ट्रंप से डील के बाद भी कुर्सी नहीं बचा सके इशिबा, कौन होगा जापान का नया प्रधानमंत्री?

इशिबा तब तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे जब तक पार्टी नया नेता चुनकर संसद से मंजूरी नहीं ले लेती। नया नेता अक्टूबर में चुना जा सकता है। उनके संभावित उत्तराधिकारियों में कृषि मंत्री शिंजिरो कोइजुमी, कट्टरपंथी पूर्व आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाइची और पूर्व प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के करीबी चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी योशिमासा हायाशी का नाम लिया जा रहा है।
किसी देश पर ट्रंप का दबाव इतना ज्यादा बढ़ जाएगा कि उस देश का प्रधानमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ जाए। ये किसी की भी कल्पना से परे है। लेकिन ये जापान में हुआ है। जापान में प्रधानमंत्री शिगेरु ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इशिबा शिगेरु का इस्तीफा ऐसे वक्त पर आया जब ट्रंप ने जापान को टैरिफ से राहत दी। पहले जापान पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाकर अमेरिका ने दबाव बढ़ाना शुरू किया। जिसके बाद खबर आई कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जापान पर 10 प्रतिशत टैरिफ छूट का फैसला किया है। इस टैरिफ को घटाकर अब 15 प्रतिशत कर दिया गया है। ये खबर अभी सामने आई ही थी कि एक और खबर ने पूरी दुनिया को चौंका दिया। जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने इस्तीफा देने का ऐलान किया। उनकी पार्टी को जुलाई में हुए संसद चुनाव में ऐतिहासिक हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद पार्टी के अंदर से उन पर जिम्मेदारी लेने का दबाव बढ़ रहा था। 65 साल के इशिबा, जो खुद को सेंट्रिस्ट मानते हैं ने कहा कि वह प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) दोनों पदों से हट रहे हैं। उन्होंने यह भी साफ किया कि वे अगले नेतृत्व चुनाव में उम्मीदवार नहीं होंगे।
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इशिबा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मैं पहले ही हार की जिम्मेदारी लेने का मन बना चुका था, लेकिन चाहता था कि अमेरिका के साथ टैरिफ वार्ता में कुछ प्रगति हो जाए। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जापानी गाड़ियों और दूसरे उत्पादों पर टैरिफ 25% से घटाकर 15% करने का आदेश दिया। इशिबा ने कहा कि यह समझौता हो गया, इसलिए अब समय आ गया है कि मैं रास्ता साफ करूं। उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर सोमवार को तय होना था कि जल्दी नेतृत्व चुनाव कराए जाएं या नहीं। अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता तो यह उनके खिलाफ नो कॉन्फिडेंस जैसा होता। पार्टी में फूट डालने का इरादा नहीं है।
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कौन होगा जापान का नया प्रधानमंत्री
इशिबा तब तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे जब तक पार्टी नया नेता चुनकर संसद से मंजूरी नहीं ले लेती। नया नेता अक्टूबर में चुना जा सकता है। उनके संभावित उत्तराधिकारियों में कृषि मंत्री शिंजिरो कोइजुमी, कट्टरपंथी पूर्व आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाइची और पूर्व प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के करीबी चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी योशिमासा हायाशी का नाम लिया जा रहा है। एक्सपर्ट का मानना है कि नए प्रधानमंत्री के पास संसद के दोनों सदनों में बहुमत नहीं होगा, इसलिए उन्हें विपक्ष की पार्टियों का सहयोग लेना ही पड़ेगा।
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