कश्मीर पर पाकिस्तान की नफरती चिट्ठी आई सामने, दुनियाभर के देशों से कर रहा बायकॉट वाली अपील
पाकिस्तान लाख चाहे की वो इन साजिशों से बाज आ जाए लेकिन ऐसा लगता है कि साजिश और प्रोपगेंडा पाकिस्तान में सत्ता हासिल करने वाले शख्स के डीएनए में ही बसता है।
कश्मीर की तरक्की की राह से पाकिस्तान की जलन किसी से छिपी नहीं है। पाकिस्तान कश्मीर को खुशहाल नहीं देख सकता। अगले महीने 22 से 24 तारीख तक श्रीनगर में जी20 का एक कार्यक्रम होने वाला है। उस कार्यक्रम को रोकने के लिए पाकिस्तान प्रोपगेंडा फैलाने में लगा हुआ है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के भारत आने से पहले पाकिस्तान की चिट्ठी वाली साजिश का पर्दाफाश हुआ है। पाकिस्तान दुनिया के कई देशों को चिट्ठी लिखकर श्रीनगर में होने वाली जी20 की बैठक में शामिल नहीं होने की अपील कर रहा है।
इसे भी पढ़ें: Panama: बिलवाल भुट्टो की भारत यात्रा से पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान को फटकारा, कहा- सीमा पार से आतंक फैलाने वालों से जुड़ना मुश्किल
पाकिस्तान लाख चाहे की वो इन साजिशों से बाज आ जाए लेकिन ऐसा लगता है कि साजिश और प्रोपगेंडा पाकिस्तान में सत्ता हासिल करने वाले शख्स के डीएनए में ही बसता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो अगले महीने भारत आने का प्लान कर रहे हैं। गोवा में शंघाई कॉरपोर्शन ऑर्गनाइजेशन सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत की सरजमीं पर बिलावल कदम रखने वाले हैं। लेकिन भारत आने से पहले ही बिलावल भारत के खिलाफ साजिश वाली चिट्ठी लिखने में जुट गए हैं। ये तो सभी को पता है कि भारत की लोकप्रियता पाकिस्तान को पचती नहीं है। भारत की मेजबानी वाले जी20 कार्यक्रमों में पाकिस्तान रोड़ा अटकाने में लगा हुआ है। जब तक श्रीनगर में जी20 का इवेंट नहीं हो जाता तब तक पाकिस्तान के पेट में दर्द होता रहेगा।
इसे भी पढ़ें: हम तैयार हैं, इमरान खान की PTI आज पंजाब प्रांत में शुरू करेगी अपना चुनावी अभियान
पाकिस्तान सभी मुस्लिम देशों को चिट्ठी लिखकर इस कार्यक्रम के बॉयकाट करने की की अपील कर रहा है। पाकिस्तान ने ऐसी एक चिट्ठी बांग्लादेश को भी लिखी है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से 17 अप्रैल को कुछ देशों को चिट्ठी लिखी गई है उसका मजमून इस प्रकार से है- जी20 सदस्य देशों और आमंत्रित सदस्यों को अंतरराष्ट्रीय. कानून और संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। अगर जी 20 की मीटिंग जम्मू कश्मीर से अलग कहीं स्थांतरित नहीं किया जाता है तो जी20 सदस्य देशों, विशेष आमंत्रित सदस्यों और ओआईसी देशों को इस तरह के कार्यक्रम से दूर रहना चाहिए।
अन्य न्यूज़