भारत और ऑस्ट्रेलिया ने रक्षा उद्योग क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं पर किया विचार

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संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने ऐतिहासिक जनरल रावत युवा अधिकारी आदान-प्रदान कार्यक्रम 2022 के उत्तरार्ध में प्रारंभ करने की योजना का स्वागत किया। इस कार्यक्रम की घोषणा 21 मार्च 2022 को दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच डिजिटल शिखर बैठक के दौरान की गई थी।

नयी दिल्ली|भारत और ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्रियों ने बुधवार को रणनीतिक चुनौतियों और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थितियों की व्यापक समीक्षा की और एक स्वतंत्र, समावेशी और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत के अपने साझा उद्देश्य पर जोर दिया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारत दौरे पर आए उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष रिचर्ड मार्लेस ने अपनी व्यापक वार्ता में आपसी विश्वास, समझ और साझा हितों के आधार पर भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को लागू करने का भी संकल्प व्यक्त किया।

संसदीय चुनावों में पूर्ववर्ती स्कॉट मॉरिसन के रूढ़िवादी गठबंधन को हराकर पिछले महीने प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की मध्य-वाम लेबर पार्टी के सत्ता में आने के बाद यह ऑस्ट्रेलिया से भारत की पहली उच्च स्तरीय यात्रा है।

सिंह ने ट्वीट किया, “ऑस्ट्रेलिया भारत का घनिष्ठ और विश्वसनीय भागीदार है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। हमारी घनिष्ठ साझेदारी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता का एक महत्वपूर्ण कारक है।”

उन्होंने बातचीत को “शानदार” करार दिया। मीडिया के लिये जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में औद्योगिक सहयोग की संभावनाएं तलाशने के अलावा सामरिक चुनौतियों और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। इसमें कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने वर्तमान रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की, जो कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बावजूद बढ़ती रही है।

यूक्रेन पर रूसी हमले से मची भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मार्लेस भारत के चार दिवसीय दौरे पर हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के उपप्रधानमंत्री भी हैं।

माना जा रहा है कि दोनों नेताओं की बातचीत में यूक्रेन संकट पर भी चर्चा हुई। संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने ऐतिहासिक जनरल रावत युवा अधिकारी आदान-प्रदान कार्यक्रम 2022 के उत्तरार्ध में प्रारंभ करने की योजना का स्वागत किया। इस कार्यक्रम की घोषणा 21 मार्च 2022 को दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच डिजिटल शिखर बैठक के दौरान की गई थी।

जनरल विपिन रावत भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष थे जिनकी पिछले साल दिसंबर में एक हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी। बयान में कहा गया, “मंत्रियों ने रणनीतिक चुनौतियों तथा क्षेत्रीय सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की और स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी और समृद्ध तथा नियम आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साझा उद्देश्यों को दोहराया।”

इसमें कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के ‘भारत-प्रशांत प्रयास’ अभ्यास में भारत की भागीदारी को लेकर आशा जताई। बयान के मुताबिक, “रक्षा मंत्रियों ने भारत-ऑस्ट्रेलिया विस्तृत रणनीतिक साझेदारी के रक्षा तथा सुरक्षा स्तंभों की समीक्षा की।”

इसमें कहा गया कि सिंह और मार्लेस ने पारस्परिक विश्वास और समझदारी, समान हितों तथा साझा मूल्यों, लोकतंत्र तथा कानून के शासन पर आधारित विस्तृत रणनीतिक साझेदारी को क्रियान्वित करने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।

बयान में कहा गया, “दोनों मंत्रियों ने रक्षा अभ्यासों तथा दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान की विविधता का स्वागत किया और भारत-ऑस्ट्रेलिया पारस्परिक लॉजिस्टिक सहायता व्यवस्था के माध्यम से संचालन सहयोग प्रारंभ करने पर बातचीत की।” बीते कुछ वर्षों में भारत व ऑस्ट्रेलिया के संबंधों में और घनिष्ठता आई है।

ऑस्ट्रेलिया भारत का एक प्रमुख भागीदार है और दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक सहयोग द्विपक्षीय रूप से और साथ ही ‘क्वाड’ गठबंधन के ढांचे के तहत बढ़ रहा है।

बयान में कहा गया, “दोनों मंत्रियों ने रक्षा अनुसंधान तथा सामग्री सहयोग पर भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। इस समूह की बैठक ऑस्ट्रेलिया में इस वर्ष के अंत में होगी।”

संयुक्त कार्य समूह रक्षा उद्योगों के बीच संबंधों को बढ़ाने की महत्वपूर्ण व्यवस्था है। इसमें कहा गया, “दोनों मंत्रियों ने आपूर्ति श्रृंखला का लचीलापन बढ़ाने तथा अपने रक्षा बलों को क्षमता प्रदान करने के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच औद्योगिक सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।”

इसमें कहा गया, “दोनों पक्षों ने भारत तथा ऑस्ट्रेलिया के रक्षा औद्योगिक आधारों के बीच अवसरों को बढ़ाने के उपायों पर सहमति व्यक्त की।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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