भारत, ऑस्ट्रेलिया जीवंत द्विपक्षीय मित्रता की दिशा में काम करते रहेंगे: PM Modi

PM Modi
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मोदी ने यात्रा के दौरान अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज के साथ व्यापक बातचीत की और यहां एक विशेष सामुदायिक कार्यक्रम में भी भाग लिया। उन्होंने जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान की भी यात्रा की और ऑस्ट्रेलिया पहुंचने से पहले पापुआ न्यू गिनी का भी दौरा किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया एक जीवंत द्विपक्षीय दोस्ती की दिशा में काम करते रहेंगे जो वैश्विक हित में भी है। ऑस्ट्रेलिया की अपनी तीन दिवसीय यात्रा संपन्न होने के बाद मोदी स्वदेश रवाना हो गए। मोदी ने यात्रा के दौरान अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज के साथ व्यापक बातचीत की और यहां एक विशेष सामुदायिक कार्यक्रम में भी भाग लिया। उन्होंने जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान की भी यात्रा की और ऑस्ट्रेलिया पहुंचने से पहले पापुआ न्यू गिनी का भी दौरा किया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, तीन देशों की सफल यात्रा संपन्न! जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की तीन देशों की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के लिए रवाना हुए। मोदी ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री अल्बनीज के साथ सार्थक बातचीत से लेकर एक ऐतिहासिक सामुदायिक कार्यक्रम तक, व्यवसाय जगत के नेताओं से लेकर जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित ऑस्ट्रेलियाई लोगों से मिलने तक, यह एक महत्वपूर्ण यात्रा रही है, जो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दोस्ती को बढ़ावा देगी। उन्होंने आतिथ्य सत्कार के लिए ऑस्ट्रेलिया के लोगों, ऑस्ट्रेलिया सरकार और अल्बनीज को धन्यवाद दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा, हम एक जीवंत भारत-ऑस्ट्रेलिया दोस्ती की दिशा में काम करना जारी रखेंगे, जो विश्व की बेहतरी के हित में भी है। मोदी और अल्बनीज के बीच बुधवार को हुई व्यापक चर्चा के बाद भारत-ऑस्ट्रेलिया ने प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी व्यवस्था (एमएमपीए) पर हस्ताक्षर किए। इससे छात्रों, पेशेवरों, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और अन्य लोगों को आवाजाही में मदद मिलेगी। उन्होंने महत्वाकांक्षी व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) को शीघ्र अंजाम तक पहुंचाने के लिए अपनी साझा महत्वाकांक्षा को भी दोहराया, जिससे द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में महत्वपूर्ण विस्तार की उम्मीद है।

दोनों नेताओं ने भारत-ऑस्ट्रेलिया ‘ग्रीन हाइड्रोजन टास्क फोर्स’ की स्थापना की दिशा में प्रगति का स्वागत किया। वार्ता के दौरान टास्क फोर्स की संदर्भ शर्तों पर सहमति बनी। वार्ता के बाद, अल्बनीज ने मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलियाई व्यवसायों को भारत की तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र से जोड़ने के लिए बेंगलुरु में एक नए ऑस्ट्रेलियाई महावाणिज्य दूतावास की स्थापना की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने तेजी से बढ़ते भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों का वर्णन करने के लिए क्रिकेट के फटाफट प्रारूप का उपयोग किया और कहा कि दोनों देशों के संबंध ‘टी-20’ में प्रवेश कर चुके हैं।

मोदी ने ट्वीट किया, भारत-ऑस्ट्रेलिया दोस्ती बेहद खास है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर जनरल डेविड हर्ले और विपक्ष के नेता पीटर डटन से भी मुलाकात की। डटन ने ट्वीट किया, ऑस्ट्रेलिया के एक महान मित्र नरेंद्र मोदी के साथ फिर से मिलना अद्भुत है। ऑस्ट्रेलिया के भारत के साथ विशेष और बढ़ते संबंधों पर गर्व है तथा आने वाले वर्षों में ये और मजबूत हो सकते हैं। मोदी ने मंगलवार को अल्बनीज के साथ कुडोस बैंक एरिना में आयोजित विशेष कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीय समुदाय को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों की सबसे मजबूत और सबसे बड़ी नींव आपसी विश्वास और सम्मान है। दोनों नेताओं ने सिडनी में एक उपनगर का नाम बदलकर लिटिल इंडिया करने का भी ऐलान किया, जो दो रणनीतिक साझेदारों के बीच मजबूत बंधन को दर्शाता है। मोदी ने घोषणा की कि प्रवासी भारतीयों की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करने के लिए भारत ब्रिसबेन में एक वाणिज्य दूतावास खोलेगा। उन्होंने विज्ञान, कृत्रिम मेधा, सामाजिक कार्य और कला एवं संगीत जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई हस्तियों के साथ भी बातचीत की तथा उन्हें भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को मजबूत करने में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया।

पापुआ न्यू गिनी में, उन्होंने अपने समकक्ष जेम्स मारापे के साथ हिंद-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग (एफआईपीआईसी) शिखर सम्मेलन के लिए प्रथम फोरम की सह-मेजबानी की और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रशांत द्वीप राष्ट्रों के नेताओं से मुलाकात की। शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने प्रशांत द्वीपीय राष्ट्रों से कहा कि वे भारत को एक विश्वसनीय विकास भागीदार के रूप में देख सकते हैं क्योंकि वह उनकी प्राथमिकताओं का सम्मान करता है और सहयोग के लिए इसका दृष्टिकोण मानवीय मूल्यों पर आधारित है।

दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय वार्ता भी की। जापान में, मोदी ने जी-7 उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक येओल और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक सहित विश्व के कई नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापानी प्रधानमंत्री किशिदा और अल्बनीज के साथ आमने-सामने के तीसरे क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लिया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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