कुलभूषण जाधव को दूतावास मदद देने के लिए भारत के संपर्क में है: पाकिस्तान

islamabad-is-in-touch-with-india-to-provide-embassy-help-to-kulbhushan-jadhav-pak-claims
[email protected] । Aug 29 2019 5:51PM

कुलभूषण जाधव को दूतावास मदद की इजाजत देने के पाकिस्तान के वादे के करीब छह हफ्ते बाद इस्लामाबाद ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस मुद्दे पर वह भारत से संपर्क में है। गौरतलब है कि एक अगस्त को पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा था कि फांसी की सजा का सामना कर रहे भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव को अगले दिन दूतावास मदद मुहैया कराई जाएगी। हालांकि, जाधव को दूतावास मदद की शर्तों पर दोनों देशों के बीच मतभेदों की वजह से दो अगस्त को दोपहर तीन बजे निर्धारित बैठक नहीं हो पाई।

इस्लामाबाद। कुलभूषण जाधव को दूतावास मदद की इजाजत देने के पाकिस्तान के वादे के करीब छह हफ्ते बाद इस्लामाबाद ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस मुद्दे पर वह भारत से संपर्क में है। गौरतलब है कि एक अगस्त को पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा था कि फांसी की सजा का सामना कर रहे भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव को अगले दिन दूतावास मदद मुहैया कराई जाएगी। हालांकि, जाधव को दूतावास मदद की शर्तों पर दोनों देशों के बीच मतभेदों की वजह से दो अगस्त को दोपहर तीन बजे निर्धारित बैठक नहीं हो पाई।

इसे भी पढ़ें: विदेश मंत्रालय की दो टूक, माहौल खराब न करे पाकिस्तान, दुनिया के सामने है सच

पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने यहां साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि पाकिस्तान और भारत जाधव को दूतावास मदद के मुद्दे पर संपर्क में हैं। जाधव (49) को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोप में अप्रैल 2017 में मौत की सजा सुनाई थी। इसके बाद भारत ने हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) का रुख कर सजा पर रोक लगाने की मांग की थी।

इसे भी पढ़ें: आतंकी घुसपैठ की आशंका के बीच अलर्ट पर गुजरात पुलिस, बंदरगाहों की बढ़ाई गई सुरक्षा

आईसीजे ने 17 जुलाई को पाकिस्तान को जाधव की दोषसिद्धि और सजा की प्रभावी समीक्षा एवं पुनर्विचार करने का आदेश दिया था। साथ ही, बगैर और देर किये उन्हें दूतावास मदद पहुंचाने को भी कहा था। पाकिस्तान ने दूतावास मदद के लिए जो शर्तें रखी थी, उनमें से एक शर्त कथित तौर पर यह थी कि जब जाधव भारतीय अधिकारियों से मिलेंगे उस वक्त एक पाकिस्तानी अधिकारी भी मौजूद रहेगा। 

इसे भी पढ़ें: कुरैशी का बयान, भारत के लिए हवाईक्षेत्र बंद करने पर अभी नहीं हुआ कोई फैसला

भारत इस शर्त पर राजी नहीं हुआ और अपना यह रुख स्पष्ट कर दिया कि दूतावास मदद अवश्य ही निर्बाध होनी चाहिए तथा आईसीजे के फैसले के आलोक में होनी चाहिए। पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव को तीन मार्च 2016 को अशांत बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया था। पाक का दावा है कि उन्होंने ईरान से वहां प्रवेश करने की कोशिश की थी। हालांकि, भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा कर लिया गया, जहां नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद वह कारोबार करने गए थे। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़