवाई न करें। इस दावे के कई दिनों बाद तक अटकलों का दौर चलता रहा और अब सुनक ने अपने मंत्री को लिखा कि उन्हें नहीं लगता कि यह ऐसा कृत्य था जिससे मंत्री के पद पर रहने हुए कदाचार का मामला बनता है।

विपक्षी दल मांग कर रहे थे कि सुनक भारतीय मूल की मंत्री का मामला आचार संहिता मामलों संबंधी अपने स्वतंत्र सलाहकार सर लैरी मैग्नस के पास भेज दें, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि क्या कोई उल्लंघन हुआ है। सुनक ने ब्रेवरमैन को लिखे एक पत्र में कहा, “मैंने स्वतंत्र सलाहकार से सलाह मशविरा किया है। उन्होंने सलाह दी है कि इस मौके पर और जांच की जरूरत नहीं है और मैंने उस सलाह को मान लिया है। आपके पत्र और हमारी चर्चा के आधार पर, मेरा निर्णय यह है कि यह मामला मंत्रिस्तरीय आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में नहीं आता।”

ब्रेवरमैन द्वारा सुनक से इस संबंध में माफी मांगते हुए लिखे गए पत्र के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा, “जैसा कि आपने स्वीकार किया है, अनीति की धारणा को जन्म देने से बचने के लिए बेहतर कार्रवाई की जा सकती थी। फिर भी, मुझे विश्वास है कि आप इन मामलों को गंभीरता से लेंगी। आपने पूरी जानकारी दी है, माफ़ी मांगी है और खेद व्यक्त किया है।” सुनक ने दोहराया कि उनका मानना है कि सत्यनिष्ठा, पेशेवर रुख और जवाबदेही उनके नेतृत्व के मूल मूल्य हैं और यह सही है कि जब मुद्दे उठाए जाते हैं, तो उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उन्हें पेशेवर रूप से देखा जाए। डाउनिंग स्ट्रीट द्वारा जारी पत्रों के आदान-प्रदान में, गृह मंत्री ने स्वीकार किया कि “यदि फिर से ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ता, तो मैं कार्रवाई का एक अलग रास्ता चुनती”।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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