केट हडसन ने कहा कि भाई-भतीजावाद की बहस मायने नहीं रखती

हॉलीवुड में भाई-भतीजावाद और इसके साथ आने वाले विशेषाधिकारों पर बढ़ती बहस के बीच अभिनेत्री केट हडसन ने कहा कि उन्हें विवाद की परवाह नहीं है और इसका प्रचलन अमेरिकी मनोरंजन उद्योग की तुलना में अन्य क्षेत्रों में शायद अधिक है। ब्रिटिश पत्रिका ‘द इंडिपेंडेंट’के साथ एक साक्षात्कार में हडसन ने कहा, ‘‘भाई-भतीजावाद की मुझे कोई परवाह नहीं है। मैं अपने बच्चों की ओर देखती हूं..हम एक कहानियां सुनाने वाले परिवार से आते हैं। यह हमारे खून में है। लोग जो चाहे वह कह सकते हैं, लेकिन यह बदलने वाला नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि अन्य क्षेत्रों में यह अधिक है, जैसे मॉडलिंग। उद्योग जगत में यह मुझे हॉलीवुड से अधिक नजर आता है। व्यवसायिक बैठकों में ऐसा अक्सर होता है मुझे ऐसा लगता है कि अरे यह किसकी संतान है? मतबल, इसे तो कुछ पता ही नहीं है।’’ पत्रिका ‘वल्चर’ में प्रकाशित एक लेख ‘द ईयर ऑफ द नेपो बेबी’के बाद हॉलीवुड में भाई-भतीजावाद को लकर बहस शुरू हुई।
इस लेख में लिली-रोज़ डेप, जॉन डेविड वाशिंगटन, माया हॉक जैसे नए कलाकारों से लेकर दिग्गज जॉर्ज क्लूनी, जेमी ली कर्टिस और माइकल डगलस का उल्लेख था। इससे पहले, अभिनेत्री जेमी ली कर्टिस ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में भाई-भतीजावाद को लेकर जारी बहस की आलोचना करते हुए कहा था कि यह मान लेना अनुचित है कि सभी मनोरंजन जगत से जुड़े लोगों के बच्चे (नेपो किड) प्रतिभाहीन होते हैं या वे किसी प्रसिद्धि के लायक नहीं है।
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