America में भारतीय मूल के चार सांसद प्रतिनिधि सभा की समितियों के सदस्य नियुक्त किये गए

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नियुक्ति के बाद जयपाल ने कहा, ‘‘अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई पहली दक्षिण एशियाई महिला के रूप में, मैं आव्रजन पर सदन की उपसमिति की रैंकिंग सदस्य के रूप में सेवा देने का अवसर मिलने से सम्मानित महसूस कर रही हूं।’’

भारतीय मूल के चार सांसदों- प्रमिला जयपाल, एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति और रो खन्ना- को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की तीन प्रमुख समितियों का सदस्य नियुक्त किया गया है, जो अमेरिका की राजनीति में भारतीय समुदाय के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। एक विज्ञप्ति के मुताबिक, महिला सांसद प्रमिला जयपाल (57) को आव्रजन पर अमेरिकी संसद के निचले सदन की शक्तिशाली न्यायिक समिति का ‘रैंकिंग सदस्य’ नामित किया गया है।

नियुक्ति के बाद जयपाल ने कहा, ‘‘अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई पहली दक्षिण एशियाई महिला के रूप में, मैं आव्रजन पर सदन की उपसमिति की रैंकिंग सदस्य के रूप में सेवा देने का अवसर मिलने से सम्मानित महसूस कर रही हूं।’’ जयपाल ने कहा कि जब वह अमेरिका आई थीं तब वह 16 वर्ष की थीं। साथ ही उन्होंने अमेरिका में अपने जीवन के सफर को शानदार बताया। वहीं, भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति को चीन पर नवगठित समिति का ‘रैंकिंग सदस्य’ बनाया गया है, जो चीन की उन कार्रवाइयों से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर गौर करेगी, जिससे अमेरिका और दुनिया को खतरा हो सकता है।

भारतीय-अमेरिकी सांसद डॉ. एमी बेरा को खुफिया मामलों से जुड़ी सदन की एक शक्तिशाली संसदीय समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। ‘द हाउस परमानेंट सेलेक्ट कमेटी ऑन इंटेलिजेंस’ पर केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए), नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर (डीएनआई) के कार्यालय, नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (एनएसए) के साथ-साथ सेना के खुफिया कार्यक्रमों सहित देश की खुफिया गतिविधियों की निगरानी करने का प्रभार है।

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अल्पसंख्यक मामलों के नेता हकीम जेफरीज ने बुधवार को अमेरिका और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के बीच रणनीतिक प्रतिस्पर्धा पर सदन की चयन समिति के ‘रैंकिंग सदस्य’ के रूप में कृष्णमूर्ति की नियुक्ति की घोषणा की। भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना को भी इस नई समिति का सदस्य बनाया गया है। इसका गठन प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी द्वारा 118वीं कांग्रेस (संसद) में अमेरिका की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ आर्थिक, तकनीकी व सुरक्षा संबंधी प्रतिस्पर्धा से निपटने, उसकी जांच करने व नीति विकसित करने के उद्देश्य से किया है।

कृष्णमूर्ति (49) ने कहा, ‘‘अमेरिका और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच रणनीतिक प्रतिस्पर्धा पर सदन की चयन समिति में ‘रैंकिंग सदस्य’ के रूप में मुझे नियुक्त करने के लिए मैं नेता जेफरीज का आभारी हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चीनी कम्युनिस्ट पार्टी, अमेरिका और दुनिया भर में लोकतंत्र व समृद्धि के लिए गंभीर आर्थिक व सुरक्षा संबंधी खतरे उत्पन्न करती है, जो ताइवान के लोकतंत्र के खिलाफ उसके खतरों, टिकटॉक (एप) को एक हथियार बनाने और सैकड़ों अमेरिकी डॉलर की बौद्धिक संपत्ति की चोरी से स्पष्ट है।’’

बेरा (57) ने कहा, ‘‘मैं हकीम जेफरीज द्वारा हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के लिए मुझे नियुक्त करने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं, जो अमेरिका की सुरक्षा व राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश और विदेश, दोनों जगह बढ़ते खतरों के बीच मुझे अमेरिकी परिवारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है और मैं इस नई भूमिका को गंभीरता से लेता हूं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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