पाकिस्तान से रिहा हुए 20 भारतीय मछुआरे, वाघा सीमा के रास्ते पहुंचे भारत

Pakistan hands over 20 Indian fishermen to India at Wagah border

पाकिस्तान ने वाघा सीमा पर 20 भारतीय मछुआरों को बीएसएफ को सौंप दिया है।ईधी फाउंडेशन के अधिकारियों ने बताया कि ईधी फाउंडेशन ने मछुआरों को लाहौर में अपने साथ लिया, उन्हें भोजन कराया और उन्हें वाघा सीमा पर लेकर आए। वहां उनकी आव्रजन और कोविड की जांच आदि प्रक्रिया पूरी की गई।

लाहौर।पाकिस्तान ने जेल की सजा पूरी कर चुके 20 मछुआरों को सोमवार को वाघा सीमा पर भारत के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सौंप दिया। इन मछुआरों को पाकिस्तान की समुद्री सीमा में मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और ये अपनी चार साल के कैद की सजा पूरी कर चुके हैं। सिंध प्रांत के मालीर स्थित जिला जेल से रिहा हुए 20 भारतीय मछुआरे सोमवार को यहां पहुंचे। ईधी फाउंडेशन के अधिकारियों ने बताया कि ईधी फाउंडेशन ने मछुआरों को लाहौर में अपने साथ लिया, उन्हें भोजन कराया और उन्हें वाघा सीमा पर लेकर आए। वहां उनकी आव्रजन और कोविड की जांच आदि प्रक्रिया पूरी की गई। शाम को उन्होंने भारत की सीमा में प्रवेश किया। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने भारतीय नागरिकों को (मछुआरों) भारत के सीमा सुरक्षा बल को सौंपा।

इसे भी पढ़ें: लिवरपूल अस्पताल धमाका: PM ने बुलाई अहम बैठक, टैक्सी ड्राइवर की बहादुरी के कारण बच गई कई लोगों की जिंदगी

पाकिस्तान की समुद्री सीमा में प्रवेश करने के बाद गिरफ्तार ज्यादातर भारतीय मछुआरों को चार से पांच साल कैद की सजा भुगतनी पड़ती है। इन 20 भारतीय मछुआरों को पाकिस्तानी जलक्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा बल (पीएमएसएफ) ने गिरफ्तार किया और पुलिस को सौंप दिया था। एक अधिकारी ने कहा कि 588 और भारतीय नागरिक अब भी लांधी जेल में बंद हैं, इनमें से ज्यादातर मछुआरे हैं। अटारी में ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह के बाद 20 मछुआरे अटारी सीमा के पारगमन मार्ग से भारतीय क्षेत्र में आए। वे अमृतसर में रहेंगे और मंगलवार को अपने गृह राज्य गुजरात की यात्रा पर रवाना होंगे। जैसे ही मछुआरे भारत पहुंचे उन्होंने अपना माथा झुकाया और भारत की धरती को चूम लिया। पाकिस्तान सरकार ने पिछले साल की शुरुआत में 20 भारतीय मछुआरों और अप्रैल 2019 में 100 भारतीय मछुआरों के एक अन्य जत्थे को सद्भावना के रूप में रिहा किया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़