ब्रेग्जिट के बाद टेरीजा ने की दो वर्ष की संक्रमण अवधि की मांग

ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद दो साल के संक्रमण काल की मांग की है जिस दौरान वर्तमान नियमों के तहत ही एक दूसरे के बाजारों तक पहुंच बनी रहनी चाहिए।
फ्लोरेन्स (इटली)। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद दो साल के संक्रमण काल की मांग की है जिस दौरान वर्तमान नियमों के तहत ही एक दूसरे के बाजारों तक पहुंच बनी रहनी चाहिए। मे ने शुक्रवार को फ्लोरेंस में बड़ा भाषण देते हुए वर्ष 2020 तक ब्रिटेन के मौजूदा यूरोपीय संघ बजट की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का वादा किया और उन्होंने ब्रिटेन में रह रहे करीब 30 लाख यूरोपीय संघ के नागरिकों के अधिकारों की कानूनी गारंटी दी।
उन्होंने यूरोप की सुरक्षा को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए कहा, ‘‘जैसे यूरोपीय संघ और ब्रिटेन आगे बढ़ रहे हैं तो हम आपके घनिष्ठ मित्र और साझेदार बनना चाहते हैं।’’ यूरोपीय संघ के साथ चौथे चरण की बातचीत अगले सप्ताह शुरू होनी है। ब्रिटेन ब्रेग्जिट की शर्तों पर आगे बढ़ना चाहता है ताकि बातचीत आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा, ‘‘यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने की प्रक्रिया निस्संदेह मुश्किल है लेकिन यह पूरी तरह से हमारे हित में होगा कि हमारी बातचीत सफल हो।’’
मे ने कहा कि वह मार्च 2019 में ब्रेग्जिट के बाद ‘‘करीब दो साल’’ का संक्रमण काल चाहती हैं जिसके दौरान ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के लिए ‘‘मौजूदा शर्तों पर एक-दूसरे के बाजारों का आकलन जारी रहना चाहिए।’’ इसके कुछ ही घंटों के भीतर मूडीज़ इन्वेस्टर्स सर्विस ने ब्रेग्जिट बातचीत से पैदा हुई आर्थिक अनिश्चतता का हवाला देते हुए ब्रिटेन के लिए अपनी लंबी अवधि की क्रेडिट रेटिंग कम कर दी। यूरोपीय संघ के मुख्य ब्रेग्जिट वार्ताकार माइकल बार्नियर ने भाषण की ‘‘रचनात्मक भावना’’ का स्वागत किया लेकिन साथ ही कहा कि वह खासतौर से धनराशि पर ‘‘ठोस प्रभावों’’ को सुनने का इंतजार करेंगे।
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