चीन को यूक्रेन पर हमले की पहले से थी जानकारी, रूसी अधिकारियों से विंटर ओलंपिक खत्म होने तक रुकने का किया था अनुरोध

व्हाइट हाउस के सूत्रों ने अमेरिकी खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए दावा किया है कि वरिष्ठ रूसी अधिकारियों ने 4 फरवरी को अपने चीनी समकक्षों को बताया कि मॉस्को यूक्रेन में एक सैन्य अभियान चलाने जा रहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की तरफ से मास्को को बीजिंग ओलंपिक समाप्त होने तक रुकने के लिए कहा गया था।
अमेरिका की तरफ से चीन को लेकर बड़ा दावा किया गया है। अमेरिका ने कहा है कि चीन को पता था कि रूस अमेरिका पर हमला करेगा। चीन ने रूस से विंटर ओलंपिक तक रूकने को कहा था। ऐसा ही रूस की तरफ से किया भी गया है। व्हाइट हाउस के सूत्रों ने अमेरिकी खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए दावा किया है कि वरिष्ठ रूसी अधिकारियों ने 4 फरवरी को अपने चीनी समकक्षों को बताया कि मॉस्को यूक्रेन में एक सैन्य अभियान चलाने जा रहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की तरफ से मास्को को बीजिंग ओलंपिक समाप्त होने तक रुकने के लिए कहा गया था। चीन चाहता था कि विंटर ओलंपिक के बाद हमला हो। इस दौरान स्थिति न बिगड़े।
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बता दें कि फरवरी के महीने में रूस के राष्ट्रपति चीन की यात्रा पर थे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन से कुछ समय पहले राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की थी। दो साल में उनकी पहली आमने-सामने की बैठक थी इसके बाद एक बयान जारी किया जिसमें उनकी रणनीतिक साझेदारी का वर्णन किया गया था। जिसमें कहा गया कि कहा गया कि रूस 'वन चाइना' के सिद्धांत का समर्थन करता है। बदले में चीन ने भी यूक्रेन के मुद्दे पर अमेरिका के साथ चल रहे तनाव में रूस का समर्थन किया है।
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दुनिया की दो महाशक्तियों के इस मिलन से ताइवान और यूक्रेन का संकट और गहराने की आशंका है। 5300 शब्दों वाले लंबे संयुक्त बयान में रूस और चीन ने एक दूसरे के हितों की रक्षा के लिए सहयोग की बात भी कही, जिसमें उनकी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और घरेलू मामलों में किसी अन्य देश का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं करना शामिल है।
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